दिल्ली में 4319 स्वास्थ्यकर्मियों को लगाए गए कोरोना के टीके में से 51 में प्रतिकूल प्रभाव देखे गए हैं. 11 मामले दक्षिणी दिल्ली और 11 दक्षिणी पश्चिम दिल्ली के हैं. एक को भर्ती कराया गया है.
स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि पूरी तैयारी के साथ कोरोना वैक्सीनेशन शुरू हुआ है. हम सफलता की ओर कदम बढ़ा रहे हैं. हम साथ मिलकर कोरोना से लड़ रहे हैं. राज्यों से जो फीडबैक मिला है वो उत्साहवर्धक है.हमने एक साल में कोविड-19 के खिलाफ अपनी लड़ाई में एक हद तक सफलता प्राप्त की.पिछले 3-4 महीनों में हमारी रिकवरी और मृत्यु दर से संकेत मिलता है कि हम धीरे-धीरे COVID-19 के खिलाफ जीत की ओर बढ़ रहे हैं.
दिल्ली के LNJP अस्पताल में अबतक 32 हेल्थकेयर वर्कर्स को वैक्सीन दी गई है. वहीं, दिल्ली कैंसर स्टेट इंस्टीट्यूट में 46 स्वास्थ्यकर्मियों को अब तक टीका लगाया गया है.
पश्चिम बंगाल के पूर्व बर्द्धमान जिले में तृणमूल कांग्रेस के विधायक नियमों को तोड़ते दिखे. भाटार विधानसभा सीट से टीएमसी विधायक ने शनिवार को जिला अस्पताल में कोरोना का टीका लगवाया. टीएमसी विधायक ने यहां नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए वैक्सीन लगवाई.
लेह-लद्दाख में तैनात जवानों को भी कोरोना की वैक्सीन दी गई है. लद्दाख में CMO डॉ कात्यानी शर्मा और अस्सिटेंट कमांडेंट डॉ Skalzang Angmo को कोरोना की वैक्सीन दी गई है. डॉ कात्यानी शर्मा ने कहा कि केंद्र द्वारा शुरू किए गए अभियान के तहत हमें कोविशील्ड का वैक्सीन दिया गया है. ये सुरक्षित है और हमलोग स्वस्थ महूसस कर रहे हैं.
वहीं लेह में फॉर्वर्ड पोस्ट पर तैनात ITBP के सैनिकों को कोरोना की वैक्सीन दी गई. जवानों ने वैक्सीन लेने के बाद कहा कि हमने सेक्टर अस्पताल लद्दाख में कोरोना की वैक्सीन ली है और इससे कोई भी विपरित प्रभाव नहीं है, हमें अच्छा महसूस हो रहा है.
दिल्ली में कोरोना वैक्सीन अभियान सफलतापूर्वक चल रहा है, दिल्ली स्थित कैंसर स्टेट इंस्टीट्यूट में 43 लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाई गई है. अब तक किसी पर भी किसी तरह का साइड इफेक्ट देखने को नहीं मिल रहा है.
गृह मंत्री अमित शाह ने भी कोरोना वैक्सीन शुरू होने पर खुशी जताई है. अमित शाह ने कहा कि भारत उन चुनिंदा देशों में से एक है, जिसने मानवता के विरुद्ध आए सबसे बड़े संकट को समाप्त करने की दिशा में विजय पायी है.
इस अभूतपूर्व उपलब्धि से हर भारतीय गौरवान्वित है. यह विश्वपटल पर एक नये आत्मनिर्भर भारत का उदय है. सभी वैज्ञानिकों को बहुत-बहुत बधाई. अमित शाह ने कहा कि मोदी जी के नेतृत्व वाला यह ‘नया भारत’आपदाओं को अवसर में और चुनौतियों को उपलब्धियों में बदलने वाला भारत है. यह 'मेड इन इंडिया' वैक्सीन इसी आत्मनिर्भर भारत के संकल्प की परिचायक है. इस ऐतिहासिक दिन पर मैं हमारे सभी कोरोना योद्धाओं को कोटि-कोटि नमन करता हूं.
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कोरोना टीकाकरण शुरू होने का स्वागत किया है. अखिलेश ने कहा है कि ये अच्छी बात है कि कोरोना की वैक्सीन आ गई है. अखिलेश ने कहा कि हम डॉक्टरों की क्षमता पर सवाल नहीं उठा रहे हैं, लेकिन सरकार को बताना चाहिए कि गरीब लोगों तक कोरोना की वैक्सीन कैसे पहुंचेगी.
वैक्सीनेशन कार्यक्रम का जायजा लेने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल दिल्ली के LNJP अस्पताल पहुंचे. केजरीवाल ने कहा कि आज से देशभर में वैक्सीनेशन ड्राइव शुरू हो रही है. दिल्ली में 81 जगहों पर वैक्सीनेशन साइट हैं. वैक्सीनेशन ड्राइव बहुत अच्छे से चल रहा है. सीएम ने कहा कि अबतक जिन्हें टीका लगा उनसे मेरी बात हुई है, किसी को कोई परेशानी नही है. सीएम ने कहा कि दिल्ली में रोजाना 8100 लोगों को टीका लगेगा. एक्सपर्ट का कहना है कि किसी भी तरफ की अफवाह में ध्यान न दें, वैक्सीन सेफ हैं. अंत मे कोरोना से छुटकारा मिलेगा. लेकिन वैक्सीन लेने के बाद भी मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें. सीएम ने कहा कि आने वाले समय में दिल्ली में 1000 सेंटर तक बनाये जाएंगे.
देश में कोरोना वैक्सीनेशन शुरू होने पर सीरम इंस्टीट्यूट के अदार पूनावाला ने कहा है कि वे भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस कार्यक्रम के लिए शुभकामनाएं देते हैं. उन्होंने कहा कि भारत ने दुनिया का सबसे बड़ा कोरोना टीकाकरण अभियान शुरू किया है. उन्होंने कहा कि ये मेरे लिए गर्व का विषय है कि कोविशील्ड इस टीकाकरण अभियान का हिस्सा है. मैंने अपने कर्मचारियों के साथ खुद भी वैक्सीन लिया है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन थोड़ी देर पहले दिल्ली के एलएनजेपी अस्पताल पहुंचे हैं और कोरोना वैक्सीनेशन कार्यक्रम का जायजा लिया है. सीएम केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में वैक्सीनेशन कार्यक्रम को लेकर लोग बहुत खुश हैं और दिल्ली में सरकार वैक्सीनेशन केंद्र को और भी बढ़ाएगी.
बीजेपी सांसद डॉ महेश शर्मा कोरोना वैक्सीन लेने वाले पहले सांसद बने हैं. डॉक्टर शर्मा ने कहा कि उन्हें कोविशील्ड वैक्सीन लगाया गया है. उन्होंने कहा कि कोरोना काल के दौरान उन्होंने कोरोना फ्रंटलाइन वर्कर के रूप में काम किया है. डॉ शर्मा ने कहा है कि इस वैक्सीन को लेने में किसी को किसी तरह के डर का अनुभव नहीं करना चाहिए.
एम्स में नीति आयोग के सदस्य डॉ वी के पॉल को भी कोरोना का वैक्सीन लगाया गया.
कोरोना वैक्सीनेशन शुरू होने के बाद स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि कोरोना वैक्सीन इस बीमारी के खिलाफ संजीवनी का काम करेगा. डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई निर्णायक दौर में पहुंच चुकी है. डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि हम पिछले एक साल से पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लड़ रहे थे. ये वैक्सीन संजीवनी के तौर पर काम करेगा.
बता दें कि एम्स में सबसे पहला टीका सैनिटेशन डिपार्टमेंट के एक कर्मचारी मनीष कुमार को लगाया गया. इसके साथ ही मनीष कुमार कोरोना का वैक्सीन लेने वाले देश के पहले नागरिक बन गए हैं. इसके बाद एम्स के सीनियर डॉक्टर टीका ले रहे हैं.
दिल्ली स्थित एम्स में कोरोना का पहला वैक्सीन लगाया गया. इसके कुछ ही मिनटों बाद एम्स के डायरेक्टर डॉ रणदीप गुलेरिया को कोरोना का वैक्सीन लगाया गया. बता दें कि डॉ गुलेरिया देश के टॉप चिकित्सा विशेषज्ञ हैं. डॉ गुलेरिया ने ये वैक्सीन लेकर सभी तरह की आशंकाओं को निराधार साबित कर दिया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए दुनिया के सबसे बड़े कोरोना वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत कर दी है. भारत ने सर्वे भवन्तु सुखिन: के नारे के साथ कोरोना वैक्सीन अभियान की शुरूआत की. आज देश भर में लगभग 3000 केंद्रों पर 3 लाख लोगों को कोरोना की वैक्सीन दी जाएगी. इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना वैक्सीन लगने के बाद भी हमें सावधानी की जरूरत होगी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस बमारी ने लोगों को अपने घर से दूर रखा. माताएं बच्चों के लिए रो रही थीं, लेकिन वो अपने बच्चों के पास नहीं जा सकती थीं. लोग अस्पताल में भर्ती अपने घर के बुजुर्गों से मिल नहीं सकते थे, कई हमारे साथी जो इस बीमारी की चपेट में आकर हमसे दूर चले गए, ऐसे लोगों का हम अंतिम संस्कार भी नहीं कर सके.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोगों को संबोधित करते हुए भावुक हो गए. पीएम ने कहा कि कोरोना के काल में हमारे कई साथी ऐसे रहे जो बीमार होकर अस्पताल गए तो लौटे ही नहीं. पीएम ने कहा कि संकट के उसी समय में, निराशा के उसी वातावरण में, कोई आशा का भी संचार कर रहा था, हमें बचाने के लिए अपने प्राणों को संकट में डाल रहा था. ये लोग थे हमारे डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ, एंबुलेंस ड्राइवर, आशा वर्कर, सफाई कर्मचारी, पुलिस और दूसरे फ्रंटलाइन वर्कर्स. हमारे कई साथी कोरोना से ग्रसित होकर अस्पताल गए तो लौटे ही नहीं. ऐसे सभी साथियों को हम सादरांजलि अर्पित करते हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि इतिहास में इस प्रकार का और इतने बड़े स्तर का टीकाकरण अभियान पहले कभी नहीं चलाया गया है. दुनिया के 100 से भी ज्यादा ऐसे देश हैं जिनकी जनसंख्या 3 करोड़ से कम है, और भारत वैक्सीनेशन के अपने पहले चरण में ही 3 करोड़ लोगों का टीकाकरण कर रहा है. दूसरे चरण में हमें इसको 30 करोड़ की संख्या तक ले जाना है. जो बुजुर्ग हैं, जो गंभीर बीमारी से ग्रस्त हैं, उन्हें इस चरण में टीका लगेगा. आप कल्पना कर सकते हैं, 30 करोड़ की आबादी से ऊपर के दुनिया के सिर्फ तीन ही देश हैं- खुद भारत, चीन और अमेरिका.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं ये बात फिर याद दिलाना चाहता हूं कि कोरोना वैक्सीन की 2 डोज लगनी बहुत जरूरी है. उन्होंने लोगों से प्रार्थना की कि आप दो डोज जरूर लगवाएं, एक डोज लगवाने के बाद भूल न जाएं, पीएम ने कहा कि पहली और दूसरी डोज के बीच, लगभग एक महीने का अंतराल भी रखा जाएगा, इसे भी ध्यान रखें, दूसरी डोज़ लगने के 2 हफ्ते बाद ही आपके शरीर में कोरोना के विरुद्ध ज़रूरी शक्ति विकसित हो पाएगी. पीएम ने कहा कि जैसा धैर्य आपने कोरोना काल में दिखाया था, वैसा ही धैर्य आप वैक्सीनेशन के समय भी दिखाएं. पीएम ने कहा कि वैक्सीनेशन के बाद भी शारीरिक दूरी और मास्क जरूरी होगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज वो वैज्ञानिक, वैक्सीन रिसर्च से जुड़े अनेकों लोग विशेष प्रशंसा के हकदार हैं, जो बीते कई महीनों से कोरोना के खिलाफ वैक्सीन बनाने में जुटे थे. आमतौर पर एक वैक्सीन बनाने में बरसों लग जाते हैं.
प्रधानंमत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वैक्सीनेशन कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए कहा आज के दिन का बेसब्री से इंतजार था. कोरोना की वैक्सीन आ गई है. मोदी ने कहा कि वैक्सीन बनाने वालों ने कड़ी मेहनत की है. पीएम ने कहा कि उन्होंने न त्योहार की चिंता की न घर छुट्टी मनाने गए. पीएम ने कहा कि ऐसे ही दिन के लिए राष्ट्रकवि दिनकर ने कहा था कि मानव जब जोर लगाता है तो पत्थर पानी बन जाता है.
कोरोना वैक्सीन को लेकर सभी आशंकाओं को दूर करने के लिए एम्स डॉयरेक्टर डॉ रणदीप गुलेरिया ने कहा है कि वे खुद कोरोना की वैक्सीन लेंगे.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन एम्स पहुंच गए हैं. थोड़ी ही देर में एम्स से वैक्सीनेशन कार्यक्रम शुरू होगा.
बिहार में राम बाबू को पहला टीका लग रहा है, राम बाबू स्वास्थ्य विभाग के सफाईकर्मी हैं. उन्हें पटना के IGMS में टीका दिया जाएगा. राम बाबू ने कहा कि वे सौभाग्यशाली महसूस कर रहे हैं.
लखनऊ में हुकुम सिंह नेगी को पहला वैक्सीन लगने जा रहा है. हुकुम सिंह ने कहा है कि वे काफी उत्साहित हैं और उन्हें वैक्सीन को लेकर कोई डर नहीं है. उन्होंने कहा कि वे स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत हैं. हुकुम सिंह नेगी को KGMU में कोरोना की वैक्सीन लगाई जाएगी. आज लखनऊ में 1200 लोगों को टीका लगाया जाएगा.
पटना के इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (IGIMS) को कोरोना टीकाकरण अभियान की शुरुआत से पहले फूल और बैलून से सजाया गया है.
मुंबई के कूपर अस्पताल में जब कोरोना वैक्सीन पहुंचा तो वहां मौजूद सभी स्वास्थ्य कर्मियों ने ताली बजाकर स्वागत किया.
उत्तर प्रदेश के बीएचयू अस्पताल को टीकाकरण अभियान शुरू होने से पहले बैलून लगाकर सजाया गया है. एडिशनल सीएमओ डॉ. एनपी सिंह ने टीकाकरण शुरू होने को लेकर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा है कि कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जा रहा है. भीड़ से बचने के लिए अलग-अलग स्लॉट में टीकाकरण किया जाएगा.
कश्मीर में कोरोना टीकाकरण के लिए 40 सेंटर बनाए गए हैं. शनिवार को अलग अलग केंद्रों पर कुल 4000 स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया जाएगा. जबकि पहले चरण में घाटी के कुल 6000 स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगना है.
पुणे जिला अस्पताल में उत्सव जैसा माहौल है. दिवाली, दशहरा की तरह टीकाकरण अभियान से पहले रंगोली बनाई जा रही है. वैक्सीन देने की तैयारियां पूरी हो गई हैं. अस्पतालों में टीकाकरण अभियान शुरू होने वाला है. कोविशिल्ड की वैक्सीन दिल्ली स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट अस्पताल पहुंची है, जिसके बाद स्वास्थ्य कर्मियों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है.
हैदराबाद के नामपल्ली में कोरोना टीकाकरण अभियान की शुरुआत को लेकर इलाके के अस्पतालों को फूल और बैलून से सजाया गया है.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि कोरोना वैक्सीन लगवाने को लेकर होड़ मचाने की जरूरत नहीं है, सभी लोगों को उनकी प्राथमिकताओं के आधार पर वैक्सीन दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि भारतीय वैक्सीन सुरक्षित और बेहद प्रभावी है. वहीं खुद को टीका लगवाने को लेकर कहा कि जब उनका नंबर आएगा तभी वो टीका लगवाएंगे.
राज्य को कोविशील्ड वैक्सीन की 9.63 लाख खुराक और कोवैक्सीन की 20,000 खुराकें मिली हैं जो सभी जिलों में वितरित की गई हैं. आज राज्य में 285 केंद्र में से छह स्थानों पर कोवैक्सीन दी जाएगी. इसमें 4 मेडिकल कॉलेज (मुंबई, औरंगाबाद, सोलापुर और नागपुर) और 2 जिला अस्पताल (पुणे और अमरावती) शामिल हैं. आज से प्रतिदिन सुबह नौ बजे से शाम पांच बजे तक टीकाकरण किया जाएगा.
एक टीकाकरण केंद्र पर टीकाकरण के लिए 5 लोगों की एक टीम तैनात की गई है. इस बीच प्रधानमंत्री टीकाकरण के शुभारंभ के अवसर पर देश के अन्य राज्यों की तरह, महाराष्ट्र के कूपर अस्पताल, मुंबई और जालना जिला अस्पतालों में टीकाकरण सत्र की जानकारी लेंगे. दोनों स्थानों पर टेलीविजन संचार प्रणाली स्थापित की गई है. प्रधानमंत्री के हाथों सुबह होने वाले शुभारंभ के वक्त राज्य के सभी 285 केंद्रों पर वेबकास्ट की व्यवस्था की गई है.
देश में आज से कोरोना टीकाकरण अभियान की शुरूआत हो रही है. केंद्र सरकार के निर्देशों के अनुसार 285 केंद्रों पर तैयारी पूरी कर ली गई है. आज राज्य के 28,500 स्वास्थ्य कर्मियों को कोरोना महामारी से सुरक्षा मिलेगी. प्रत्येक केंद्र पर 100 टीका लगाने की योजना है. जिन लोगों को टीका लगाया जाएगा, उन्हें टीकाकरण का संदेश भेजा जा चुका है. एसएमएस के जरिये इन सभी स्वास्थ्य कर्मियों को जानकारी दी गई है कि कितने बजे, किस केंद्र पर, किस कंपनी का टीका दिया जाएगा. ये जानकारी पुणे स्वास्थ्य डिवीजन के डिप्टी डायरेक्टर डॉ. संजय देशमुख ने आजतक को दी है.
देश भर में टीकाकरण अभियान के शुभारंभ के साथ ही आज गौतम बुद्ध नगर के सांसद और पूर्व मंत्री डॉ. महेश शर्मा पहले ऐसे जनप्रतिनिधि होंगे जो इस अभियान के तहत कोविड का टीका लगवाएंगे. हालांकि डॉ शर्मा एक डॉक्टर यानी कोरोना वॉरियर के तौर पर टीका लगवाएंगे. क्योंकि पहले चरण में सिर्फ अग्रिम पंक्ति के कोरोना वॉरियर्स को ही टीका लगाया जा रहा है. शनिवार सुबह साढ़े दस बजे नोएडा के कैलाश अस्पताल में बनाए गए टीकाकरण केंद्र में सारे स्टाफ और अन्य लोग उपस्थित होंगे. उसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वर्चुअल संबोधन होगा. पीएम का संबोधन सुनने के बाद 11 बजे डॉ शर्मा सबसे पहले टीका लगवाएंगे.
केंद्र सरकार की ओर से जारी निर्देश के मुताबिक, वैक्सीन केवल 18 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोगों के लिए है. दूसरी खुराक उसी वैक्सीन की होनी चाहिए जिसमें पहली डोज ली गई थी यानी कि वैक्सीन के इंटरचेंजिंग की अनुमति नहीं है. साथ ही वैक्सीन की जिम्मेदारी संभाल रहे लोगों को 14 दिन के अंतराल से अलग किया जाना चाहिए.
COVID-19 महामारी, वैक्सीन रोलआउट और Co-WIN सॉफ़्टवेयर से संबंधित सवालों के लिए एक 24x7 कॉल सेंटर- 1075 भी स्थापित किया गया है.
टीकाकारण अभियान के पहले दिन करीब 3 लाख हेल्थ वर्कर्स को वैक्सीन दी जाएगी. यानी कि पहले दिन सभी सेंटर्स पर 100 लाभार्थियों को टीका लगाया जाएगा. टीकाकारण का समय सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक है.
पीएम मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए टीकाकरण कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे. जिसके बाद पीएम मोदी वैक्सीन लगाने वाले हेल्थ वर्कर्स से बातचीत भी करेंगे. इस बातचीत को देश के 3006 वैक्सीन सेंटर पर लोग देख सकते हैं.