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आपको भी आया ये मैसेज तो हो जाएं सावधान, एक गलती से खाली हो जाएगा बैंक अकाउंट

पीआईबी ने एक Tweet में एसबीआई के ग्राहकों को उस मैसेज को लेकर आगाह किया है, जिसमें लोगों से कहा जा रहा है कि उनका बैंक अकाउंट ब्लॉक हो गया है. दरअसल ये मैसेज फ्रॉड करने वाले लोग भेज रहे हैं. पीआईबी ने लोगों से कहा है कि वे इस मैसेज का रिप्लाई नहीं करें.

अपराधी भेज रहे बैंक के नाम पर मैसेज अपराधी भेज रहे बैंक के नाम पर मैसेज
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 23 मई 2022,
  • अपडेटेड 4:42 PM IST
  • तरह-तरह के हथकंडे अपनाते हैं साइबर ठग
  • इस बार एसबीआई के ग्राहक बने निशाना

डिजिटल होती इकोनॉमी (Digital Economy) में बैंकिंग फ्रॉड (Banking Fraud) के खतरे बढ़ गए हैं. लोगों के बैंक अकाउंट (Bank Account) से पैसे उड़ाने वाले ठग अलग-अलग हथकंडे अपनाते रहते हैं. ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जिसमें एसबीआई के ग्राहकों (SBI Customers) को फेक मैसेज भेजा जा रहा है. सरकार ने लोगों को सावधान करते हुए कहा है कि ये मैसेज बैंक से नहीं भेजे जा रहे, बल्कि शातिर ठगों का गिरोह यह काम कर रहा है. सरकार ने लोगों से इस मैसेज को तुरंत डिलीट कर देने को कहा है.

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मैसेज में दिए लिंक पर न करें क्लिक

पीआईबी ने एक Tweet में एसबीआई के ग्राहकों को उस मैसेज को लेकर आगाह किया है, जिसमें लोगों से कहा जा रहा है कि उनका बैंक अकाउंट ब्लॉक हो गया है. दरअसल ये मैसेज फ्रॉड करने वाले लोग भेज रहे हैं. पीआईबी ने लोगों से कहा है कि वे इस मैसेज का रिप्लाई नहीं करें. अगर कॉल पर बैंक अकाउंट लॉक होने की बात कही जाए तो रिस्पॉन्ड नहीं करें. मैसेज में अगर किसी लिंक पर क्लिक करने कहा गया है तो ऐसा बिलकुल नहीं करें.

इस ईमेल पर तत्काल करें रिपोर्ट

पीआईबी ने एक Tweet में कहा, 'एक मैसेज सर्कुलेट हो रहा है, जिसमें कहा जा रहा है कि आपका एसबीआई अकाउंट ब्लॉक हो गया है. यह फेक मैसेज है. अगर आपको भी ऐसा कोई मैसेज मिला है तो report.phishing@sbi.co.in पर तुरंत जानकारी दें. बैंक इस पर तत्काल एक्शन लेगा. अगर कोई ईमेल या मैसेज से पर्सनल या बैंकिंग डिटेल मांगे तो भूलकर भी देने की गलती न करें.'

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फेक मैसेज में कई सारी गलतियां

फेक मैसेज में एसबीआई के ग्राहकों से कहा जा रहा है, 'प्रिय खाताधारक, एसबीआई बैंक डॉक्यूमेंट एक्सपायर हो गया है. अकाउंट अब ब्लॉक हो जाएगा. इस लिंक पर क्लिक करें और नेटबैंकिंग से अपडेट करें.' मैसेज देखने से लग जाता है कि यह एसबीआई की ओर से नहीं आया है. मैसेज में न सिर्फ ग्रामर की गलतियां हैं, बल्कि फॉर्मेट भी गड़बड़ है. यहां तक कि जो लिंक भेजा गया है, वह भी ऑफिशियल एसबीआई वेबसाइट का नहीं है.

 

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