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नौकरी से रिजाइन के बाद क्या जरूरी है नोटिस पीरियड सर्व करना? जान लें ये नियम

Notice Period Rule: जॉब स्विच करने के लिए जब कोई कर्मचारी अपनी मौजूदा कंपनी से इस्तीफा देता है, तो उसे नोटिस पीरियड सर्व करना होता है. लेकिन अगर कोई नोटिस पीरियड सर्व नहीं करना चाहता है, तो उसके लिए भी ऑप्शन मौजूद हैं.

नोटिस पीरियड से जुड़े नियम. नोटिस पीरियड से जुड़े नियम.
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 22 जनवरी 2023,
  • अपडेटेड 10:49 AM IST

नौकरीपेशा लोग जब नौकरी (Job) बदलने के लिए अपनी मौजूदा कंपनी से इस्तीफा देते हैं, तो उन्हें नोटिस पीरियड (Notice Period) सर्व करना होता है. नोटिस पीरियड सर्व करने का नियम लगभग सभी कंपनियों में है. लेकिन अलग-अलग कंपनियों में इसको लेकर नियम अलग-अलग होते हैं. हालांकि, बिना नोटिस पीरियड सर्व किए भी कर्मचारी नौकरी छोड़ सकते हैं, लेकिन इसके लिए कुछ शर्तें पूरी करनी होती हैं. किसी भी कंपनी में नोटिस पीरियड करना क्यों जरूरी होता और किसी भी कर्मचारी (Employee) के लिए ये महत्वपूर्ण क्यों होता है. समझ लीजिए.

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पॉलिसी और शर्तें

नोटिस पीरियड के नियमों का पालन नहीं करना किसी भी कर्मचारी के लिए आर्थिक नजरिए से फायदेमंद नहीं होता. जब भी आप किसी कंपनी में जॉब ज्वॉइन (Job Join) करते हैं, तो आपसे कई तरह के डॉक्यूमेंट्स पर साइन कराए जाते हैं. इनमें कंपनी की पॉलिसी के साथ काम करने की शर्तें शामिल होती हैं. इसी में आपको नोटिस पीरियड को लेकर जानकारी मिलती है.

डॉक्यूमेंट्स में नोटिस पीरियड से जुड़ी सभी जानकारियां लिखी होती हैं. जैसे आपको तय समय से कम नोटिस पीरियड सर्व करना है, तो इसके लिए क्या नियम हैं. अगर आप नोटिस पीरियड सर्व नहीं करना चाहते हैं, तो आपको कौन सा प्रोसेस फॉलो करना होगा. इस तरह की तमाम जानकारियां आपको इस डॉक्यूमेंट्स में मिल जाएंगी.

नोटिस पीरियड की अवधि

नोटिस पीरियड का कोई तय नियम नहीं हैं. हर कंपनी अपने कॉन्ट्रैक्ट पॉलिसी में इसका जिक्र करती है. समान्य रूप से अस्थायी कर्मचारियों (Employees on Probation) के लिए नोटिस पीरियड की अवधि 15 दिन से एक महीने तक की होती है, जबकि स्थायी कर्मचारियों ( Payroll Employees) के लिए नोटिस पीरियड एक से तीन महीने तक का होता है.

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अगर आपने नौकरी ज्वॉइन करते वक्त नोटिस पीरियड के कॉन्ट्रैक्ट पर साइन किए हैं, तो आपको उस पॉलिसी का पालन करना होगा.  हालांकि, कोई भी कंपनी कर्मचारी को नोटिस पीरियड सर्व करने के लिए बाध्य नहीं कर सकती है. आपके जॉब के कॉन्ट्रैक्ट में नोटिस पीरियड सर्व नहीं करने की भी शर्तें आमतौर पर लिखी होती हैं.

नोटिस पीरियड सर्व नहीं करने के विकल्प

नोटिस पीरियड के बदले आपकी छुट्टियों (Earned & Sick Leaves) को एडजस्ट करने के भी नियम होते हैं. इसके अलावा नोटिस पीरियड की अवधि के बदले पेमेंट करने के भी विकल्प शामिल होते हैं. बेसिक सैलरी के आधार पर आपको पेमेंट करना होता है.

कई कंपनियां नोटिस पीरियड को Buy Out कर लेती हैं. आपकी सैलरी का बचा हुआ पेमेंट या आपके नोटिस पीरियड के एवज में किए गए पेमेंट का सेटलमेंट कंपनी फुल एंड फाइनल पेमेंट (FnF Payment) से करती है. हालांकि, नोटिस पीरियड से संबंधित कोई भी सवाल आपको अपनी कंपनी के HR से पूछ लेने चाहिए. 

क्यों है नोटिस पीरियड का नियम

कंपनियां नोटिस पीरियड का नियम इसलिए रखती हैं, ताकि किसी के नौकरी छोड़कर जाने की स्थिति में नोटिस पीरियड के दौरान ही उसका रिप्लेसमेंट ढूंढा जा सके. इस तरह कंपनी का काम प्रभावित नहीं होता है. इस्तीफा देते ही कंपनी नए कैंडिडेट की तलाश में लग जाती है. 

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