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Shopify Inc: इस कंपनी ने लिया फैसला, कहा- मीटिंग से होता है वक्त बर्बाद... बंद कर दो ये काम!

ई-कॉमर्स कंपनी शॉपिफाई ने बड़ी मीटिंग्स के कल्चर को खत्म करने का फैसला किया है. कंपनी का कहना है कि एक्स्ट्रा मीटिंग्स लंबे समय तक खिंच जाती हैं. फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा इंक ने भी नो मीटिंग डेज कल्चर की शुरुआत की है. 

इस कंपनी ने कर्मचारियों को दी गजब की राहत. इस कंपनी ने कर्मचारियों को दी गजब की राहत.
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 07 जनवरी 2023,
  • अपडेटेड 3:32 PM IST

कनाडा की ई-कॉमर्स कंपनी शॉपिफाई (Shopify Inc) ने अपने कर्मचारियों को नए साल में बड़ी राहत दी है. कंपनी ने बड़ी मीटिंग कल्चर को खत्म करने का फैसला किया है. इसके अलावा ग्रुप मीटिंग से भी कर्मचारियों को दूर रहने के लिए कहा गया है. रिपोर्ट्स के अनुसार, कनाडाई ई-कॉमर्स शॉपिफाई ने कहा कि 50 से अधिक लोगों के साथ बड़ी मीटिंग्स केवल गुरुवार को छह घंटे की विंडो के दौरान ही की जा सकती है. कंपनी के लीडर भी कर्मचारियों को अन्य मीटिंग और चैट ग्रुप से दूर रहने के लिए प्रोत्साहित करेंगे.

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कंंपनी ने लागत में कटौती की थी

ब्लूमबर्ग के अनुसार, कंपनी के सह-संस्थापक, मुख्य कार्यकारी अधिकारी टोबी लुत्के ने एक ईमेल बयान में कहा- 'चीजों को हटाने की तुलना में चीजों को जोड़ना बहुत आसान है. यदि आप किसी चीज के लिए हां कहते हैं, तो आप वास्तव में उन सभी चीजों के लिए ना कहते हैं जो आप उस अवधि के दौरान कर सकते थे. जैसे-जैसे लोग चीजें जोड़ते हैं, वैसे-वैसे चीजों का सेट छोटा होता जाता है.' बता दें कि कंपनी ने अपनी लागत में कटौती की थी.

रद्द कर दी जा रही हैं ऐसी मीटिंग्स

Shopify Inc के वाइस प्रसिडेंट प्रोडक्ट और सीओओ काज नेजतियान ने कहा कि कंपनी 'लोगों को उनके मेकर टाइम वापस' दे रही है. हम दो से अधिक लोगों के साथ सभी Shopify मीटिंग रद्द कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में हमारी कंपनी में हमने एक्स्ट्रा मीटिंग्स को जबरन खींचते हुए देखा है. इसके अलावा कंपनी ने कोविड के बाद से अपने कर्मचारियों को कहीं से भी काम करने की आजादी दी है.

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बढ़ सकता है प्रोडक्शन

फ्रांस के NEOMA बिजनेस स्कूल के शोध के अनुसार, मीटिंग न करने की पॉलिसी प्रोडक्शन को बढ़ा सकती. साथ ही कर्मचारियों के तनाव को कम कर सकती है. हालांकि, Shopify में मीटिंग्स पूरी तरह से खत्म नहीं हो रही है. पिछले साल कंपनी ने कर्मचारियों को अपनी सैलरी और कंनसेशन स्ट्रक्चर तय करने का भी अधिकार दिया था. कंपनी कॉस्ट कटिंग पर फोकस कर रही है.

नो मीटिंग डेज कल्चर

पिछले साल किए गए एक सर्वे के अनुसार, कर्मचारी सप्ताह में औसतन लगभग 18 घंटे मीटिंग में गुजार देते हैं. वहीं, सिर्फ 14 फीसदी मीटिंग इनवाइट को एक्सेप्ट नहीं करते हैं. सर्वे में पाया गया था कि बड़े संगठनों में कर्मचारियों के गैर जरूरी मीटिंग्स में जाने से हर साल लगभग 100 मिलियन डॉलर की बर्बादी होती है. फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा इंक ने भी नो मीटिंग डेज कल्चर की शुरुआत की है.

 

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