लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग लागू करने के लिए केंद्र और राज्य की सरकारें जहां कड़ी मेहनत कर रही है, वहीं कुछ ऐसे भी मामले सामने आ रहे हैं जहां लोग लंबी-लंबी दूरी तय करके और कठिन मेहनत करके अपने-अपने घरों को लौट रहे हैं. ऐसा ही एक मामला सामने आया है जहां एक युवक 1800 KM साइकिल चलाकर अपने घर पहुंचा.
दरअसल, ओडिशा के जाजपुर जिले का रहने वाले 24 साल के महेश ने अपने
गृहनगर तक पहुंचने के लिए मुंबई से 1800 किलोमीटर की दूरी तय की. 2 अप्रैल
को महेश ने अपने जीवन का सबसे कठिन फैसला लिया, उन्होंने साइकिल से जाने का संकल्प लिया था.
महेश मुंबई में काम करते हैं. जिस
दिन लॉकडाउन की घोषणा की गई, महेश के पास बहुत कम पैसे बचे हुए थे.
उन्होंने किसी तरह अपना बाकी काम निपटाया, किराया चुकाया और घर के लिए निकल
पड़े.
अपनी जेब में सीमित पैसे के साथ महेश ने लंबी यात्रा शुरू की.
महेश रोजाना 10-12 घंटे साइकिल चलाते और रोजाना लगभग 230 किलोमीटर की दूरी
तय करते थे. कुछ जगहों पर महेश को स्थानीय लोगों और पुलिसकर्मियों से भोजन
और पानी मिलता रहा, लेकिन कभी-कभी वो भूखे-प्यासे भी रहे.
आखिर में 9 अप्रैल को महेश अपने गृहनगर जाजपुर जिले के बाडी इलाके में पहुंच गए.
हालांकि जिला प्रशासन द्वारा तत्काल महेश को आइसोलेट किया गया. जाजपुर के
कलेक्टर रंजन दास ने इंडिया टुडे से कहा कि वह गुरुवार को जाजपुर पहुंचे
हैं.