
ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने कमर्शियल एलपीजी गैस सिलेंडर (Commercial LPG) की कीमतों के मोर्चे पर बड़ी राहत दी है. कंपनियों ने एक मई से कमर्शियल रसोई सिलेंडर की कीमतों में 171.50 रुपये की कटौती की है. आज से देश की राजधानी दिल्ली में 19 किलो के कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमत 1856.50 रुपये हो गई है. हालांकि, घरेलू रसोई गैस सिलेंडर की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है.
इससे पहले एक अप्रैल को भी कमर्शियल रसोई गैस सिलेंडर की कीमतों में 91.50 रुपये की कटौती की थी. इस तरह देखें, तो दो महीने में कमर्शियल रसोई गैस सिलेंडर 263 रुपये सस्ता हुआ है. हर महीने की पहली तारीख को पेट्रोलियम कंपनियां रसोई गैस की नई कीमतें तय करती हैं.
महानगरों में कमर्शियल LPG की कीमतें
आज से कोलकाता में कमर्शियल LPG सिलेंडर की कीमत 1960.50 रुपये, मुंबई में 1808.50 रुपये और चेन्नई में 2021.50 रुपये हो गई है. एक मई 2022 को कमर्शियल LPG सिलेंडर दिल्ली में 2355.50 रुपये में मिल रहा था. आज दाम घटकर 1856.50 रुपये हो गया है. यानी पिछले एक साल में कमर्शियल LPG सिलेंडर 499 रुपये सस्ता हुआ है.
कोलकाता में 19 किलोग्राम कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमत पहले 2132.00 रुपये थी, जो अब घटकर 1960.50 रुपये हो गई. मुंबई में एलपीजी सिलेंडर की कीमत 1980 रुपये से कम होकर 1808 रुपये हो गई है. चेन्नई में अब इसकी कीमत पिछले महीने के 2192 रुपये से घटकर 2021 रुपये हो गई है.
कब बढ़े थे दाम?
पेट्रोलियम और ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने इस साल एक मार्च को कमर्शियल LPG सिलेंडर की कीमतों में 350.50 रुपये प्रति यूनिट और घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में 50 रुपये प्रति यूनिट की बढ़ोतरी की थी. इससे पहले एक जनवरी को कमर्शियल सिलेंडर की कीमतों में 25 रुपये प्रति यूनिट की बढ़ोतरी हुई थी.
कमर्शियल LPG सिलेंडरों का इस्तेमाल होटल और रेस्टोरेंट में होता है. इसका घरेलू इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. घरेलू और कमर्शियल रसोई गैस सिलेंडर में वजन का अंतर होता है. कमर्शियल LPG सिलेंडर में 19 किलो गैस भरी होती है और घरेलू LPG सिलेंडर 14.2 किलो गैस के साथ आता है.
किसे मिलती है सब्सिडी
बता दें कि मोदी सरकार ने मार्च 2015 से घरेलू रसोई गैस पर दी जाने वाली सब्सिडी सीधे लाभार्थी के बैंक अकाउंट में भेजने की पहल शुरू की थी. लोगों को तब हर साल 12 सिलेंडर सब्सिडी पर मिलते थे. कोरोना महामारी के बाद रसोई गैस पर दी जाने वाली सब्सिडी कम होने लग गई. इससे पहले सरकार ने लोगों से स्वेच्छा से सब्सिडी छोड़ने क मुहिम की शुरुआत की थी. हालांकि महामारी के दौर में सब्सिडी सभी के लिए समाप्त हो गई. अब सिर्फ उज्ज्वला योजना (Ujjwala Yojana) के तहत कनेक्शन पाने वालों को ही एलपीजी सिलेंडर सब्सिडी दी जाती है.