कोरोना वायरस से सुपर पावर अमेरिका इस कदर तबाह हो चुका है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसकी तुलना द्वितीय विश्व युद्ध में हुए पर्ल हार्बर हमले और 9/11 के हमलों से कर दी है.
दरअसल, डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को व्हाइट हाउस में पत्रकारों से
बातचीत के दौरान कहा कि हम अब तक के सबसे बुरे हमले से जूझ रहे हैं. कोरोना
का हमला अब तक का सबसे भयावह है. यह पर्ल हार्बर और 9/11 के हमले से भी ज्यादा डरावना है.
कोरोना वायरस के कारण
अमेरिका में लॉकडाउन जारी है और ज्यादातर आर्थिक गतिविधियां बंद हैं. आशंका
जताई जा रही है कि अमेरिका में आर्थिक मंदी आने वाली है. हालांकि इन सबके
बीच अमेरिका के कई राज्यों में धीरे-धीरे आर्थिक गतिविधियां शुरू हो रही
हैं.
क्या है पर्ल हार्बर की घटना?
दूसरे विश्व युद्ध के दौरान
1941 में अमेरिकी के पर्ल हार्बर नौसैनिक अड्डे पर जापान ने अचानक हवाई
हमला किया था. यह हमला अमेरिका के इतिहास में सबसे भयावह और दर्दनाक हमला
माना जाता है. इस हमले के बाद संयुक्त राज्य अमेरिका को विश्व युद्ध में
कूदने पर मजबूर होना पड़ा था
9/11 हमला:
11 सितंबर 2011 को हुए
आतंकी हमले में 3,000 से ज्यादा लोग मारे गए थे, सबसे ज्यादा मौतें न्यूयॉर्क के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में हुई थीं. इस हमले में आतंकी ग्रुप अलकायदा
का हाथ था. इसी हमले के कारण अमेरिका ने ओसामा बिन लादेन को पाकिस्तान में
मारा था.
मालूम हो कि कोरोना वायरस के कारण अमेरिका में अब तक 73
हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है और 12 लाख से ज्यादा लोग कोरोना
संक्रमित पाए गए हैं. यह आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है.