कोरोना वायरस की वजह से लगे लॉकडाउन में एक प्रवासी दिल्ली से बिहार के दरभंगा में लौटकर आया तो उसे 14 दिनों के लिए क्वारनटीन कर दिया गया. नौवें दिन उसी क्वारटीन सेंटर में खिड़की से लटकी उसकी लाश मिली तो पुलिस के होश उड़ गए. प्रारंभिक रूप से परिजन जहां इसे हत्या बता रहे हैं तो पुलिस इस माैत को आत्महत्या करार दे रही है. क्वारटनटीन सेंटर में हुई इस मौत से सियासी बवाल भी मच गया है.
बिहार के दरभंगा में प्रशासन द्वारा बनाये क्वारनटीन सेंटर में सोमवार को विनोद यादव (50) की मौत के बाद हड़कंप मच गया है. मामले की गंभीरता को देखते मौके पर डीएम
और एसएसपी भी पहुंचे.
मृतक दिल्ली में रहकर मजदूरी करता था और लॉकडाउन में दिल्ली से दरभंगा पंहुचा था. जिला प्रशासन ने उसे कोरोना संदिग्ध मानकर 14 दिनों के लिए सिमरी थाना इलाके के कमरौली उत्क्रमित हाई स्कूल में क्वारनटीन में रख दिया था, जहां यह घटना हो गई. इस क्वारनटीन सेंटर में मृतक शख्स के अलावा दो और लोग भी क्वारनटीन किए गए थे जो अलग-अलग कमरों में थे.
क्वारनटीन सेंटर में मौत की खबर सुन इलाके के आरजेडी विधायक भोला यादव भी मौके पर पहुंचे और सरकार द्वारा बनाये क्वारनटीन सेंटर पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार पूरी तरह विफल है. कहीं कोइ व्यवस्था नहीं है साथ की उन्होंने कहा कि सरकार की देखरेख में मौत हुई है, ऐसे में मृतक के परिजनों को 50 लाख रुपये की मुआवजा सरकार दे.
इधर परिवार के लोगों ने बताया कि उनकी मौत कैसे हुई यह तो नहीं पता लेकिन जिस खिड़की से फंदा लगा कर मौत की बात बताई जा रही है, उसमें शक जरूर होता है. खिड़की
की ऊंचाई भी इतनी नहीं है कि इसमें कोई फांसी लगा सकता है?
मृतक के बेटे ने कहा कि पिता को टीवी की बीमारी जरूर थी लेकिन इलाज़ के बाद वे स्वस्थ हो गये थे. रविवार की रात भी बात और मुलाकात हुई लेकिन कोई ऐसी बात उन्होंने नहीं बताई जिससे वे परेशान हों.
इधर मौके पर पहुंचे डीएम त्याग राजन ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा की मौत के पीछे के कारण की जांच की जा रही है. शुरुआती जानकारी के अनुसार, मृतक विनोद यादव
टीबी की बीमारी से भी ग्रसित था, संभवत: पारिवारिक कारण और बीमारी के कारण तनाव भी आत्महत्या का एक कारण हो सकता है. फिलहाल, पूरे मामले की जांच की जा रही है.
दरभंगा के एसएसपी ने भी तत्काल सभी बिंदुओं पर खुद जांच की और मौके पर उपस्थित सभी लोगों से पूछताछ भी की. उन्होंने भी मीडिया से बात करते हुए कहा की मृतक टीबी जैसी बीमारी से पीड़ित था. हो सकता है किसी तनाव के कारण ऐसा कदम उठाया हो लेकिन पूरी घटना की जांच करने के बाद ही पता चल पायेगा आखिर घटना के पीछे असली वजह क्या है?