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कोरोना

एक महीने कोमा, 3 महीने वेंटिलेटर पर रहने के बाद कोरोना मरीज की बची जान

aajtak.in
  • 08 सितंबर 2020,
  • अपडेटेड 11:02 AM IST
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चार हफ्ते कोमा और 85 दिन तक वेंटिलेटर पर रहने के बाद कोरोना वायरस के एक मरीज की जान बच गई है. 57 साल का व्यक्ति अब धीरे-धीरे रिकवर कर रहा है. काफी अधिक बुखार होने के बाद करीब 4 महीने पहले उसे हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था.  

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wthr.com की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका के लूसियाना के रहने वाले कोरोना मरीज का नाम रॉबर्ट लारा है. रॉबर्ट की पत्नी बर्डी लारा रेस्पिरेटरी थेरेपिस्ट हैं. रॉबर्ट के बीमार पड़ने से पहले उनकी पत्नी कोरोना वायरस के मरीजों का इलाज करती थीं.

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पत्नी बर्डी लारा कहती हैं- 'वह हर रोज काफी मुश्किल लड़ाई लड़ रहा है. उसके दाएं ओर का फेफड़ा खराब हो गया है. उन्हें फेफड़े के ट्रांसप्लांट की जरूरत होगी.' बता दें कि रॉबर्ट लारा कोरोना होने से पहले स्वस्थ थे. हालांकि, हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने के लिए दवाइयां लेते थे.
 

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रॉबर्ट लारा कोमा से बाहर आ चुके हैं और अब चलना, खाना और अपने हाथों का इस्तेमाल करना सीख रहे हैं. जल्द ही उन्हें घर भेज दिया जाएगा. हालांकि, लंबे समय तक वेंटिलेटर पर रहने वाले मरीजों को रिकवर होने में कई बार काफी लंबा वक्त लगता है. 

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रॉबर्ट लारा कहते हैं- 'कोरोना वायरस मेरी जान लेना चाहता था. लेकिन अब मैं ठीक होने जा रहा हूं. क्योंकि मैं हारने वाला नहीं हूं.' उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना को हल्के में नहीं लेना चाहिए, यह कई तरह से आपको नुकसान पहुंचाता है. 

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