
शेयर बाजार (Share Market) लगातार 10वें दिन गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है. मंगलवार को ओपनिंग बेहद खराब रही थी. गिफ्ट निफ्टी ने भी भारी गिरावट का संकेत दिया था, और हुआ भी वैसा ही. सेंसेक्स और निफ्टी गिरावट के साथ खुले, और अब भी दबाव के साथ ही कारोबार कर रहा है.
दरअसल, निवेशकों की अब हर उम्मीदें टूटती जा रही हैं. फरवरी का महीना शेयर बाजार के निवेशकों के लिए बेहद बुरा साबित हुआ. मार्च का आगाज भी कोहराम के साथ हुआ है. मंगलवार को Sensex गिरावट के साथ 72,817.34 अंक पर खुला, जबकि निफ्टी 21,974.45 अंक पर खुला. मंगलवार दोपहर 1.30 बजे सेंसेक्स (Sensex) 176 गिरकर कारोबार कर रहा था, जबकि निफ्टी 56 अंक गिरकर कारोबार कर रहा था.
इससे पहले सोमवार को निफ्टी लुढ़ककर 22004 अंक तक पहुंच गया था. अगर निफ्टी 22000 अंक के नीचे चला जाता तो फिर गिरावट और बढ़ जाती है. हालांकि निफ्टी का 52 वीक लो 21,281.45 अंक है, जो मार्च-2024 का आंकड़ा है. ऐसे में टेक्निकल पैरामीटर पर अगर निफ्टी 22000 का लेवल तोड़ता है तो फिर 21000 अंक तक फिसल सकता है. फिलहाल 22000 अंक निफ्टी के लिए एक मजबूत सपोर्ट का काम कर रहा है.
अगर गिरावट की बात करें तो Paytm के शेयर में 4.60 फीसदी, बजाज ऑटो में 5 फीसदी, हीरो मोटोकॉर्प में 3.50 फीसदी, HCL Tech में 2.50 फीसदी, Datapattns के शेयर में 3 फीसदी और Mapmyindia के शेयर 3.50 फीसदी गिरे हैं, जबकि HAL में 3.5 फीसदी, SBI में करीब 3 फीसदी, BEL में 2.50 फीसदी की तेजी दर्ज की गई. बाजार में गिरावट के ये चार मुख्य कारण हैं.
1. FII की जोरदार बिकवाली
अगर बाजार में गिरावट के कारण देखें तो विदेशी निवेशकों की बिकवाली जारी है, साल 2025 में अबतक FII भारतीय बाजार से करीब 1.50 लाख करोड़ रुपये निकाल चुके हैं. सिर्फ सोमवार को ही FIIs ने भारतीय शेयरों में 4,788 करोड़ रुपये के शेयर बेच डाले. इससे पहले शुक्रवार 28 फरवरी को 11639 करोड़ रुपये के शेयर बेचे थे. वहीं भारतीय बाजार से पैसे निकालकर विदेशी निवेश चाइनीज मार्केट में लगा रहे हैं.
2. ट्रंप का टैरिफ अटैक
डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा और मैक्सिको से आने वाले सामानों पर 25% टैरिफ लगाने का ऐलान किया है. जवाब में कनाडा ने भी अमेरिकी प्रोडक्ट्स पर 25% का जवाबी टैरिफ लगाने का ऐलान किया है. जिससे निवेशकों की चिंताएं बढ़ गई हैं. यही कारण है कि सोमवार को अमेरिकी बाजार में भी भारी गिरावट देखी गई. यही नहीं, डोनाल्ड ट्रंप की नई टैरिफ पॉलिसी ने ग्लोबल मार्केट्स में हड़कंप मचा दिया है.
3. अब बड़ी कंपनियों के शेयरों में गिरावट
मिडकैप और स्मॉल कैप कंपनियों में भारी गिरावट के बीच अब लॉर्जकैप शेयरों में बिकवाली बढ़ने लगी है. मंगलवार को भी RIL के शेयरों गिरावट दर्ज की गई. इसके अलावा आईटी कंपनियों में दबाव देखने को मिल रहा है. टैरिफ वॉर से भी आईटी कंपनियों के शेयर गिर रहे हैं. निवेशकों को डर है कि टैरिफ और व्यापार तनाव के कारण भारतीय IT कंपनियों को मिलने वाले आउटसोर्सिंग प्रोजेक्ट्स में गिरावट आ सकती है.
4. ग्लोबल सेंटीमेंट खराब
पिछले करीब 6 महीने की गिरावट से बाजार का सेंटीमेंट काफी खराब है. अच्छी खबर पर भी बाजार चलने को तैयार नहीं है. खासकर अमेरिकी चुनाव के बाद डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों ने माहौल बिगाड़ने का काम किया है. यही नहीं, अमेरिका ने चीन से आने वाले उत्पादों पर 10% का अतिरिक्त शुल्क लगाने का ऐलान किया है. इससे चीन पर कुल टैरिफ 20% तक पहुंच गया है. एक्सपर्ट्स को चीन से भी आने वाले दिनों में ऐसी ही कदमों का अनुमान है.