Advertisement

राम जानकी यात्रा का पोस्टर लगाकर निकली टीम, फिर पड़ने लगे धड़ाधड़ छापे... इनकम टैक्स विभाग का न्यू आइडिया!

इनकम टैक्स विभाग की उत्तर प्रदेश की विंग ने अपनी पहचान छुपाने के लिए जोरदार प्लान बनाया और फिर छापेमारी को अंजाम दिया. इनकम टैक्स विभाग ने अपनी गाड़ियों पर श्री राम जानकी यात्रा के बैनर लगाए थे.

इनकम टैक्स विभाग ने ऐसे छुपाई अपनी पहचान और रेड को दिया अंजाम. इनकम टैक्स विभाग ने ऐसे छुपाई अपनी पहचान और रेड को दिया अंजाम.
दिव्येश सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 05 मई 2023,
  • अपडेटेड 4:40 PM IST

इनकम टैक्स विभाग (Income Tax) की उत्तर प्रदेश की इन्वेस्टिगेशन विंग ने बेहद ही फिल्मी अंदाज में गैलेंट ग्रुप (Gallant Group) ऑफ कंपनीज पर छापेमारी की थी. पिछले हफ्ते इनकम टैक्स की उत्तर प्रदेश इन्वेस्टिगेशन विंग ने गैलेंट ग्रुप ऑफ कंपनीज पर रेड डाला था. छापेमारी से पहले किसी को भी इस बारे में भनक ना लगे इसके लिए विंग ने जोरदार प्लानिंग की थी. अपनी गाड़ियों की पहचान को छुपाने के लिए इनकम टैक्स विभाग ने उनपर श्री राम जानकी यात्रा के बैनर लगाए थे.

Advertisement

बैनर पर लिखा था कि यात्रा अयोध्या से शुरू होकर पश्चिम बंगाल के नंदीग्राम, उत्तर प्रदेश के प्रयागराज और वाराणसी, नेपाल में जनकपुर और बिहार में सीतामढ़ी जैसे क्षेत्रों से गुजरेगी. इस तरह की प्लानिंग के बाद विंग ने गैलेंट ग्रुप ऑफ कंपनीज और उसके प्रमोटर्स, कर्मचारियों, हवाला ऑपरेटर्स और अन्य पर छापा मारा. 

जांच के दायरे में है कंपनी 

Gallantt Group में Gallantt Ispat Ltd, Gallant Metal Ltd जैसी कंपनियां शामिल हैं. ये स्पंज आयरन, TMT बार का निर्माण करती हैं. ग्रुप का दावा है कि वो उत्तर प्रदेश में टीएमटी बार मैन्युफैक्चरिंग में अग्रणी है. सूत्रों के अनुसार बैनर ने आयकर अधिकारियों के मूवमेंट को छिपने में मदद की और टीम ने सफलतापूर्वक छापेमारी को अंजाम दिया. छापेमारी में  600 करोड़ रुपये से अधिक के संदिग्ध लेनदेन का विवरण पाया गया. आयकर टीमों ने यूपी, दिल्ली, गुजरात, कोलकाता, बिहार और एनसीआर में 60 से अधिक परिसरों में छापे मारे. 

Advertisement

नकदी और आभूषण बरामद

कंपनी के स्क्रैप खरीद से संबंधित लेन-देन भी गैलेंट ग्रुप के प्रमोटरों द्वारा बड़े पैमाने पर लेयरिंग, टैक्स चोरी के संदिग्ध संकेत पाए गए हैं. प्रमोटरों के आवासीय और कार्यालय परिसरों पर छापे के दौरान, आईटी अधिकारियों ने लगभग 16 करोड़ रुपये की नकदी और आभूषण बरामद किए. प्रमोटरों द्वारा बड़े जमीन की खरीद से संबंधित कई दस्तावेज पाए गए थे. लेकिन इनमें से कई संपत्तियों को प्रमोटरों द्वारा बेनामीदारों के माध्यम से खरीदी गई बेनामी संपत्ति होने का संदेह था. बेनामी लेनदेन भी लगभग 100 करोड़ रुपये के करीब हैं, जिनकी भी जांच की जा रही है.

जब्त किए गए रुपये.

बेनामी विंग भी करेगी जांच

इन्वेस्टिगेशन विंग द्वारा टैक्स चोरी के बाद बेनामी विंग भी Gallantt Group की कंपनियों की जांच करेगी. छापेमारी के दौरान सैकड़ों करोड़ की संदिग्ध टैक्स चोरी, लेयरिंग, हवाला ऑपरेटर्स द्वारा चलाई जा रही शेल कंपनियां के बारे में पता चला. बेनामीदारों के नाम पर बेनामी संपत्तियों को जमा करने के लिए प्रमोटरों के खिलाफ इनकम टैक्स की बेनामी ब्रॉन्च भी जांच और कार्यवाही शुरू करेगी.
 

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement