
अगर आप विदेश यात्रा करते हैं तो एयरपोर्ट पर इमिग्रेशन जांच में अच्छा खासा वक्त लगता है. लेकिन अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) के नेतृत्व में भारत सरकार आपकी इस मुश्किल को आसान करने जा रही है. सरकार बहुत जल्द देश के सभी नागरिकों को ई-पासपोर्ट (E-Passport) जारी करेगी.
विदेश मंत्रालय के सचिव संजय भट्टाचार्य ने हाल में ट्वीट कर बताया कि अब देश में पासपोर्ट को बायोमेट्रिक डेटा के साथ सुरक्षित बनाया जाएगा. इसके जरिए दुनियाभर में भारतीय लोग आसानी से इमिग्रेशन प्रोसेस को पूरा कर पाएंगे. उन्होंने लिखा ‘भारत जल्द अपने नागरकों को अगली पीढ़ी के ई-पासपोर्ट लाएगा...।"
पायलट आधार पर राजनयिकों को दिए ई-पासपोर्ट
देश में अभी सभी नागरिकों को बुकलेट के रूप में प्रिंट किए पासपोर्ट जारी होते हैं. लेकिन अब मोदी सरकार इसमें एक इलेक्ट्रॉनिक चिप लगाएगी, जिसमें आपका सारा बायोमीट्रिक डेटा स्टोर होगा. इससे एयरपोर्ट पर आपके बायोमीट्रिक डेटा को स्कैन करने में लगने वाला वक्त कम हो जाएगा. अभी सरकार ने पायलट आधार पर करीब 20,000 राजनयिकों को ऐसे पासपोर्ट जारी किए हैं. लेकिन अब विदेश मंत्रालय इसे आम नागरिकों को देने पर भी विचार कर रहा है.
फ्रॉड रोकने की कवायद
सरकार ने इससे पहले कहा था कि पासपोर्ट से जुड़ी किसी भी तरह की धोखाधड़ी को रोकने के लिए और यात्रियों को इमिग्रेशन में मदद करने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है. ई-पासपोर्ट के बारे में विदेश मंत्रालय ने पिछले साल कहा था कि इसे नष्ट करना मुश्किल होगा और ये इंटरनेशनल सिविल एविएशन ऑर्गनाइजेशन (आईसीएओ) स्टैंडर्ड के अनुरूप होंगे.
विदेश मंत्रालय ने पिछले साल मार्च में राज्यसभा में एक लिखित जवाब में बताया था, ‘मंत्रालय अपने नागरिकों को एडवांस सिक्योरिटी फीचर्स वाले चिप आधारित ई-पासपोर्ट जारी करेगा. आवेदक की पर्सनल जानकारी को डिजिटल तरीके से साइन करके चिप में स्टोर किया जाएगा और इसे पासपोर्ट बुकलेट में एम्बेड किया जाएगा. अगर कोई चिप को नुकसान पहुंचाता है तो सिस्टम इसे चिह्नित कर लेगा और पासपोर्ट का सत्यापन नहीं हो पाएगा."
भारत में वर्तमान 36 पासपोर्ट कार्यालय, 93 पासपोर्ट सेवा केंद्र और 426 पोस्ट ऑफिस पासपोर्ट सेवा केंद्र सहित कुल 555 पासपोर्ट केंद्र हैं.