
राहुल एक दिन शाम को दफ्तर से घर लौट रहे थे. रास्ते में उन्होंने सोचा कि बाजार से हरी सब्जी लेता चलूं. वो दुकान के पास पहुंचे और अपनी पसंदीदा सब्जी खरीद ली, लेकिन जब दुकानदार ने कहा कि भैया थैला दीजिएगा. राहुल कुछ समझ नहीं पाए. क्योंकि अब तक तो वो पॉलिथिन बैग (Polythene Bag) में हरी सब्जी लेकर घर चले जाते थे. अब प्लास्टिक थैले (Plastic Bag) बाजार से गायब होने लगे हैं.
इसके अलावा सिंगल यूज प्लास्टिक से जुड़ी तमाम वस्तुएं भी धीरे-धीरे मार्केट से खत्म हो रही हैं. अब बर्थडे पर केक काटने के लिए प्लास्टिक की चाकू की जगह लकड़ी के चाकू मिलने लगे हैं. क्योंकि सरकार ने एक जुलाई से सिंगल यूज प्लास्टिक (Single use Plastic) को प्रतिबंधित कर दिया है.
इन प्रोडक्ट पर प्रतिबंध
पॉलिथिन बैग समेत कई चीजें अब बाजार में बेहद कम मात्रा में दिखाई दे रही हैं. जो लोग रखे हैं, वो चुपके से इसका इस्तेमाल कर रहे हैं. सरकार ने 1 जुलाई से करीब डेढ़ दर्जन से अधिक प्लास्टिक की वस्तुओं को बैन किया है. भारत सरकार ने कूड़ा-करकट वाले सिंगल यूज प्लास्टिक से होने वाले प्रदूषण को कम करने के लिए ठोस कदम उठाए हैं.
बाजार से गायब हो रही हैं ये वस्तुएं
प्लास्टिक के साथ ईयर-बड, गुब्बारों के लिए प्लास्टिक स्टिक, प्लास्टिक के झंडे, कैंडी स्टिक, आइसक्रीम स्टिक, सजावट के लिए पॉलीस्टाइनिन (थर्मोकोल) प्लेट, कप, गिलास, कांटे, चम्मच जैसी वस्तुओं के इस्तेमाल पर प्रतिबंध है. प्लास्टिक के कप और गिलास भी अब बाजार में कम ही नजर आ रहे है. इनकी जगह अब पेपर के कप और गिलास ने ले ली है. जिस प्लास्टिक के स्ट्ऱॉ के बैन होने पर बेवरेज और डेयरी कंपनियों ने सरकार से फैसले को टालने की मांग की थी. वो स्ट्रॉ भी अब प्रोडक्ट्स की नई खेप के साथ नजर नहीं आ रहा.
नहीं मिलेंगे प्लास्टिक वाले झंडे
आने वाले 15 अगस्त को आप प्लास्टिक के तिरंगे के साथ आजादी का उत्सव नहीं मना पाएंगे. क्योंकि सरकार ने प्लास्टिक के झंडे पर भी प्रतिबंध लगा दिए हैं. इसकी जगह आपको पेपर आय कपड़े के झंडे मिलेंगे. आप जिस दफ्तर में काम करते हैं. वहां की कैंटीन में गौर करेंगे तो आपको प्लास्टिक के चम्मच शायद अब नहीं दिखे. इसकी जगह आपको स्टील या फिर लकड़ी के चम्मच मिलेंगे.
हालांकि, अभी भी हमारे घरों में सिंगल यूज प्लास्टिक वाली कई चीजें मौजूद हैं. प्रतिबंधित चीजें धीरे-धीरे अभी मार्केट से गायब हो रही हैं. इसके बाद आपके और हमारे घरों में भी ये चीजें नजर नहीं आएंगी.
पर्यावरण को रहा था नुकसान
सिंगल यूज प्लास्टिक को एक बार इस्तेमाल करने के बाद फेंक दिया जाता है. इस तरह की प्लास्टिक को रिसाइकिल भी नहीं किया जा सकता है. ज्यादातर सिंगल यूज प्लास्टिक को जला दिया जाता है या फिर जमीन के नीचे दबा दिया जाता. इस वजह से ये पर्यावरण को लंबे वक्त तक नुकसान पहुंचाता है.