एक रिपोर्ट में सामने आया है कि किसी अन्य बीमारी का इलाज कराने के लिए हॉस्पिटल जाने के बाद बड़ी संख्या में लोग कोरोना वायरस से पीड़ित हो गए. बिट्रेन के नेशनल हेल्थ सर्विस के आंकड़ों से पता चला है कि देश के विभिन्न हॉस्पिटल में भर्ती हुए कोरोना मरीजों में करीब 18 फीसदी ऐसे थे जो हॉस्पिटल आने के बाद ही संक्रमित हुए.
डेली मेल में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, ऐसा समझा जा रहा है कि किसी अन्य बीमारी के लिए हॉस्पिटल में भर्ती होने के बाद ही लोग कोरोना से संक्रमित हुए. कई हॉस्पिटल में तो करीब आधे कोरोना मरीज भर्ती होने के बाद ही कोरोना की चपेट में आए.
रिपोर्ट के मुताबिक, बीते महीने ऐसे लोगों की संख्या दोगुनी हो गई जो हॉस्पिटल में भर्ती होने के बाद संक्रमित हुए. इन आंकड़ों में ऐसे लोगों को शामिल किया गया है जो हॉस्पिटल में भर्ती होने के कम से कम 7 दिन बाद पॉजिटिव पाए गए.
ब्रिटेन के कॉमन्स हेल्थ सेलेक्ट कमिटी के चेयरमैन जेरेमी हंट ने इन आंकड़ों को खतरनाक बताया है. उन्होंने कहा है कि कोरोना की पहली लहर के दौरान काफी लोग केयर होम या हॉस्पिटल में भर्ती होने के दौरान संक्रमित हुए और मर गए.
जेरेमी हंट ने कहा है कि अब भी हॉस्पिटल स्टाफ का हर हफ्ते कोरोना टेस्ट नहीं किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हम एक ही गलती दोबारा कर रहे हैं. इससे पहले जेरेमी हंट की अध्यक्षता वाली कमेटी ने कहा था कि हॉस्पिटल के जिन स्टाफ में लक्षण न हो, उनकी भी हर हफ्ते कोरोना जांच की जाए.