
केंद्र सरकार द्वारा बेटियों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए तमाम योजनाएं चलाई जा रही हैं, इनमें से एक सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) खासी पॉपुलर है. ये स्मॉल सेविंग स्कीम एक लॉम्ग टर्म इन्वेस्टमेंट योजना है, जो बेटियों आपकी बेटी के भविष्य को आर्थिक रूप से सुरक्षित करने में मददगार होगी. दरअसल, इस एक स्कीम से बेटी की पढ़ाई से शादी तक की टेंशन कम हो सकती है. इसमें निवेश पर 8 फीसदी की दर से ब्याज (SSY Scheme Interest Rate) दिया जा रहा है.
250 रुपये से खुलवा सकते हैं अकाउंट
सुकन्या समृद्धि योजना की शुरुआत आठ साल पहले यानी साल 2015 में की गई थी. ये स्कीम 21 साल की है, लेकिन बेटी के माता-पिता को शुरुआत के 15 साल तक ही पैसा जमा करना पड़ता है. छह साल तक अकाउंट बिना पैसा जमा किए ही ऑपरेशनल बना रहता है. सुकन्या समृद्धि योजना के तहत 10 वर्ष से कम आयु की बेटियों का खाता उनके माता-पिता के नाम पर ही खुलता है. इस स्कीम के तहत सालाना 250 रुपये से लेकर 1.50 लाख रुपये जमा कर सकते हैं. फरवरी 2023 तक इस योजना के तहत लगभग 3 करोड़ से ज्यादा अकाउंट खोले जा चुके हैं.
21 साल में मैच्योर होती है स्कीम
जैसा कि बताया गया है कि SSY Scheme का मैच्योरिटी पीरियड 21 साल का है. यानी पूरी रकम इस अवधि के बाद ही निकाली जा सकती है, लेकिन लड़की की उम्र 18 साल होने के बाद पढ़ाई के लिए इस खाते से राशि निकाली जा सकती है. शिक्षा के लिए भी अकाउंट में जमा बैलेंस का 50 फीसदी ही निकाल सकते हैं. इसके लिए आपको बेटी की शिक्षा से जुड़े दस्तावेज प्रूफ के तौर पर देने होंगे. पैसा किस्त या एकमुश्त भी ले सकते हैं, लेकिन साल में एक बार ही मिलेगा और पांच साल तक आप किस्तों में पैसा निकाल सकते हैं.
शादी के लिए इतने पैसे की निकासी
शिक्षा के बाद अगर बात करें बेटी की शादी के लिए पैसा निकालने की प्रक्रिया की, तो इसके लिए अकाउंट में जमा कुल राशि का 50 फीसदी हिस्से की ही निकासी की जा सकती है. शादी के एक महीने पहले से लेकर तीन महीने बाद तक पैसे की निकासी की जा सकती है. लेकिन पूरा पैसा बेटी की उम्र 21 साल पूरी होने के बाद ही मिलेगा.
ऐसे मिलेंगे 60 लाख रुपये
सरकार की इस पॉपुलर स्कीम के तहत ब्याज दर 8 फीसदी है. इस हिसाब से अगर आप बेटी के जन्म के बाद हर महीने 12,500 रुपये का निवेश करता है, तो एक साल में वो 1,50,000 लाख रुपये जमा करेंगे. इस तरह वो 15 साल में 22,50,000 रुपये निवेश करेंगे. अब अगर 8 फीसदी के हिसाब से देखें, तो 44,84,534 रुपये ब्याज के रूप में मिलेंगे. इस तरह वो अपनी बेटी के लिए स्कीम के मैच्योर होने तक 67,34,534 रुपये जमा कर लेंगे.
टैक्स छूट का भी मिलता है लाभ
पहले इस योजना में दो बेटियों के खाते पर ही 80C के तहत टैक्स में छूट का लाभ मिलता था. लेकिन बीते दिनों स्कीम के नियमों में बदलाव हुआ और अब एक बेटी के बाद अगर दो जुड़वा बेटियां पैदा होती हैं, तो उनके खाते पर भी टैक्स में छूट मिलेगी. इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसी भी नजदीकी पोस्ट ऑफिस या बैंक में जाकर खाता खुलवा सकते हैं. सुकन्या समृद्धि योजना खाते में निवेश की रकम कैश, चेक, डिमांड ड्राफ्ट या किसी ऐसे तरीके से भी जमा कराई जा सकती है, जिसे बैंक स्वीकार करता है.