कोरोना वायरस से संक्रमित 30 वर्षीय हत्या के प्रयास के आरोपी कोविड के इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया था. लेकिन उसे शराब की इतनी ज्यादा लत जगी कि वह अस्पताल से भाग निकला. सात घंटे बाद ही उसे पुलिस ने पकड़ लिया. उसे भी आरोपी के दोस्त ने ही पकड़वाया. आइए जानते हैं कि बेंगलुरु में हुई इस घटना की पूरी कहानी क्या है? (फोटोः गेटी)
इस आरोपी ने पिछले शुक्रवार को डीजे हल्ली में अपने एक दोस्त को चाकू मार दिया था. पुलिस ने तत्काल उसे गिरफ्तार कर लिया. प्रोटोकॉ़ल का ख्याल रखते हुए पुलिस ने पहले उसका कोविड-19 टेस्ट कराया. (फोटोः गेटी)
टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक मंगलवार शाम को आई जांच रिपोर्ट में पता चला कि हत्या के आरोपी शख्स को कोरोना संक्रमण है. इसके बाद तत्काल पुलिस ने उसे विक्टोरिया अस्पताल में भर्ती कराया. साथ ही उस पुलिस वाले को क्वारनटीन कर दिया गया जिसने आरोपी को पकड़ा था. (फोटोः गेटी)
सूत्रों के मुताबिक बुधवार को हत्या के प्रयास के आरोपी ने वार्ड में अपने हाथ में चोट लगा ली. इसके बाद जब नर्स उसे इलाज के लिए अलग जगह ले जा रही थी, तभी वह पुलिस गार्ड और नर्स को धक्का देकर भाग निकला. यह घटना करीब सुबह सवा दस बजे की है. (फोटोः गेटी)
गार्ड ने पीपीई सूट पहना था, इसलिए वह उसे पकड़ नहीं पाया. बैंगलोर मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट में कोविड-19 कोर कमेटी की नोडल अफसर स्मिथा सेगु ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि आरोपी ने विक्टोरिया हॉस्पिटल के गेट को फांदा और भाग गया. (फोटोः गेटी)
तत्काल पुलिस को सूचना दी गई. पुलिस को आरोपी का एक दोस्त मिला. पुलिस ने उससे कहा कि वह आरोपी को फोन करके अपने पास बुलाए. उसके दोस्त को पता था कि आरोपी कोविड-19 से संक्रमित है. (फोटोः गेटी)
जैसे ही आरोपी केआर पुरम रेलवे स्टेशन के पास स्थित पुष्पांजलि थियेटर पहुंचा तो पुलिस और उसके दोस्त ने उसे समझाया कि एंबुलेंस में बैठ जाओ. नहीं तो तुम्हारी वजह से कई लोगों को कोरोना संक्रमण हो सकता है. इसके बाद वह एंबुलेंस में बैठ गया. (फोटोः गेटी)
बाद में आरोपी ने पुलिस को बताया उसे शराब पीने का बहुत मन हो रहा था, इसलिए वह अस्पताल से भाग गया था. उसे शराब पीने की आदत है. वह सिर्फ और सिर्फ शराब पीने के लिए ही अस्पताल से भागा था. इसके बाद अस्पताल ने उसे दूसरे वार्ड में शिफ्ट कर दिया. (फोटोः गेटी)