पाकिस्तान में कोरोना वायरस संक्रमण के 9500 से ज्यादा मामले हैं और 200 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं. पाकिस्तान सरकार के ही हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि अप्रैल के अंत तक पाकिस्तान में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों की संख्या 12000-15,000 तक पहुंच सकती है. इसके बावजूद, पाकिस्तान की सरकार जानबूझकर कोरोना वायरस के संक्रमण को मौका दे रही है. भुखमरी और आर्थिक संकट के डर से पाकिस्तान ने पहले ही पूरे देश में लॉकडाउन नहीं किया है और अब कोरोना वायरस की रोकथाम के सबसे अहम नियम सोशल डिस्टेंसिंग को भी सख्ती से लागू नहीं कर रहा है. पाकिस्तान के सीनियर डॉक्टरों ने भी सरकार को एक पत्र लिखकर मस्जिदों में सामूहिक नमाज की अनुमति वापस लेने की मांग की है.
इमरान खान ने कहा, क्या हमें उन्हें बलपूर्वक मस्जिद जाने से रोकें. अगर वे जाते हैं तो पुलिस को इबादत करने वाले लोगों को जेल में डालना पड़ेगा. एक स्वतंत्र समाज में ऐसा नहीं होता है. एक स्वंतत्र समाज में लोग साथ आते हैं. स्वतंत्र समाज में लोग खुद अपने दिमाग का इस्तेमाल करते हैं और स्वंतत्र रूप से फैसला लेते हैं कि देश के लिए क्या बेहतर है और क्या नहीं.
इमरान खान ने कहा कि पूरा देश एक साथ कोरोना वायरस की लड़ाई लड़ रहा है. हालांकि, तमाम दलीलों के बाद इमरान खान ने कहा कि अगर लोग नियमों का पालन नहीं करेंगे तो उन्हें अपना फैसला पलटना पड़ेगा. इमरान खान ने कहा कि नमाज पढ़ने जाने वालों को 20 सूत्रीय गाइडलाइन का पालन करना होगा. इस गाइडलाइन पर इस्लामिक गुरुओं ने भी हामी भरी है.
इमरान खान ने कहा, मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे घर से इबादत करें लेकिन अगर आप मस्जिद जाना चाहते हैं तो एक बात ध्यान में रखें कि आपको 20 नियमों का पालन करना होगा. अगर इनका पालन नहीं किया जाता है और रमजान महीने में किसी भी मस्जिद से वायरस फैलता है तो फिर हमारे पास कोई विकल्प नहीं रह जाएगा. ऐसा होने पर हम कार्रवाई के लिए मजबूर होंगे और मस्जिदें बंद कर दी जाएंगी.
पाकिस्तान में कोरोना वायरस महामारी पर ब्रीफिंग करने वाले डॉ. फैसल सुल्तान ने कहा कि इमरान खान का कोरोना वायरस टेस्ट किया जाएगा क्योंकि वह एक संक्रमित शख्स के संपर्क में आए थे.
इमरान सरकार के मंत्री कोरोना वायरस महामारी के दौर में भी भारत के खिलाफ बयानबाजी से बाज नहीं आ रहे हैं. ऐसी खबरें थीं कि पाकिस्तान अपने कब्जे वाले कश्मीर से संक्रमित लोगों को भेजकर भारत में संक्रमण फैलाने की कोशिश कर रहा है. पाकिस्तान सरकार में योजना मंत्री असद उमर ने इसे हास्यास्पद करार दिया. असद उमर ने कहा कि मोदी जी ने एक ही जगह पर हजारों लोगों को इकठ्ठा होने दिया जिसके बाद पाकिस्तान को कुछ करने की जरूरत ही नहीं है और ना ही हमारी ऐसा कुछ करने की इच्छा है.
पाकिस्तानी मंत्री ने कहा, आप अपने नागरिकों का ख्याल रखिए. पहले आपने वायरस के लिए मुस्लिमों को जिम्मेदार ठहराया और फिर पाकिस्तान को दोषी ठहरा रहे हैं. इसे बंद करिए. आप अपने नागरिकों की देखभाल करिए और हम अपने नागरिकों की देखरेख करेंगे.