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IRCTC के शेयरों में लगातार दूसरे दिन बड़ी गिरावट से निवेशक घबराने लगे हैं. केवल दो दिन में IRCTC के स्टॉक 30 फीसदी से ज्यादा फिसल चुके हैं. बुधवार को शेयर में 20 फीसदी तक लुढ़क गया है. ऐसे में अब निवेशकों की क्या रणनीति होनी चाहिए और किस वजह से स्टॉक गिर रहा है? आइए जानते हैं कि एक्सपर्ट्स की राय.
दरअसल, अब निवेशक सोच रहे हैं कि इस शेयर में बने रहें या निकल जाएं? मंगलवार 19 अक्टूबर को IRCTC के शेयरों में 15 फीसदी की तेज गिरावट आई थी. हालांकि, कारोबार के आखिरी में शेयर BSE पर 8 फीसदी लुढ़ककर बंद हुआ था. लेकिन बुधवार को करीब 20 फीसदी की गिरावट देखने को मिली.
ऑल टाइम हाई गया था शेयर
इससे पहले 19 अक्टूबर को शुरुआती कारोबार में IRCTC के शेयरों ने 6393 रुपये का अपना ऑल टाइम हाई भी टच किया था, और गिरकर 4370 रुपये के आसपास पहुंच गया. दो दिन में शेयर करीब 2000 रुपये गिर चुका है. फिलहाल शेयर 4400 रुपये के ऊपर बना हुआ है.
मारवाड़ी शेयर्स एंड फाइनेंस लिमिटेड के वाइस प्रसिडेंट (Advisory) अखिल राठी का कहना है कि आईआरसीटीसी का इंटरनेट टिकटिंग सेगमेंट में मजबूत और एकाधिकार कारोबार है. कंपनी का 53 फीसदी राजस्व इसी सेगमेंट से आता है. अर्थव्यवस्था और त्योहारी सीजन के अनलॉक होने के कारण दूसरी तिमाही और आगामी तिमाहियों में कारोबार और बढ़ने की संभावना है.
आने वाले दिनों में होगा लाभ
BusinessToday.In से बातचीत से अखिल राठी ने कहा कि कोरोना के मामले घटने से आने वाले दिनों में कई और नई ट्रेनें चलाई जाएंगी. जिसका IRCTC को लाभ होने वाला है. क्योंकि कैटरिंग बिजनेस से IRCTC को कुल राजस्व का 27 फीसदी हिस्सा मिलता है. उन्होंने कहा कि पिछले दिनों मजबूत तेजी के कारण आने वाले हफ्तों में स्टॉक पर दबाव रहने की संभावना है. लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए इस स्टॉक में यह एक निवेश का मौका होगा.
शेयरइंडिया के उपाध्यक्ष और रिसर्च प्रमुख डॉ. रवि सिंह के अनुसार ट्रेडरों ने IRCTC के शेयर में भारी उतार-चढ़ाव के लिए अटकलों को जिम्मेदार ठहराया है. IRCTC के शेयरों में 20 अक्टूबर बुधवार को फ्यूचर ऑप्शन का कारोबार नहीं हो रहा है. NSE के फ्यूचर-ऑप्शन (F&O) बैन लिस्ट में IRCTC को शामिल किया गया है. NSE ने बताया कि इसके शेयरों में फ्यूचर ऑप्शन पर इसलिए पाबंदी है क्योंकि यह 95% मार्केट वाइड पोजीशन लिमिट (MWPL) को क्रॉस कर लिया है. जिस वजह निवेशक पैनिक में आकर स्टॉक की सेलिंग कर रहे हैं.
यही नहीं, शेयर पिछले दिनों खूब भागा है, इसलिए लोग मुनाफावसूली भी कर रहे हैं. आईआरसीटीसी के स्टॉक के लिए नीचे 4,200 रुपये और 3,800 रुपये मजबूत सपोर्ट का काम करेगा. जबकि ऊपर resistance 4,800 रुपये और 5,200 रुपये हो सकता है.
एक और विशेषज्ञ की राय
GCL सिक्योरिटीज के वाइस चेयरमैन रवि सिंघल ने बताया कि अब IRCTC आक्रामक रूप से अपने हॉस्पिटैलिटी व्यवसाय पर ध्यान केंद्रित कर रहा है. यह होटल, टूर और ट्रैवल सर्विस प्रोवाइडर्स और स्थानीय खाद्य आपूर्तिकर्ताओं के साथ नए सिरे से गठजोड़ कर रहा है.
उन्होंने कहा कि इसके अलावा IRCTC ने विमानन कंपनियों के साथ भी गठजोड़ किया है. इसलिए, बाजार ने महसूस किया है कि आने वाले समय में यह भारतीय रेलवे का ई-टिकट बुकिंग प्लेटफॉर्म नहीं रहने वाला है. यह A टू Z हॉस्पिटैलिटी सर्विस प्रोवाइडर के रूप में उभरेगा.
गौरतलब है कि पिछले एक महीने में IRCTC के शेयर में जोरदार तेजी देखने को मिली थी. इस गिरावट के बावजूद पिछले एक महीने में शेयर ने करीब 22 फीसदी का रिटर्न दिया है. जबकि 6 महीने में IRCTC के स्टॉक ने 175 फीसदी रिटर्न दिया है. 6 महीने पहले यह शेयर 1640 रुपये का था.