दुनिया में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या स्पेन में तेजी से बढ़ रही है. स्पेन ने चीन को पीछे छोड़ दिया है. कोरोना वायरस कोविड-19 से मरने वालों की संख्या के मामले में स्पेन अब इटली के बाद दूसरे नंबर पर आ गया है. (फोटोः रॉयटर्स)
कोरोना वायरस की वजह से इटली में अब तक 6820 मौतें हो चुकी हैं. चीन में 3285 मौते हुईं थीं. लेकिन स्पेन ने यह आकंड़ा पार कर लिया है. स्पेन में कोरोना से मरने वालों की संख्या बढ़कर 3434 हो गई है. (फोटोः रॉयटर्स)
स्पेन में स्वास्थ्य कर्मियों की भारी किल्लत है. यहा करीब 40 हजार लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं. लेकिन स्वास्थ्य कर्मियों की संख्या महज 14 प्रतिशत ही है. इसलिए भी कोरोना मरीजों का इलाज करने में दिक्कत आ रही है.(फोटोः रॉयटर्स)
स्पेन में डॉक्टरों के दो बड़े समूहों ने स्पेन की सरकार के खिलाफ केस किया है कि वो चिकित्साकर्मियों को स्क्रब, मास्क, चश्मे और अन्य सुरक्षा की चीजें मुहैया करवाए. क्योंकि मेडिकल स्टाफ के साथ-साथ इन चीजों की भी कमी है. (फोटोः रॉयटर्स)
नाटो ने कहा है कि स्पेन ने उनसे 4.50 लाख रेस्पिरेटर्स, 5 लाख टेस्टिंग किट और 15 लाख सर्जिकल मास्क मांगे हैं. हमने उनके साथ मेडिकल सामानों का समझौता किया है. जल्द ही उन्हें ये वस्तुएं मुहैया करा दी जाएंगी. (फोटोः रॉयटर्स)
स्पेन की हालत इसलिए भी खराब है क्योंकि आसपास के पड़ोसी देश भी कोरोना वायरस की चपेट में हैं. जर्मनी और फ्रांस की स्थिति भी बहुत अच्छी नहीं हैं. ये देश भी मास्क और फेसगियर के लिए परेशान हो रहे हैं. (फोटोः रॉयटर्स)
उधर, आयरलैंड में भी इमरजेंसी घोषित की जा चुकी है. पूरे यूनाइटेड किंगडम में तो 40 हजार लोगों की कोरोना जांच होना बाकी है. ये बैकलॉग नियमों में किए गए बदलावों की वजह से बढ़ रहा है. (फोटोः रॉयटर्स)