
भारतीय रिजर्व बैंक की तीन दिवसीय एमपीसी बैठक (RBI MPC Meeting) के नतीजों का ऐलान गुरुवार को कर दिया गया. आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत ने रेपो रेट (Repo Rate) को 6.5 फीसदी पर स्थिर रखने की जानकारी देते हुए कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) सही ट्रैक पर है और घरेलू डिमांड में तेजी के चलते ये लगातार बेहतर बनी हुई है और आने वाले समय में भारत दुनिया का नया ग्रोथ इंजन (New Growth Engine) बन सकता है. इसके साथ ही उन्होंने UPI को लेकर भी बड़ी घोषणा की है.
सही ट्रैक पर इंडियन इकोनॉमी
RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने दावा किया हम दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी इकोनॉमी (India 5th Largest Economy) हैं और हमारी अर्थव्यवस्था तमाम झटकों के बाद भी लचीली बनी हुई है और इसमें ग्रोथ जारी है. भारत फिलहाल ग्लोबल इकोनॉमी में हो रहे बदलाव का फायदा उठाने के लिए सबसे बेहतर स्थिति है और इसका वैश्विक विकास में करीब 15 फीसदी का योगदान है. एमपीसी बैठक में लिए फैसलों की जानकारी देते हुए उन्होंने देश में टमाटर समेत अन्य सब्जियों की कीमतों में आए उछाल (Tomato Price Hike) पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि इसके कारण जुलाई-अगस्त में महंगाई (Inflation) में वृद्धि देखने को मिल सकती है.
यूपीआई को लेकर तीन बड़े ऐलान
रेपो रेट स्थिर रखने के साथ ही छह सदस्यीय मौद्रिक नीति समिति की बैठक में यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस यानी UPI को लेकर भी बड़ा ऐलान किया गया. गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि जल्द ही यूपीआई के माध्यम से ऑफलाइन पेमेंट किया जा सकेगा. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर ने UPI भुगतान को बढ़ावा देने के लिए उपायों की घोषणा करते हुए कहा कि यूपीआई लाइट (UPI Lite) पर लेनदेन की सीमा 200 रुपये से बढ़ाकर 500 रुपये किया जाएगा. दास ने यह भी कहा कि केंद्रीय बैंक UPILite के जरिए नियर फील्ड टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हुए यूपीआई में ऑफलाइन पेमेंट शुरू करने की तैयारी कर रहा है. इसके अलावा यूपीआई प्लेटफॉर्म पर कन्वर्सेशनल पेमेट्स (Conversational Payment) सक्षम किया जाएगा.
2000 रुपये के नोटों पर क्या बोले गवर्नर?
रिजर्व बैंक की ओर से बीते मई महीने में सर्कुलेशन से 2,000 रुपये के गुलाबी नोटों को बाहर करने का फैसला लिया था. गुरुवार को MPC बैठक के नतीजों का ऐलान करते हुए आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि 2000 रुपये के बैंक नोटों को वापस लेने और सरकार को डिविडेंड देने के कारण सरप्लस लिक्विडिटी का स्तर बढ़ गया है. उन्होंने कहा कि 2000 रुपये के नोट वापस आने से नकदी में बढ़ोतरी दर्ज की गई है. बता दें कि लिक्विडिटी उस रकम को दर्शाती है जो तुरंत कर्ज को पूरा करने या निवेश के लिए इस्तेमाल करने के लिए उपलब्ध होती है.
बता दें कि RBI की ओर से बीते सप्ताह देश के तमाम बैंकों में वापस आए 2000 रुपये के नोटों का आंकड़ा जारी किया था. इसमें बताया गया था कि 31 जुलाई 2023 तक मार्केट में मौजूद 2000 रुपये के करीब 88 फीसदी नोट वापस आ चुके हैं. इनकी कुल वैल्यू लगभग 3.14 लाख करोड़ रुपये है. केंद्रीय बैंक ने 19 मई को देश के सबसे बड़े इस करेंसी नोट को सर्कुलेशन से बाहर करने की घोषणा की थी और इन्हें बैंकों में वापस लौटाने के लिए लोगों को 30 सितंबर 2023 तक का समय दिया है.
फॉरेक्स रिजर्व 600 अरब डॉलर के पार
रिजर्व बैंक ने वित्त वर्ष 23-24 में GDP Growth का अनुमान 6.5 फीसदी रहने का जताया है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष की पहली तिमाही में रियल GDP ग्रोथ 8 फीसदी रह सकती है. जबकि दूसरी तिमाही में 6.5 फीसदी, तीसरी तिमाही में 6 फीसदी और चौथी तिमाही में 5.7 फीसदी रहने का अनुमान जाहिर किया गया है. गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि जनवरी 2023 से भारतीय रुपया (India Rupee) स्थिर बना हुआ है. इसके साथ ही भारत का विदेशी मुद्रा भंडार (Forex Reserve) भी 600 अरब डॉलर को पार कर गया है.