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Bisleri को बेचना चाहता था पिता, क्या अब कंपनी में दिलचस्पी लेने लगी हैं जयंती चौहान? कर रही हैं ये काम

पिछले साल नवंबर में खबर आई थी कि बिसलेरी बिक रही है. लेकिन अभी तक इसपर किसी भी तरह का ताजा अपडेट सामने नहीं आया है. दूसरी तरफ पिछले कुछ दिनों से बिसलेरी कंपनी के मालिक रमेश चौहान की बेटी जयंती चौहान काफी एक्टिव नजर आ रही हैं.

बिसलेरी की वाइस चेयरपर्सन हैं जयंती चौहान. (Photo: India Today Archives) बिसलेरी की वाइस चेयरपर्सन हैं जयंती चौहान. (Photo: India Today Archives)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 19 जनवरी 2023,
  • अपडेटेड 2:28 PM IST

बोतलबंद पानी यानी पैकेज्ड वाटर बनाने और बेचने वाली कंपनी बिसेलरी की बिकने की खबर नवंबर 2022 में आई थी. तमाम रिपोर्ट्स में कहा गया था कि बिसलेरी (Bisleri) के मालिक 82 वर्षीय रमेश चौहान के पास इस ब्रॉन्ड के कारोबार को आगे बढ़ाने के लिए उत्तराधिकारी नहीं है. उनकी बेटी जयंती चौहान (Jayanti Chauhan), जो बिसलेरी की वाइस चेयरपर्सन हैं, लेकिन वो कारोबार को लेकर बहुत उत्सुक नहीं थीं. इस वजह से रमेश चौहान बिसलेरी को बेचना चाहते थे. इस बीच पिछले कुछ हफ्तों में जयंती चौहान काफी एक्टिव नजर आई हैं. अपने लिंक्डइन प्रोफाइल से वो लगातार बिसलेरी के हर एक कदम को प्रमोट कर रही हैं.

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एक्टिव नजर आ रही हैं जयंती चौहान

बिसलेरी ने अपने ग्राहकों को ऐप के जरिए पानी ऑर्डर करने की सुविधा दी है. बीते हफ्ते जयंती चौहान ने इस कैंपन को अपने लिंक्डइन प्रोफाइल से शेयर करते हुए ग्राहकों से डोरस्टेप ऐप के जरिए बिसलेरी की पानी बोतल को ऑर्डर करने की अपील की और कंपनी के स्टॉफ की तारीफ की. इसके अलावा बिसलेरी ने आईपीएल टीम मुंबई इंडियंस और गुजरात टाइटंस के साथ पार्टरनरशिप की है. जयंती चौहान ने कंपनी के इस कदम को भी सराहा था.

ऐसे दिग्गज कंपनी बनी बिसलेरी

साल 1969 में कारोबारी घराने चौहान परिवार के नेतृत्व वाली पारले (Parle) ने बिसलेरी (इंडिया) लिमिटेड को खरीद लिया था. जब इस कंपनी को रमेश चौहान ने खरीदी थी, तो उनकी उम्र उस समय केवल 28 साल थी. उस समय केवल 4 लाख रुपये में बिसलेरी कंपनी का सौदा हुआ था. 1995 में इसकी कमान रमेश जे चौहान के हाथों में आ गई. इसके बाद पैकेज्ड वाटर का कारोबार इस तेजी से दौड़ा कि अब बोतलबंद पानी की पहचान बन गया है.  भारत में पैकेज्ड वाटर का मार्केट 20,000 करोड़ रुपये से अधिक का है. इसमें से 60 फीसदी हिस्सा असंगठित है. बिस्लेरी की संगठित बाजार में हिस्सेदारी करीब 32 फीसदी है. 

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रमेश चौहान (Photo: India Today Archives)

विदेशों में पढ़ी हैं जयंती

रमेश चौहान की इकलौती बेटी जयंती चौहान की उम्र 37 साल है. जयंती चौहान का बचपन दिल्ली, बॉम्बे और न्यूयॉर्क जैसे शहरों में बिता है. हाई स्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने प्रोडक्ट डेवलपमेंट की पढ़ाई करने के लिए फैशन इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन एंड मर्चेंडाइजिंग (FIDM) में दाखिला लिया था. ये इंस्टीट्यूट लॉस एंजिल्स में है. जयंती ने लंदन कॉलेज ऑफ फैशन से फैशन स्टाइलिंग और फोटोग्राफी की भी पढ़ाई की है. जयंती ने कई प्रमुख फैशन हाउस में इंटर्न के तौर पर काम भी किया है. उन्होंने लंदन विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ ओरिएंटल एंड अफ्रीकन स्टडीज (SOAS) से अरबी में भी भी डिग्री हासिल की है. 

बिसलेरी में जिम्मेदारी

जयंती ने 24 साल की उम्र में अपने पिता की देखरेख में बिसलेरी के कारोबार को संभालने की शुरुआत की थी. पहले उन्होंने दिल्ली ऑफिस के कामकाज को संभाला. . यहां उन्होंने प्लांट का रिनोवेशन किया और ऑटोमेशन प्रोसेस पर फोकस किया. एक मजबूत टीम के लिए उन्होंने एचआर, सेल्स और मार्केटिंग जैसे डिपार्टमेंट को रूप में तैयार किया. साल 2011 में जयंती ने मुंबई ऑफिस के भी कार्यभार को संभाल लिया था. जयंती चौहान कंपनी के विज्ञापन और कम्युनिकेशन डेवलपमेंट में भी पूरी तरह से शामिल रहती हैं और इसका सबूत लिंक्डइन पर नजर भी आ रहा है. 

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