
Manpower Group के Employment Outlook Survey Q4, 2024 के मुताबिक भारत में अगले तीन महीनों के दौरान दुनियाभर में सबसे मजबूत हायरिंग सेंटीमेंट्स देखे जा रहे हैं. सर्वे में भारत का Net Employment Outlook सबसे ज्यादा रहा है. Net Employment Outlook उन Employers के Percentage से निकाला जाता है, जो अपने स्टाफ को बढ़ाने की योजना बना रहे हैं. इसमें उन Employers की संख्या घटाई जाती है, जो कर्मचारियों की संख्या में कटौती की योजना बना रहे हैं.
करीब 3150 Employers के बीच किए गए इस सर्वे के मुताबिक भारत का Net Employment Outlook 37 फीसदी रहा है, जो दुनिया भर में सबसे ज्यादा है. इसके बाद Costa Rica का 36 फीसदी और अमेरिका का Net Employment Outlook 34 फीसदी के साथ तीसरे स्थान पर रहा है. ये सर्वे अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के लिए किया गया है, जिसमें भारत का रोजगार आउटलुक मौजूदा यानी जुलाई-सितंबर तिमाही के मुकाबले ज्यादा है.
तीसरी तिमाही से बेहतर हायरिंग आउटलुक
रिपोर्ट के मुताबिक 2024 की चौथी तिमाही के लिए रोजगार आउटलुक तीसरी तिमाही से 7 फीसदी ज्यादा है और पिछले साल के मुकाबले ये स्थिर है. ManpowerGroup के मुताबिक Employers के सेंटीमेंट्स भारत की पॉजिटिव आर्थिक स्थिति का संकेत दे रही है, जिसकी वजह एक्सपोर्ट्स और इंफ्रास्ट्रक्चर विकास को बताया गया है. सर्वे के मुताबिक वैसे तो सभी सेक्टर्स में हायरिंग ग्रोथ देखी जा रही है. लेकिन सबसे मजबूत आउटलुक फाइनेंशियल और रियल एस्टेट सेक्टर का है, जहां हायरिंग आउटलुक 47 फीसदी है. इसके बाद आईटी में 46 परसेंट, इंडस्ट्री और मैटेरियल्स में 36 फीसदी और कंज्यूमर गुड्स और सर्विसेज में 35 फीसदी है.
भारत, सिंगापुर चीन में सबसे ज्यादा हायरिंग!
सर्वे में कहा गया है कि उत्तर भारत में नौकरी की मांग सबसे ज्यादा है. इसमें रोजगार आउटलुक 41 फीसदी है, जबकि पश्चिमी भारत का आउटलुक 39 परसेंट है. ManpowerGroup का कहना है कि भारत अपनी उच्च घरेलू खपत, सरकारी योजनाओं, आउटसोर्सिंग सेवाओं की बढ़ती डिमांड और मैन्युफैक्चरिंग में उछाल पर फोकस करेगा.
अगर एशिया-प्रशांत क्षेत्र की बात करें तो यहां पर हायरिंग मैनेजर्स का आउटलुक 27 फीसदी है, जो पिछली तिमाही से 4 परसेंट ज्यादा है. लेकिन पिछले साल के मुकाबले इसमें गिरावट आई है. इस क्षेत्र में भारत, सिंगापुर और चीन सबसे मजबूत रोजगार आउटलुक रिपोर्ट कर रहे हैं. ये सर्वे जुलाई में किया गया था और 42 देशों के 40 हजार 340 Employers से चौथी तिमाही की हायरिंग के बारे में जानकारी मांगी गई थी.