
आजतक रेडियो पर हम रोज़ लाते हैं देश का पहला मॉर्निंग न्यूज़ पॉडकास्ट ‘आज का दिन’, जहां आप हर सुबह अपने काम की शुरुआत करते हुए सुन सकते हैं आपके काम की ख़बरें और उन पर क्विक एनालिसिस. साथ ही, सुबह के अख़बारों की सुर्ख़ियाँ और आज की तारीख में जो घटा, उसका हिसाब किताब. आगे लिंक भी देंगे लेकिन पहले जान लीजिए कि आज के एपिसोड में हमारे पॉडकास्टर नितिन ठाकुर किन ख़बरों पर बात कर रहे हैं.
पंचायत चुनाव का विरोध क्यों?
आज यूपी के पंचायत चुनाव का पहला चरण है लेकिन ड्यूटी में लगे सरकारी शिक्षक इसे टालना चाहते हैं. इसका कारण है कोरोना मामलों में उछाल. ख़ुद सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ और पूर्व सीएम अखिलेश यादव भी बीमारों की लिस्ट में शामिल हो गए हैं. ऐसे में जान का ख़तरा लाज़िमी है तो सुनिए शिक्षक क्या कह रहे हैं और अगर चुनाव के दौरान किसी को कुछ हो गया तो वो क्या करेंगे बता रहे हैं उत्तर प्रदेश शिक्षक संघ के अध्यक्ष दिनेश शर्मा.
RTPCR टेस्ट भी फेल
कोरोना के नए वायरस को पकड़ पाने में RTPCR टेस्ट लगातार फेल हो रहा है. इसका कारण क्या है और इसके ख़तरे क्या हैं इस बारे में इंडिया टुडे की डिप्टी एडिटर और इस स्टोरी को फॉलो कर रहीं स्नेहा मोरदानी बता रही हैं. फ़िलहाल इस टेस्ट के अलावा और कोई विकल्प नहीं जो किसी के कोरोनाग्रस्त होने की पुष्टि कर सके.
नया वायरस कितना ख़तरनाक?
कोरोना का वायरस म्यूटेट होकर लौटा है और इसीलिए पहले से ज़्यादा जानलेवा भी है और संक्रमण भी तेज़ी से फैल रहा है. महाराष्ट्र में तो कोरोना के इसी नए अवतार ने क़हर बरपा रखा है. पुणे के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी यानि NIV ने इस पर स्टडी की है. Indian Medical Association of Maharashtra के पूर्व अध्यक्ष डॉ अविनाश भोंडवे इस पर विस्तार से चर्चा कर रहे हैं.
तालिबान ने बातचीत की टेबल छोड़ी
लग रहा था कि अफ़ग़ानिस्तान में अब शांति आ जाएगी लेकिन एक बार फिर शांति वार्ता को झटका लगा है. तुर्की में अफ़ग़ानिस्तान सरकार से बातचीत को तैयार तालिबान ने नया एलान किया है. उसने बाइडेन के इस फ़ैसले को नामंज़ूर कर दिया है कि अमेरिकी सैनिक 9/11 की बीसवीं बरसीं पर लौटेंगे. अब तालिबान के इस फ़ैसले के बाद अफ़ग़ानिस्तान से लेकर अमेरिका तक में क्या क्या होगा इस पर इंटरनेशनल अफ़ेयर्स एक्सपर्ट हर्ष पंत बातचीत कर रहे हैं.
इसके अलावा आज की तारीख़ में पहले क्या घट चुका है वो भी सुनिए और साथ में देश-विदेश के अख़बारों की सुर्ख़ियाँ भी रोज़ लाते हैं प्रतीक वाघमारे.