
अगर आप सोना (Gold) खरीदना चाहते हैं या इसमें निवेश (Gold Investment) का प्लान बना रहे है, तो फिर ये खबर आपके लिए है. दरअसल, आप बाजार भाव से कम दाम पर सोना खरीद सकते हैं और वो भी सीधे सरकार से, दरअसल इसकी महीने सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond) की तीसरी किस्त जारी होने वाली है और इसमें पांच दिनों तक आपको सस्ते दाम पर गोल्ड में निवेश करने का मौका मिलेगा.
18 दिसंबर को ओपन होनी किश्त
सरकार इस महीने 18 दिसंबर को वित्त वर्ष 2023-24 के लिए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB Scheme) की तीसरी किश्त जारी करेगी. इसमें पांच दिनों तक यानी 22 दिसंबर तक खरीद की जा सकेगी. इससे पहले इस साल की पहली किश्त 19 जून से 23 जून तक ओपन हुई थी, जबकि दूसरी किस्त 11 सितंबर से 15 सितंबर तक खुली थी. इस स्कीम के तहत सरकार बाजार में चल रहे सोने के भाव (Gold Price) से बेहद कम दाम पर सोना खरीदने का मौका देती है. इसके अलावा वित्त वर्ष की चौथी किश्त अगले साल फरवरी महीने में खुलेगी और इसके लिए 12 से 16 फरवरी की तारीख तय है.
Gold का दाम तय होना अभी बाकी
Sovereign Gold Bond Scheme की तीसरी किस्त के लिए हालांकि, अभी दाम तय नहीं किया गया है. इससे पहले सितंबर महीने में जारी हुई किश्त के दौरान सरकार ने 5,923 रुपये प्रति ग्राम की दर से सोना बेचा था. गौरतलब है कि इस स्कीम के तहत सरकार जो सोना बेचती है, वह यह एक तरह का पेपर गोल्ड या डिजिटल गोल्ड (Digital Gold) होता है, जिसमें आपको एक सर्टिफिकेट दिया जाता है कि आप किस रेट पर सोने की कितनी मात्रा खरीद रहे हैं. इस डिजिटल गोल्ड को खरीदने पर रिटर्न मिलने की संभावना ज्यादा रहती है.
दरअसल, इसे इस तरीके से समझ सकते हैं कि एसजीबी स्कीम के तहत गोल्ड बॉन्ड में निवेश किया जाता है, जिसे भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा जारी किया जाता है. अगर फायदे की बात करें तो सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में सालाना 2.5 फीसदी का ब्याज मिलता है और ये अश्योर्ड रिटर्न होता है. इसके अलावा इस स्कीम में सोना खरीदने पर सरकार तय किए गए रेट पर अतिरिक्त छूट भी देती है.
2015 में शुरुआत, दिया 12% से ज्यादा रिटर्न
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से सॉवरेन गोल्ड स्कीम की शुरुआत नवंबर 2015 में की गई थी, जिसकी पहली किस्त की मैच्योरिटी पूरी हो चुकी है. इसने आठ साल में 12.9 फीसदी सालाना के हिसाब से रिटर्न दिया है. सरकार ने Gold की फिजिकल मांग को कम करने के इरादे से इस सरकारी गोल्ड बॉन्ड योजना को शुरू किया था. इसमें किए गए निवेश पर सुरक्षा की गारंटी सरकार देती है.
निवेशकों इस डिजिटल गोल्ड को कैश से भी खरीद सकते हैं और जितनी रकम का Gold इसमें खरीदा जाता है, उसके बराबर मूल्य का सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड, उन्हें जारी कर दिया जाता है. इसका मैच्योरिटी पीरियड 8 साल का होता है. लेकिन 5 साल के बाद इसमें बाहर निकलने का विकल्प भी मिलता है. एक और खास बात ये कि सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में आप 24 कैरेट यानी 99.9% शुद्ध सोने में निवेश करते हैं.
ऑनलाइन खरीद पर अलग से छूट
SGB Scheme के तहत ऑनलाइन खरीद करने वाले लोगों 50 रुपये प्रति ग्राम की छूट भी दी जाती है. खास बात ये है कि आप इस स्कीम के तहत 1 ग्राम सोने में भी निवेश कर सकते हैं. वहीं स्कीम में एक वित्तीय वर्ष में एक व्यक्ति अधिकतम 500 ग्राम गोल्ड बॉन्ड खरीद सकता है. ये बॉन्ड बैंकों (स्मॉल फाइनेंस बैंकों और पेमेंट बैंकों को छोड़कर), स्टॉक होल्डिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड, नॉमिनेटेड डाकघरों और मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंजों जैसे नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज लिमिटेड (BSE) के माध्यम से बेचे जाते हैं.
कीमत के बारे में जिक्र करें तो गोल्ड बॉन्ड का इश्यू प्राइस भारतीय बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन लिमिटेड (IBJA) द्वारा, जो 999 शुद्धता वाले गोल्ड का क्लोजिंग प्राइस के आधार पर होता है. साफ शब्दों में कहें तो गोल्ड बॉन्ड के दाम सब्सक्रिप्शन अवधि से पहले के सप्ताह के अंतिम तीन कारोबारी दिन के लिए आईबीजेए की तरफ से जारी 999 शुद्धता वाले सोने के बंद भाव के सिम्पल एवरेज के आधार पर तय होते हैं.