
डीजल (Diesel) और पेट्रोल (Petrol) की बेसिक कीमतें (Basic Prices) करीब डेढ़ महीने से स्थिर हैं. कर व शुल्क में हालिया कटौती के बाद भी कई राज्यों में पेट्रोल 100 रुपये लीटर के ऊपर बिक रहा है. इस बीच वैश्विक बाजारों में क्रूड ऑयल (Crude Oil) के दाम काफी गिरे हैं. इसके चलते डीजल और पेट्रोल की खुदरा कीमतों (Retail Prices) में बड़ी कमी की गुंजाइश बन रही है.
अभी पेट्रोल की बेसिक कीमत (Petrol Price) 47.93 रुपये प्रति लीटर है. इसी तरह सरकारी तेल कंपनियों ने डीजल की बेसिक कीमत 49.33 रुपये लीटर तय की है. यह कीमत चार नवंबर से स्थिर है. इसके बाद विभिन्न करों व शुल्कों को जोड़कर आम लोगों को डीजल और पेट्रोल बेचा जाता है. इनमें एक्साइज (Excise Duty), वैट (VAT) व कुछ सेस (Cess) शामिल होते हैं.
पहले डीजल और पेट्रोल की खुदरा कीमतों में हर 15 दिन के बाद बदलाव किया जाता था. अब सरकारी तेल विपणन कंपनियों को क्रूड की कीमत के आधार पर रोज डीजल-पेट्रोल की खुदरा कीमतों में संशोधन करने का अधिकार दे दिया गया है. हालांकि पिछले एक-डेढ़ महीने के दौरान क्रूड की कीमतों में भारी उतार-चढ़ाव के बाद भी सरकारी तेल कंपनियों ने डीजल-पेट्रोल की खुदरा कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया है.
इतना गिर चुका है क्रूड ऑयल का भाव
वैश्विक बाजार में क्रूड के भाव को देखें तो यह करीब एक महीने में 10 फीसदी के आस-पास कम हुआ है. ब्रेंट क्रूड (Brent Crude) का भाव नौ नवंबर को 84.78 डॉलर प्रति बैरल के उच्च स्तर पर था. अभी यह गिरकर 74 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आ चुका है. इस दौरान ब्रेंट क्रूड 70 डॉलर प्रति बैरल के स्तर से भी नीचे गिर चुका है.
पांच रुपये सस्ता हो सकता है डीजल-पेट्रोल
डॉलर-रुपये की विनिमय दर (Exchange Rate) एडजस्ट करने पर यह गिरावट और बड़ी हो जाती है. विनिमय दर एडजस्ट करने के बाद 10 नवंबर को तेल कंपनियों को एक बैरल क्रूड 6,234.94 रुपये में मिल रहा था. अभी यह कॉस्ट 5,628.07 रुपये है. इस तरह सवा महीने में तेल कंपनियों के कॉस्ट में 9.73 फीसदी की गिरावट आई है. करीब दस फीसदी की इस गिरावट का लाभ आम लोगों को दिया जाए तो डीजल और पेट्रोल करीब पांच रुपये सस्ता हो सकता है.