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घर ले आइए सरकारी सोलर स्टोव, महंगी रसोई गैस से मिल जाएगा छुटकारा

सूर्य नूतन स्टोव को आप आसानी से अपने किचन में रखकर इस्तेमाल किया जा सकता है. इसे इंडियन ऑयल के अनुसंधान एवं विकास केंद्र, फरीदाबाद ने डिजाइन व डेवलप किया है. इस घर लाकर आप महंगी रसोई गैस से निजात पा सकते हैं.

सूर्य नूतन की इतनी है कीमत? सूर्य नूतन की इतनी है कीमत?
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 04 दिसंबर 2022,
  • अपडेटेड 5:58 PM IST

घरेलू रसोई गैस (LPG) की कीमतें अगर आपकी जेब पर अधिक बोझ डाल रही हैं, तो आप इससे निजात पा सकते हैं. इसके लिए आपको अपने घर सोलर स्टोव (Solar Stove) लाना होगा. सरकारी तेल कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (Indian Oil Corporation) ने एक सोलर स्टोव डेवलप किया है, जिसका नाम सूर्य नूतन (Surya Nutan) है. ये सोलर स्टोव कुकिंग के लिए शानदार है. इसे आसानी आप किचन में रखकर इस्तेमाल कर सकते है. 

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इनडोर कुकिंग सिस्टम

सूर्य नूतन सोलर स्टोव दो यूनिट के साथ आता है. इसके एक यूनिट को धूप रखना होता है, जो चार्ज करते समय कुकिंग मोड प्रदान करता है. दूसरे यूनिट को आप अपने किचन में लगा सकते हैं. आप स्टोव को किचन में या कहीं भी अपनी सुविधा के अनुसार रखकर इस्तेमाल कर सकते हैं. सूर्या नूतन एक रिचार्जेबल और इनडोर कुकिंग सिस्टम है, जौ सौर ऊर्जा से चलता है. इसे इंडियन ऑयल के अनुसंधान एवं विकास केंद्र, फरीदाबाद ने डिजाइन व डेवलप किया है. सोलर नूतन स्टोव का इंडियन ऑयल ने पेटेंट भी कराया है. 

कितनी है कीमत?

सूर्य नूतन स्टोव को आप मार्केट से खरीद सकते है. इसके बेस मॉडल को खरीदने के लिए आपको 12 हजार रुपये खर्च करने होंगे. वहीं, अगर आप इसका टॉप मॉडल खरीदना चाहते हैं, तो आपको 23,000 रुपये है. हालांकि, इंडियन ऑयल का कहना है कि आने वाले समय इसकी कीमतों में काफी कमी आने की उम्मीद है. सूर्य नूतन एक मॉड्यूलर सिस्टम है. इसे जरूरत के हिसाब से ही डिजाइन किया गया है. 

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हाइब्रिड मोड पर भी करता है काम

सूर्य नूतन स्टोव हाइब्रिड मोड पर भी काम करता है. इसका मतलब ये है कि इस चूल्हे में सौर ऊर्जा के अलावा बिजली के अन्य स्रोतों का भी इस्तेमाल किया जा सकता है. सूर्य नूतन का इन्सुलेशन डिजाइन विकिरण और धूप की गर्मी के नुकसान को कम करता है. सूर्य नूतन तीन अलग-अलग मॉडलों में उपलब्ध है. इसके प्रीमियम मॉडल चार लोगों के परिवार के लिए पूरा भोजन (नाश्ता + दोपहर का भोजन + रात का खाना) बना सकता है. 

पीएम मोदी ने दी थी चुनौती

इंडियन ऑयल का कहना है कि उसने प्रधानमंत्री से मिली चुनौती से प्रेरित होकर डेवलप किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने 25 सितंबर, 2017 को पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के अधिकारियों को अपने संबोधन में रसोई के लिए एक ऐसा सॉल्यूशन डेवलप करने की चुनौती दी थी, जो यूज करने में आसान हो और पारंपरिक चूल्हों की जगह ले सके. 

 

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