दुनिया इस वक्त कोरोना के कहर से जूझ रही है, वहीं दक्षिण-पूर्व एशिया के छोटे-से इस्लामिक देश ब्रुनेई ने इसे काफी हद तक कवर कर लिया है. आंकड़ों के अनुसार यहां वर्तमान में कोरोना वायरस के करीब 136 केस हैं जिसमें से 104 रिकवर हो गए हैं, वहीं एक
व्यक्ति की मृत्यु हो गई है.इसके पीछे यहां के सुल्तान को क्रेडिट दिया जा रहा है. आइए जानते हैं कौन हैं ब्रुनेई के सुल्तान और क्यों जनता इनकी हर बात पर करती है अमल. क्या हैं इनके खास शौक.
बता दें कि रॉल्स रॉयस कारों के शौकीन ब्रुनेई के सुल्तान हसन अल बोल्किया (Hassanal Bolkiah) के बारे में कहा जाता है कि इनका बचन ही शासन है. रॉल्स रॉयस कारों के इनके संग्रह के बारे में कहा जाता है कि इनके पास इन कारों का सबसे बड़ा संग्रह है.
फोटो: प्रतीकात्मक
इनके शासन में राजशाही का बोलबाला है. कोरोना के संक्रमण के दौरान भी सुल्तान के एक आदेश से पूरे देश में संक्रमण को रोकने की कवायद शुरू हो गई थी. इनके बारे में खास बात ये भी है कि अपने देश ब्रुनेई में सारे पद चाहे वो प्रधानमंत्री, विदेश मंत्री, रक्षा मंत्री या वित्त मंत्री का हो या फिर इस्लाम के प्रमुख का, सारे पद और सारी शक्तियां सुल्तान के पास निहित हैं.
सुल्तान हसन अल बोल्किया पूरे ठाठ बाठ से अपना शासन चलाते हैं. कहा जाता है कि वो इस्लाम के सख्त नियमों की तरफ देश को ले जा रहे हैं. इसके विपरीत उनके शौक अत्याधुनिक रोल्स रॉयस फैंटम VI कार से पूरा होता है.
एक रिपोर्ट के अनुसार 2016 तक ब्रुनेई के सुल्तान कारों के मामले में दुनिया के सबसे धनी सम्राट थे. बता दें कि सुल्तान के पास रोल्स-रॉयस कारों सहित विभिन्न टॉप मॉडल की तकरीबन 500 कारों का सबसे
बड़ा संग्रह है.
इनमें से सबसे प्रिय उन्हें रोल्स
रॉयस फैंटम VI है, जो कि तिरछे यानी स्लैंटिंग रियर के साथ कस्टम बनाया गया है, ये पूरी तरह से एअरोडायनेमिक्स को सपोर्ट करता है. इसके सीजर डोर्स हैं. सुल्तान इसे रोल्स-रॉयस
क्लाउडसेक कहते हैं. ये बेहतरीन इंजीनियरिंग के साथ पूरी तरह रीडिजाइन की गई है.
फोटो: प्रतीकात्मक
बता दें कि कोरोना को लेकर उनके उठाए गए कदम की बहुत तारीफ हो रही है. बता दें कि उनके देश में कोरोना का पहला पेशेंट आते ही उन्होंने कई चीजों पर रोक लगा दी थी. कोरोना का पहला मरीज एक तीर्थयात्री था जो मलेशिया से लौटा था.
24 मार्च 2020 से, ब्रुनेई ने (विदेशियों के लिए) और देश से बाहर (सभी के
लिए) आने जाने पर रोक लगा दी थी. जो लोग विदेश से लौटे हैं उन्हें 14 दिन
के लिए क्वारनटीन सेंटर में रहने के लिए कहा गया. शादियों और खेल आयोजनों,
सामूहिक बैठकों में शामिल होने पर पूरी तरह रोक लागू की गई है साथ ही
मस्जिदों में जाने की भी मनाही है.
देश के सुल्तान ने कोरोना वायरस टेस्ट की क्षमता को
10 गुना बढ़ाकर भी इस पर काबू पाया है. मलेशिया के द स्टार न्यूज पेपर के अनुसार 22 मार्च को
सुल्तान ने कहा था, 'स्वास्थ्य मंत्रालय चिकित्सा कर्मचारियों की क्षमता
बढ़ाने की कोशिश कर रहा है. इसी के साथ टेस्टिंग की क्षमता भी वृद्धि
होगी. टेस्टिंग की क्षमता 10 गुना बढ़ाने के लिए virology laboratory
तैयार करवाई जा रही है.