पूरी दूनिया में कोरोना वायरस का कहर जारी है. सभी देश कोरोना वायरस का इलाज ढूंढने में लगे हुए हैं. वहीं भारत में भी कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है. लोगों के बीच जागरूकता फैलाने की कोशिशों के तहत एक शख्स ने 'एंटी कोरोना स्वीट' तैयार किया है.
आपको जानकर हैरानी होगी कि पश्चिम बंगाल में 'एंटी कोरोना स्वीट' नाम से एक मिठाई बिक रही है. यह मिठाई कोरोना को लेकर जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से मार्केट में बिक रही है.
यह मिठाई जादवपुर के हिंदुस्तान स्वीट्स ने बनाई है. प्रमुख मिठाइयों के लिए प्रसिद्ध इस मिठाई की दुकान ने संदेश मिठाई को कोरोना वायरस के रूप में बनाया है. खास बात यह कि इस मिठाई को कोरोना वायरस के जैविक विवरण और आकार में बनाया गया है. ताकि इस मिठाई के जरिए लोगों में जागरुकता फैलाई जा सके.
इस मिठाई के साथ एक संदेश भी लोगों को दिया जा रहा है. 'हम कोरोना को पचा सकते हैं'. हिंदुस्तान मिठाइयों के मालिक रवीन्द्र कुमार पाल का इस बारे में कहना है, 'हमने 'एंटी-कोरोना स्वीट'( एंटी-कोरोना मिठाई) बनाई है. कोरोनावायरस के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए हमने यह मिठाई बनाई है. मैं चाहता हूं कि लोगों को इससे घबराना नहीं चाहिए. हमारा नारा है 'हम कोरोना को पचा लेंगे और हम इससे घबराएंगे नहीं'.
रवीन्द्र कुमार ने आगे बताया, 'हमने रवींद्रनाथ टैगोर के शब्दों का उल्लेख किया है -'नहीं नहीं होए, होबे होबे जोए, कोरोना होब पराजोय. ' हमें विश्वास है कि हम इस लड़ाई में जीतेंगे. मैं हर ग्राहक को इस मिठाई का स्वाद चखने के लिए दूंगा. हमने केवल मिठाई ही नहीं, बल्कि राज्य सरकार को लोगों को क्वारंटीन के लिए पांच
मंजिला इमारत दी है. उन्होंने राज्य सरकार के राहत कोष में एक लाख रुपये का
दान भी किया है.
रवीन्द्र कुमार पाल ने कहा, 'हमने पश्चिम बंगाल सरकार के राहत कोष में 1 लाख रुपये का दान दिया है और सरकार को हमारी पांच मंजिला इमारत भी मुहैया करा रहे हैं. दिलचस्प बात यह है कि पिछले सप्ताह से यह है कि पश्चिम बंगाल सरकार ने तालाबंदी की अवधि के दौरान मिठाई की दुकानों को दिन में चार घंटे तक खुला रहने दिया है.