
कोरोना संकट काल में कर्ज की डिमांड बढ़ाने के लिए बैंकों ने लोन की ब्याज दरें लगातार कम की है. हर दूसरे दिन किसी न किसी निजी या सरकारी बैंक की ओर से सीमांत लागत आधारित ब्याज दर (MCLR) में कटौती कर दी जा रही है. इसमें नया नाम यूनियन बैंक आॅफ इंडिया का जुड़ा है.
नई दरें 11 जुलाई से लागू
सार्वजनिक क्षेत्र के यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने विभिन्न अवधि के लिए एमसीएलआर में 0.20 प्रतिशत कटौती की घोषणा की. नई दरें 11 जुलाई से लागू होंगी. बैंक ने कहा कि संशोधित एक वर्षीय MCLR 7.60 प्रतिशत की जगह 7.40 प्रतिशत होगी. तीन महीने और छह महीने के MCLR को घटाकर क्रमश: 7.10 फीसदी और 7.25 फीसदी कर दिया गया है.
पिछले साल जुलाई से बैंक द्वारा लगातार 13 बार दर में कटौती की गई है. MCLR में कटौती का फायदा उन्हीं ग्राहकों को होगा, जिनके लोन इससे जुड़े हैं.
इन बैंकों ने भी दी राहत
इससे पहले देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई ने छोटी अवधि के लिए एमसीएलआर में 0.05 से 0.10 प्रतिशत की कमी की थी. एमसीएलआर में की गई इस कटौती के बाद तीन माह तक की अवधि के कर्ज पर बैंक की ब्याज दर घटकर 6.65 प्रतिशत वार्षिक रह जायेगी. बता दें कि स्टेट बैंक की MCLR दर में की गई यह लगातार 14वीं कटौती है. नई कटौती 10 जुलाई से लागू हो गई हैं.
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सार्वजनिक क्षेत्र के एक अन्य बैंक इंडियन ओवरसीज बैंक (आईओबी) ने सभी अवधि के लिए एमसीएलआर में 0.25 प्रतिशत तक कटौती की है. इस हफ्ते की शुरुआत में केनरा बैंक और बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने भी एमसीएलआर में कटौती की थी.