
Joblessness In India: भारत में बेरोजगारी का स्तर चिंताजनक बना हुआ है. एक सरकारी सर्वे के आंकड़ों के अनुसार, मार्च 2021 तिमाही में शहरी क्षेत्रों में बेरोजगारी दर (Unemployment Rate In Urban Area) 9.3 फीसदी रही, जबकि साल भर पहले यानी मार्च 2020 तिमाही में इसकी दर 9.1 फीसदी थी. एक तिमाही पहले की तुलना में बेरोजगारी का स्तर कुछ कम हुआ है. दिसंबर 2020 तिमाही में यह 10.3 फीसदी पर था.
साल भर में इतनी बढ़ी महिलाओं की बेरोजगारी दर
नेशनल स्टैटिस्टिकल ऑफिस (NSO) के पीरियॉडिक लेबर फोर्स सर्वे (Periodic Labour Force Survey) के 10वें एडिशन में यह जानकारी दी गई है. इसके अनुसार, शहरी क्षेत्रों में महिलाओं के मामले में बेरोजगारी दर अधिक चिंताजनक है. 15 साल या इससे अधिक उम्र वाली महिलाओं की बेरोजगारी दर मार्च 2020 में 10.6 फीसदी पर थी, जो साल भर बाद मार्च 2021 तिमाही में बढ़कर 11.8 फीसदी पर पहुंच गई. दिसंबर 2020 में महिलाओं की बेरोजगारी का स्तर 13.1 फीसदी रहा था.
पुरुषों के मामले में एक तिमाही पहले से कम हुई बेरोजगारी
पुरुषों के मामले में देखें तो 15 साल या इससे अधिक उम्र वाले लोगों के मामले में बेरोजगारी की दर साल भर पहले के 8.6 फीसदी के स्तर पर बरकरार है. हालांकि यह दिसंबर 2020 के 9.5 फीसदी के स्तर से बेहतर है.
दिसंबर 2018 से आंकड़े दे रहा है एनएसओ
एनएसओ दिसंबर 2018 से बेरोजगारी दर की रिपोर्ट जारी कर रहा है. इससे पहले अभी तक एनएसओ नौ बुलेटिन पब्लिश कर चुका है. यह बेरोजगारी दर के सर्वे का 10वां बुलेटिन है. इसकी गिनती इस आधार पर की जाती है कि लेबर फोर्स सप्लाई करने लायक आबादी के कितने हिस्से के पास कोई काम नहीं है.