
अगर आप सोना यानी Gold खरीदने का मन बना रहे हैं, तो फिर आज से आपको शानदार मौका मिलने जा रहा है. दरअसल, RBI सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम की चौथी सीरीज (Sovereign Gold Bond 4th Series) आज से ओपन हो रही है, जिसके तहत सरकार बाजार भाव से कम दाम पर शुद्ध सोना बेच रही है. इस स्कीम के तहत सोना खरीदने का सबसे बड़ा फायदा ये है कि रिटर्न तो जोरदार मिलता ही है, साथ में ये Gold ऐसा होता है, जिसे चोर चोरी तक नहीं कर सकता है. निवेश के लिहाज से ये सरकारी सोना अब तक बेहद फायदेमंद साबित हुआ है.
16 फरवरी तक कर सकते हैं निवेश
SGB Scheme 16 फरवरी तक खुली रहेगी यानी आपके पास सस्ते में सोना खरीदने के लिए महज 5 दिन का मौका है. इससे पहले वित्त वर्ष 2023-24 के लिए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB Scheme) की तीसरी किस्त बीते साल 18 दिसंबर को जारी की गई थी, जो 22 दिसंबर तक खुली थी. गौरतलब है कि इस स्कीम के तहत सरकार जो सोना बेचती है, वह यह एक तरह का पेपर गोल्ड या डिजिटल गोल्ड (Digital Gold) होता है, जिसमें आपको एक सर्टिफिकेट दिया जाता है कि आप किस रेट पर सोने की कितनी मात्रा खरीद रहे हैं. इस डिजिटल गोल्ड को खरीदने पर रिटर्न मिलने की संभावना ज्यादा रहती है.
सरकार ने तय किया Gold का ये दाम
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम (Sovereign Gold Bond) की चौथी किस्त का इश्यू प्राइस 6,263 रुपये प्रति ग्राम तय किया गया है. इसका मतलब है कि आप मार्केट से सस्ती कीमत पर यहां से सोना खरीदकर निवेश कर सकते हैं. यही नहीं अगर आप ऑनलाइन इसमें निवेश करते हैं तो 50 रुपये प्रति ग्राम की अतिरिक्त छूट भी दी जाती है. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम (Sovereign Gold Bond Scheme) में निवेश का मैच्योरिटी पीरियड 8 साल का होता है. सरकार ने इस स्कीम की शुरुआत नवंबर 2015 में की थी और अब तक बीते 8 सालों में इसमें निवेश करने वाले इन्वेस्टर्स को 12.9 फीसदी का शानदार रिटर्न मिला है.
99.9% शुद्ध सोने की खरीदारी
सरकार ने Gold की फिजिकल मांग को कम करने के इरादे से इस सरकारी गोल्ड बॉन्ड योजना को शुरू किया था. इसमें किए गए निवेश पर सुरक्षा की गारंटी सरकार देती है. निवेशक इस डिजिटल गोल्ड को कैश से भी खरीद सकते हैं और जितनी रकम का Gold इसमें खरीदा जाता है, उसके बराबर मूल्य का सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड, उन्हें जारी कर दिया जाता है. भले इसका मैच्योरिटी पीरियड 8 साल का होता है, लेकिन 5 साल के बाद इसमें बाहर निकलने का विकल्प भी मिलता है. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में आप 24 कैरेट यानी 99.9% शुद्ध सोने में निवेश करते हैं.
सरकार की गारंटी के साथ अश्योर्ड रिटर्न
मतलब साफ है कि इसमें आप ज्वैलरी के रूप में Gold की खरीदारी नहीं करते हैं, बल्कि एसजीबी स्कीम के तहत गोल्ड बॉन्ड में निवेश किया जाता है, जिसे भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा जारी किया जाता है. अगर फायदे की बात करें तो सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेश पर सरकार की ओर से गारंटेड सालाना 2.5 फीसदी का ब्याज मिलता है और ये अश्योर्ड रिटर्न होता है, जो साल में दो बार अकाउंट में जमा की जाती है.
1 ग्राम सोने में भी कर सकते हैं निवेश
आप इस स्कीम के तहत 1 ग्राम सोने में भी निवेश कर सकते हैं. वहीं स्कीम में एक वित्तीय वर्ष में एक व्यक्ति अधिकतम 500 ग्राम गोल्ड बॉन्ड खरीद सकता है. ये बॉन्ड बैंकों (स्मॉल फाइनेंस बैंकों और पेमेंट बैंकों को छोड़कर), स्टॉक होल्डिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड, नॉमिनेटेड डाकघरों और मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंजों जैसे नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज लिमिटेड (BSE) के माध्यम से बेचे जाते हैं. भारतीय निवासी, अविभाजित हिंदू परिवार (HUF), ट्रस्टों, विश्वविद्यालयों और धर्मार्थ संस्था ही इस गोल्ड बॉन्ड स्कीम में निवेश कर सकते हैं.