
भारत में अभी भी अधिकतर लोग निवेश के लिए पहला विकल्प फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) को ही चुनते हैं. लेकिन इस महंगाई में फिक्स्ड डिपॉजिट से बहुत ज्यादा रिटर्न की उम्मीद नहीं कर सकते हैं. ऐसे में बेहतर रिटर्न के लिए म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) पर दांव लगाना सही रास्ता हो सकता है. पिछले दो दशकों में म्यूचुअल फंड ने निवेशकों को अच्छा पैसा बनाकर दिया है.
अब सवाल उठता है कि आखिर म्यूचुअल फंड में अच्छा रिटर्न मिलता है, तो फिर लोग इसमें निवेश से हिचकते क्यों हैं? इसका सीधा जवाब है जानकारी का अभाव. लोगों के पास म्यूचुअल फंड को लेकर सही जानकारी नहीं है, कुछ लोगों के पास जानकारी है भी तो वो आधी-अधूरी. कुछ तो म्यूचुअल फंड में पैसे लगा भी रहे हैं. लेकिन उनमें से अधिकतर फंड सेलेक्शन में गलती कर जाते हैं, और फिर पोर्टफोलियो का रंग निगेटिव यानी लाल दिखते ही मायूस हो जाते हैं. ऐसे में सबसे ज्यादा निवेशक SIP को रोक देते हैं.
केवल शुरुआत करने की जरूरत
दरअसल, आज के दौर में अधिकतर लोग सोशल मीडिया (Social Media) पर सुझाए फंड पर दांव लगा देते हैं. जिससे उन्हें नुकसान उठाना पड़ता है. अब बात आती है कि फिर म्यूचुअल फंड में कैसे करें निवेश? तो इसके लिए सबसे पहले अपने रिस्क (Risk) को देखें फिर एक अमाउंट निर्धारित करें, जिससे आप रेगुलर हर महीने SIP कर सकते हैं. फंड सेलेक्शन (Fund Selection) में म्यूचुअल फंड एडवाइजर की मदद ले सकते हैं. वित्तीय सलाहकार आपको रिस्क और गोल के हिसाब से फंड चुनकर देंगे. अगर एडवाइजर की मदद से म्यूचुअल फंड लेते हैं तो वो उसकी समय-समय पर समीक्षा करते रहते हैं, ताकि पता चलता रहे कि गोल पाने के लिए लक्ष्य सही दिशा में है या नहीं.
अगर आप सही तरीके से फंड सेलेक्शन करते हैं तो कुछ ही महीने में आपके पोर्टफोलियो (Portfolio) का रंग हरा दिखने लगेगा, जिससे आपका मन भी हरा हो जाएगा. ये एक बूस्टर के तौर पर काम करता है. पोर्टफोलियो में मुनाफा दिखते ही निवेशकों को अपने निवेश के प्रति उत्साह मिलता है, फिर वो धीरे-धीरे निवेश को बढ़ाते रहते हैं और आसानी से वित्तीय लक्ष्य को हासिल कर लेते हैं.
10-20 रुपये बचाकर भी बन सकते हैं अमीर
ये जरूरी नहीं है कि एक बार में ही मोटा पैसा लगाकर ही निवेश के लक्ष्य को हासिल किया जाता है, अगर आपके पास वक्त है तो फिर हर महीने छोटी-छोटी राशि निवेश (Invest) करके भी अमीर बन सकते हैं. अक्सर लोग इस तरह की बात को नजरअंदाज कर देते हैं, उनका एक ही जवाब होता है, हकीकत में ऐसा होता नहीं है. लेकिन ये हम कहेंगे ऐसा संभव है. इसके लिए आपको केवल अपने लक्ष्य तक पहुंचने के लिए निवेश के प्रति गंभीर होना पड़ेगा.
आप सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिये हर महीने म्यूचुअल फंड में कम से कम 500 रुपये निवेश कर सकते हैं. आप रोजाना 10-20 रुपये बचाकर भी बड़े लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं. आप हर रोज 20 रुपये जोड़कर 10 करोड़ रुपये तक जुटा सकते हैं. ये बिल्कुल संभव है, बस आपको निवेश की दिशा में कदम बढ़ाने की जरूरत है. आइए अब जानते हैं कि आप कैसे हर दिन 20 दिन जोड़कर करोड़पति बन सकते हैं.
480 महीने तक करना होगा निवेश
दरअसल, अगर कोई 20 साल का युवा हर रोज 20 रुपये बचाता है, महीनेभर में ये राशि 600 रुपये हो जाएगी. उसके बाद इस राशि को म्यूचुअल फंड में SIP करें. निवेश को 40 साल तक जारी रखना होगा. यानी 40 साल (480 महीने) तक हर महीने 600 रुपये निवेश करना होगा. इस निवेश पर औसतन 15% सालाना रिटर्न के हिसाब से 40 साल के बाद आपको कुल 1.88 करोड़ रुपये मिलेगा. इस 40 साल के दौरान आपको महज 2,88,00 रुपये निवेश करना होगा. वहीं अगर 600 रुपये महीने की SIP पर 20 फीसदी का रिटर्न मिलता है तो 40 साल के बाद कुल 10.21 करोड़ रुपये जमा हो जाएंगे.
नियमित निवेश से ही लक्ष्य संभव
इसके अलावा अगर 20 साल का युवा हर रोज 30 रुपये बचाता है, जो महीने में 900 रुपये हो जाते हैं. इस रकम को SIP के जरिए किसी भी डायवर्सिफाइड म्यूचुअल फंड में निवेश करता है तो इस निवेश पर 40 साल के बाद महज 12 फीसदी रिटर्न के हिसाब से भी 1.07 करोड़ रुपये मिलेगा. इस दौरान 4,32,000 रुपये का निवेश करना होगा.
एक और काम की बात, अगर आप म्यूचुअल फंड के बारे में भी कुछ नहीं जानते हैं तो शुरुआत में किसी वित्तीय सलाहकार की मदद से कम से कम 3 साल तक SIP करें, उसके बाद जब आपको अपने निवेश पर अच्छा रिटर्न दिखेगा, तो अपने आप आपका मूड बदल जाएगा. आप लगातार निवेश के लिए मानसिक तौर पर मजबूत हो जाएंगे. ऐसे में मजबूत इच्छाशक्ति के साथ केवल शुरुआत करने की जरूरत है. पोर्टफोलियो हरा होते ही मन भी हरा हो जाता है.
गौरतलब है कि लॉन्ग टर्म निवेश में कंपाउंडिंग यानी चक्रवृद्धि ब्याज छोटे निवेश को काफी बड़ा बना देता है. कहीं भी निवेश से पहले वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें. म्यूचुअल फंड में भी निवेश पर जोखिम होता है.