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ब्याज पर फिर मिलेगी राहत? RBI गवर्नर बोले-तरकश के तीर अभी खत्म नहीं हुए

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने एक बार फिर ब्याज दरों में कटौती के संकेत दिए हैं.

रिजर्व बैंक के गवर्नर ने एक कार्यक्रम में कही बात रिजर्व बैंक के गवर्नर ने एक कार्यक्रम में कही बात
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 27 अगस्त 2020,
  • अपडेटेड 12:50 PM IST
  • अगस्त में आरबीआई ने रेपो दरों में कोई बदलाव नहीं किया
  • इससे पहले दो बैठकों में रेपो रेट 1.15 प्रतिशत कम हुआ था
  • फिलहाल रेपो रेट चार प्रतिशत, रिवर्स रेपो 3.35 प्रतिशत पर

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने एक बार फिर ब्याज दरों में कटौती के संकेत दिए हैं. उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि कोविड-19 महामारी से अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए किए गए उपायों को जल्द नहीं हटाया जाएगा. आरबीआई गवर्नर ने कहा, ‘‘चाहे दर में कटौती हो या फिर अन्य नीतिगत कदम, हमारे तरकश के तीर अभी खत्म नहीं हुए हैं.’’ 

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शक्तिकांत दास ने कहा कि महामारी की रोकथाम के बाद अर्थव्यवस्था को मजबूती के रास्ते पर लाने के लिए सावधानी के साथ आगे बढ़ना होगा. केंद्रीय बैंक द्वारा पिछले दिनों घोषित राहत उपायों के बारे में दास ने कहा, ‘‘किसी भी तरह से यह नहीं मानना चाहिए कि आरबीआई उपायों को जल्द हटा लेगा.’’ 

इस बार नहीं हुई थी कटौती

आपको बता दें कि आरबीआई ने छह अगस्त को जारी नीतिगत समीक्षा में रेपो दरों में कोई बदलाव नहीं किया था. केंद्रीय बैंक इससे पहले पिछली दो बैठकों में नीतिगत दर में 1.15 प्रतिशत की कटौती कर चुका है.फिलहाल रेपो दर चार प्रतिशत, रिवर्स रेपो दर 3.35 प्रतिशत है.

गवर्नर ने बताया-कब जारी होंगे आंकड़े

इसके साथ ही शक्तिकांत दास ने कहा कि कोविड-19 महामारी के प्रकोप और अन्य पहलुओं पर एक बार स्पष्टता होने के बाद आरबीआई मुद्रास्फीति और आर्थिक वृद्धि पर अपने पूर्वानुमान देना शुरू कर देगा. उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर, बैंकिंग क्षेत्र लगातार मजबूत और स्थिर बना हुआ है और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का एकीकरण सही दिशा में एक कदम है. 

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शक्तिकांत दास ने कहा, ‘‘बैंक तनाव का सामना करेंगे, यह जाहिर सी बात है, लेकिन अधिक महत्वपूर्ण यह है कि बैंक चुनौतियों के समक्ष किस तरह से प्रतिक्रिया देते हैं और उसका सामना करते हैं.’’

 

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