जैसे- जैसे कोरोना वायरस बढ़ रहा है, वैसे ही लोगों के सवाल भी बढ़ रहे हैं. लोग जानना चाहते हैं कि ये वायरस कपड़ों पर कितनी देर तक रहता है? क्या निर्जीव वस्तु को छूने से फैलता है? आइए जानते हैं कुछ सवालों के जवाब.
सवाल: कोरोना वायरस कपड़ों पर कितनी देर तक रहता है, क्या ये निर्जीव वस्तु से छूने से फैलता है?
मेडिकल कंट्रीब्यूटर डॉ निकोल सैफियर ने बताया,
एक अध्ययन से पता चलता है कि किसी कार्डबोर्ड (गत्ते) पर ये वायरस 24 घंटे
तक मौजूद रहता है.
वहीं कपड़ों जैसे नरम सतहों पर कोरोना वायरस बहुत लंबे वक्त तक जिंदा नहीं
रहता. हालांकि "हमारे पास डेटा नहीं है कि लोग वास्तव में निर्जीव वस्तुओं
को छूकर संक्रमित हो रहे हैं . ऐसे में हम सभी को खुद की देखभाल करनी
होगी.
आपको बता दें, कोरोना वायरस कार्डबोर्ड (गत्ते), कागज पर 1 दिन और प्लास्टिक पर 3 दिन और और स्टील पर 2 दिन तक रहता है. इसी के साथ तांबे से बनी चीजों पर ये वायरस 4 घंटे तक रह सकता है. जिसके बाद इसके खत्म होने की संभावना हो सकती है.
डॉ निकोल ने कहा, कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ रहा है, इस दौरान जब मैं कहीं
बाहर से घर लौटती हूं तो अपने पहने हुए कपड़े उतारकर धोने लिए डाल देती
और फिर नहाती हूं.
मैं जानती हूं ऐसा हर बार करना आसान नहीं है, कई लोग भले ही सोचें मैं अत्याधिक सतर्क हो रही हूं, लेकिन 'अभी क्यों नहीं? हम सबको मिलकर कोरोना
वायरस के प्रकोप से बाहर निकलना है, ऐसे में अधिक सावधानी बरतनी
होगी.
दूसरा सवाल- यदि COVID-19 बहुत कम संख्या में घट जाता
है और हर कोई काम और स्कूल वापस जाता है तो क्या छोटी संख्या में संक्रमित
कुछ व्यक्ति फिर से महामारी शुरू कर सकते हैं?
डॉ निकोल ने कहा, यह एक चिंता का विषय है, हो सकता है कि आगे हम कई नई
बीमारियों को देख सकते, जब तक हमारे में कोरोना वायरस का कोई इलाज न हो.
हमें जल्द ही इसके वैक्सीन की जरूरत है.
जब कोरोना वायरस को कुछ हद तक कंट्रोल कर लें तब शायद हमारे बच्चे स्कूल
जाए, हम सब काम पर लौट जाए, लेकिन हम सभी को ध्यान रखना होगा जो प्रयास आज
किए वह भविष्य में व्यर्थ न हो.
उन्होंने कहा, जैसे ही हम संक्रमण की घटती संख्या पर पहुंच जाएंगे तब हमारे
हेल्थ केयर वर्कर और अस्पताल इस स्थिति को मैनेज करने में सक्षम होंगे.
उनके लिए इस वायरस को रोकना आसान हो जाएगा. जिसके बाद
वैसे ही काम पर लौट जाएंगे, जैसे पहले किया करते थे. वहीं उन्होंन कहा,
"सौभाग्य से हम गर्मियों के महीनों में बढ़ रहे हैं".
आपको बता दें, कोरोना का कहर कम होने का नाम नहीं ले रहा है. अबतक देश में 511 लोग कोरोना के पॉजिटिव पाए गए हैं. इसमें से 10 लोगों की मौत हो चुकी है. कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित महाराष्ट्र और केरल है. महाराष्ट्र में अब तक 101 और केरल में 95 केस सामने आए हैं. कोरोना की वजह से 30 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में लॉकडाउन लागू कर दिया गया है. 135 करोड़ लोगों का देश को लॉकडाउन किया जा रहा है. 548 जिलों को लॉकडाउन किया गया है.