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बंद हो चुकी अपनी पॉलिसी आसानी से कराएं शुरू, LIC ने कहा- 24 अक्टूबर तक मौका

अगर आपकी LIC की कोई पॉलिसी लैप्स कर गई हो, तो 24 अक्टूबर तक उसे कम फाइन देकर फिर से शुरू करा सकते हैं. लेट फीस पर 30 फीसदी की छूट दी जा रही है. कोई भी ग्राहक अपनी बंद हो चुकी पॉलिसी का लेट फाइन और प्रीमियम भरकर उसे दोबारा शुरू करा सकता है.

एलआईसी की लैप्स पॉलिसी को फिर से करा सकते हैं शुरू. एलआईसी की लैप्स पॉलिसी को फिर से करा सकते हैं शुरू.
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 14 सितंबर 2022,
  • अपडेटेड 1:56 PM IST

देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी जीवन बीमा निगम (LIC) अपने पुराने ग्राहकों को एक शानदार मौका दे रही है. LIC अपने पॉलिसी होल्डर्स को बंद हो चुकी पॉलिसी को फिर से सस्ते में शुरू करने का मौका दे रहा है. इस बीमा कंपनी ने लैप्स हो चुकी पॉलिसी के लिए रिवाइवल की स्कीम शुरू की है, जिसके तहत ग्राहक अपनी बंद हो चुकी पॉलिसी को फिर से शुरू करा सकते हैं. इस स्कीम के तहत पॉलिसीहोल्डर्स यूलिप (यूनिट लिक्ंड इंश्योरेंस प्लान) को छोड़कर अपनी सभी लैप्स पॉलिसी को दोबारा शुरू करा सकते हैं.  हालांकि, टर्म और हाई रिस्क वाले प्लान इस स्कीम के तहत नहीं आएंगे.

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कब है आखिरी तारीख?

अगर आपकी LIC की कोई पॉलिसी लैप्स कर गई हो, तो 24 अक्टूबर तक उसे कम फाइन देकर फिर से शुरू करा सकते हैं. लेट फीस पर 30 फीसदी की छूट दी जा रही है. कोई भी ग्राहक अपनी बंद हो चुकी पॉलिसी का लेट फाइन और प्रीमियम भरकर उसे दोबारा शुरू करा सकता है. हालांकि, लेट फाइन पर मिलने वाली छूट इस बात पर निर्भर करेगी आपकी पॉलिसी किस प्रकार की है और उसका प्रीमियम कितना है.

किस आधार पर मिलेगी छूट?

अगर मान लीजिए कि आपकी लैप्स हो चुकी पॉलिसी का प्रीमियम फीस एक लाख रुपये तक है, तो इस स्थिति में आपको लेट फीस चार्ज में 20 फीसदी या 2,000 रुपये तक की छूट मिल सकती है. अगर प्रीमियम फीस एक लाख से तीन लाख के बीच है, तो आपके लेट फाइन में 25 फीसदी या 2,500 रुपये की छूट मिल सकती है. वहीं, तीन लाख रुपये की प्रीमियम फीस वाली पॉलिसी पर लेट फाइन में 30 फीसदी या 3,000 रुपये की छूट मिल सकती है.

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हेल्थ स्टेटमेंट की जरूरत कब पडे़गी?

पहले अनपेड प्रीमियम के छह महीने के भीतर की पॉलिसी फिर से शुरू हो जाएगी. आपको हेल्थ स्टेटमेंट नहीं देना होगा. हालांकि, लेट फाइन के साथ ब्याज की राशि चुकानी होगी. अगर कोई पॉलिसी रेगुलर या नॉन मेडिकल बेसिस पर रिवाइव नहीं हो पा रही है, तो इस स्थिति में उसे मेडिकल बेसिस पर फिर से शुरू किया जा सकता है. रिवाइवल के अमाउंट के अनुसार ही तय होगा कि मेडिकल की जरूरत है या नहीं.

कब लैप्स हो जाती है पॉलिसी?

IRDAI के दिशा-निर्देशों के अनुसार, कोई भी इंश्योरेंस पॉलिसी तब लैप्स हो जाती है, जब ग्रेस पीरियड के दौरान उसके प्रीमियम का भुगतान नहीं किया जाता है. तिमाही, छमाही और सालाना आधार पर प्रीमियम के भुगतान का ग्रेस पीरियड की अवधि 30 दिन है. वहीं, मासिक आधार पर भुगतान के लिए  ग्रेस पीरियड 15 दिन का होता है.
 

 

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