
चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में जब Zomato को केवल 2 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था. तारीफ के साथ-साथ सोशल मीडिया पर मजाक भी बनाया गया था. लेकिन उस मजाक को जोमैटो के CEO दीपिंदर गोयल ने सकारात्मक रूप से लिया था. क्योंकि उन्हें पता था कि ये तो केवल आगाज है, कंपनी पहली बार घाटे से मुनाफे में आई थी. भले ही मुनाफा केवल 2 करोड़ रुपये का था, लेकिन कंपनी का उत्साह बढ़ाने के लिए ये काफी था.
तीन महीने पहले पहली तिमाही के रिजल्ट आने के बाद एक ट्विटर यूजर ने मजाकिया अंदाज में लिखा था, '2 करोड़ मुझसे ले लेता भाई, इतना घर-घर जाके खाना डिलीवर करने की क्या जरूरी थी.' जिसके बाद इसपर दीपिंदर गोयल ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, 'Tweet of the day. ROFL!'. अब दूसरी तिमाही में कंपनी ने शानदार प्रदर्शन किया है. जिसकी खूब चर्चा हो रही है और कंपनी का शेयर में भी तूफानी तेजी देखी जा रही है.
जोमैटो के शेयर में तूफानी तेजी
शुक्रवार को कारोबार के दौरान BSE पर Zomato का शेयर 11.63 फीसदी उछलकर 120 रुपये तक पहुंच गया, जो 52 वीक हाई है. उसके बाद मुनाफावसूली के चलते दिन कारोबार के आखिर में शेयर 8.28 फीसदी की मजबूती के साथ 116.40 रुपये पर बंद हुआ.
जोमैटो के शेयरों ने इस साल शानदार रिटर्न दिया है. 25 जनवरी 2023 को यह एक साल के निचले स्तर 44.35 रुपये पर था. इसके बाद महज 10 महीने में ही यह 170.57 फीसदी उछलकर आज यानी 3 नवंबर 2023 को यह एक साल के हाई 120 रुपये पर पहुंच गया.
Zomato Q2 Results
शेयर में तूफानी तेजी के पीछे कंपनी की दूसरी तिमाही का दमदार प्रदर्शन है. जोमैटो (Zomato) लगातार दूसरी तिमाही मुनाफे में रही. दूसरी तिमाही में कंपनी को 36 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है, जबकि एक साल पहले समान अवधि में जोमैटो को 251 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था. वहीं चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी को 2 करोड़ का मुनाफा हुआ था.
अगर रेवेन्यू की बात करें तो दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में आय 71 फीसदी उछला है. जोमैटो का कारोबार ऐसे समय में तेजी से बढ़ा, जब हाई इनफ्लेशन और सुस्त डिमांड के चलते ई-कॉमर्स सेक्टर दबाव में रहा. सितंबर तिमाही में आय 71 फीसदी उछलकर 2848 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है, जो पिछले साल समान तिमाही में 1661 करोड़ रुपये था. जबकि जून तिमाही में कंपनी को 2416 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हुआ था.
जोमैटो की कारोबारी सेहत लॉयल्टी प्रोग्राम के सब्सक्रिप्शन में उछाल और हर ऑर्डर पर लिए जाने वाले चार्ज के दम पर मजबूत हुई है. इसके गोल्ड लॉयल्टी प्रोग्राम के नए फॉर्मेट के मेंबर्स महज तीन तिमाही में ही बढ़कर 38 लाख पहुंच गए. ये मेंबर्स कंपनी की फूड डिलीवरी सेल्स का करीब 40 फीसदी ऑर्डर करते हैं.