गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने घोषणा की है कि राज्य में एक भी कोविड-19 का मरीज नहीं है. साथ ही मुख्यमंत्री ने गोवा के लोगों से अपील की है कि जैसे अभी तक किया, 3 मई तक भी इसी गंभीरता से लॉकडाउन का पालन करें. इंडिया टुडे से हुई एक्सक्लूसिव बातचीत में सीएम प्रमोद सावंत ने कहा कि इस वक्त गोवा में कोरोना संक्रमित एक भी व्यक्ति नहीं है.
बता दें कि गोवा में सात मरीज सामने आए थे, जिसके बाद वहां मरीज के संपर्क में आने वाले सभी लोगों को क्वारनटीन किया गया. इसके साथ ही सभी मरीजों का इलाज किया गया. इलाज के बाद राज्य के सातों मरीज ठीक हो गए. इसके अलावा राज्य से कोरोना मरीजों की संख्या में वृद्धि की खबरें भी नहीं आ रही हैं.
इस सफलता का पूरा श्रेय कोविड-19 टीम, पैथोलॉजी लैब की टीम, प्रशासनिक टीम को दिया जा रहा है. इसके अलावा 22 मार्च के जनता कर्फ्यू को राज्य सरकार ने 23 और 24 मार्च के लिए बढ़ा दिया था. उसी की वजह से लोग कोरोना वायरस के बारे में जान पाए.
फिर उसके बाद पहले और दूसरे नंबर के क्लोज कॉन्टैक्ट्स का जल्द से जल्द पता लगाकर उन्हें
क्वारनटीन कर दिया गया. उन सभी की टेस्टिंग की गई. इसके अलावा गोवा में ये सर्वे किया गया कि जो लोग विदेश से
आए हैं, उनमें कोई संक्रमण तो नहीं. अगर हैं तो उनकी और उनके संपर्क में आए लोगों की टेस्टिंग की गई. इसका फायदा
ये मिला कि राज्य में तेजी से कोरोना संक्रमण थम गया.
इस बीच गोवा के मुख्यमंत्री ने कहा है कि हम केंद्र सरकार की गाइड लाइन का पालन करेंगे. फार्मा कंपनियां और फूड इंडस्ट्रीज पहले से ही एक्टिव हैं और अपने काम में लगी हैं. यहां 20 अप्रैल से केंद्र सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक जिन कंपनियों को छूट मिली है, उन्हें सशर्त इजाजत दी गई है. उन्हें हरहाल में सोशल डिस्टेंसिंग नियमों का पालन करना है.
बता दें कि पर्यटन उद्योग के लिए मशहूर गोवा में साल के 12 महीने बाहर से पर्यटक आते हैं. ऐसे में कहा जा रहा था कि गोवा में इस तरह के संक्रमण को रोकना काफी मुश्किल होगा. लेकिन जिस सख्ती से नियमों का पालन किया गया, उससे ऐसा देखने में आ रहा है कि जल्द ही गोवा में रौनक वापस लौट सकती है. साथ ही गोवा राज्य का मॉडल दूसरे राज्यों के लिए नजीर भी बन सकता है.