एकता में बड़ी ताकत है, एकता से किसी भी जंग जीती जा सकती है, फिलहाल देश कोरोना से लड़ रहा है. इस लड़ाई में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के लोगों से आर्थिक मदद की अपील की है, जिसके बाद आम आदमी से लेकर बड़े उद्योगपति तक मदद के लिए सामने आ रहे हैं. लंबी लिस्ट हैं उद्योगपतियों की, जिन्होंने 100 करोड़ रुपये से ज्यादा पीएम-केयर्स फंड में दिए.
राधाकृष्ण दमानी
Avenue Supermarts के प्रमोटर राधाकृष्ण दमानी वैसे तो चमक-दमक से दूर रहते हैं, लेकिन जब मदद की बात आई तो इन्होंने दिल खोलकर दान किया है. दमानी ने अपने समूह की कंपनी Bright Star Investmentsके जरिये पीएम-केयर्स में 100 करोड़ रुपये दिए. इसके अलावा 11 राज्यों के राहत कोषों में भी 55 करोड़ रुपये का योगदान दिया है. दमानी शेयर बाजार के बड़े निवेशक भी हैं.
टाटा ग्रुप
जब-जब में कोई विपदा आई है, टाटा ग्रुप ने मदद के लिए हाथ बढ़ाया है. एक बार फिर कोरोना वायरस से लड़ने के लिए टाटा ग्रुप की ओर से बड़ी मदद का ऐलान किया है. कोरोना के खिलाफ लड़ाई में टाटा ट्रस्ट ने 500 करोड़ रुपये देने का ऐलान किया है, जबकि टाटा सन्स ने अलग से 1000 करोड़ रुपये देने की घोषणा की है. इस तरह से टाटा ग्रुप ने कुल 1500 करोड़ रुपये की मदद की घोषणा की है.
रिलायंस इंडस्ट्रीज
कोरोना वायरस से निपटने के लिए मुकेश अंबानी ने मदद का हाथ बढ़ाया है. उनकी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) ने पीएम-केयर्स फंड में 500 करोड़ रुपये देने का फैसला किया है. रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने कहा कि हमें विश्वास है कि भारत कोरोनो वायरस की आपदा पर जल्द से जल्द विजय प्राप्त कर लेगा.
आदित्य बिड़ला ग्रुप
आदित्य बिड़ला ग्रुप ने कोरोना संकट से निपटने के लिए 500 करोड़ रुपये की सहायता करने का ऐलान किया है, इसमें से 400 करोड़ रुपये पीएम केयर्स फंड में दिए जाएंगे. बाकी के 100 करोड़ रुपये कंपनी मास्क और कोरोना से बचाव के कपड़े बनाने के अलावा सामाजिक शिक्षा और जागरुकता पर खर्च करेगी. आदित्य बिड़ला ग्रुप के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला हैं.
आर्सेलर मित्तल
आर्सेलर मित्तल ने भी 100 करोड़ रुपये पीएम-केयर्स फंड में दिया है, ताकि जरुरतमंदों को सहायता और जिंदगी मिल सके. इस कंपनी का एक उपक्रम किरंदुल में संचालित हो रहा है, जो पहले एस्सार स्टील के नाम था, जिसे आर्सेलर मित्तल एवं निप्पोन स्टील ने करीब 6 महीने पहले अधिग्रहण किया है. आर्सेलर मित्तल कंपनी के मालिक लक्ष्मी मित्तल हैं.
अनिल अग्रवाल
कोरोना वायरस से लड़ने के लिए उद्योगपति अनिल अग्रवाल ने पीएम राहत कोष में 100 करोड़ रुपये दिए हैं. अनिल अग्रवाल वेदांता ग्रुप के चेयरमैन हैं. इस बड़ी मदद के साथ ही उन्होंने कहा कि यह वह समय है जब देश को हमारी सबसे ज्यादा जरूरत है. हर कोई हताश हो रहा है खासकर रोजाना काम करने वाले मजदूरों को लेकर मैं ज्यादा चिंतित हूं. हम अपनी तरफ से मदद की पूरी कोशिश करेंगे.
अडानी ग्रुप
अडानी ग्रुप से प्रमुख गौतम अडानी ने भी कोरोना से लड़ाई के लिए पीएम-केयर्स फंड में 100 करोड़ रुपये दान देने का ऐलान किया है. गौतम अडानी ने ट्वीट कर इसकी घोषणा की. गौतम अडानी ने ट्वीट किया, 'कोविड-19 के खिलाफ जारी जंग के समय अडानी फाउंडेशन ने PM केयर्स फंड में 100 करोड़ रुपये का दान दिया है.
Paytm
डिजिटल भुगतान से संबंधित कंपनी पेटीएम (Paytm) ने 'प्रधानमंत्री नागरिक सहायता एवं आपात स्थिति राहत कोष' में 500 करोड़ रुपये देने की घोषणा की है. पेटीएम अध्यक्ष मधुर देवड़ा का कहना है कि कोरोना वायरस वैश्विक महामारी से लड़ने के लिए उठाए गए सभी राहत कदमों में सरकार की मदद करके अपना कर्तव्य पूरा करना हमारे लिए सम्मान की बात है.
भारतीय जीवन बीमा निगम
भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने कोरोना वायरस की महामारी से निपटने के लिए पीएम केयर्स फंड में 105 करोड़ रुपये दान किए हैं. एलआईसी के चेयरमेन एम.आर. कुमार ने कहा कि भारत इस महामारी की वजह से गंभीर चुनौती का सामना कर रहा है. गौरतलब है कि एलआईसी देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी है और उसका एसेट बेस करीब 31 लाख करोड़ रुपये का है.
NMDC
खनन क्षेत्र की कंपनी एनएमडीसी ने पीएम-केयर्स में 155 करोड़ रुपये दिए. एनएमडीसी के चेयरमैन एन बैजेन्द्र कुमार ने इसकी जानकारी ट्विटर पर दी, उन्होंने लिखा, 'कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न कठिन चुनौती से निपटने के लिये एनएमडीसी पीएम केयर्स फंड में 150 करोड़ रुपये देगी.' इस्पात मंत्रालय के अधीन आने वाली एनएमडीसी देश की सबसे बड़ी लौह अयस्क खनन कंपनी है.