
पूरी दुनिया में कोरोना की तीसरी लहर का डर सता रहा है. पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में भी कोरोना वायरस के मामले और उससे होने वाली मौत का आंकड़ा दोबारा से अपने पीक पर पहुंच गया है. इसे ध्यान में रखते हुए बांग्लादेश की सरकार ने सोमवार से पूरे एक हफ्ते के लिए देशव्यापी लॉकडाउन लगाने का फैसला लिया है.
बांग्लादेश के ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर ओबैदुल कादर (Obaidul Quader) ने बांग्लादेश की राजधानी ढाका में प्रेस से बात करते हुए बताया कि शनिवार के दिन बांग्लादेश में कोरोना के कारण 58 लोगों की मौत हो गई. जबकि चौबीस घंटे के भीतर ही 5,683 नए कोरोना मामले पाए. मौत और नए कोरोना मामलों का ये आंकड़ा कोरोना आने के बाद यानी मार्च, 2020 के बाद अब तक का तीसरा बड़ा आंकड़ा है.
ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर ओबैदुल कादर ने कहा 'सरकार ने सोमवार से पूरे देश में एक हफ्ते का लॉकडाउन लगाने का फैसला लिया है ताकि कोरोना वायरस के प्रसार को रोका जा सके. आपको बता दें ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर ओबैदुल कादर, सत्ताधारी पार्टी आवामी लीग के जनरल सेक्रेटरी भी हैं.
इसी मसले पर स्टेट मिनिस्टर फॉर पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन फरहाद हुसैन ने अलग से बताया कि लॉकडाउन के अंदर किए जाने वाले नियमों के संबंध में एक ऑफिसियल हैंडआउट जल्दी ही इश्यू कर दिया जाएगा. मंत्री फरहाद हुसैन ने आगे कहा अगर इस दौरान कोरोना वायरस का प्रसारण कम न हुआ तो सरकार को इन कड़े प्रतिबंधों को जारी रखना पड़ सकता है.
'फरहाद हुसैन न कहा कि हालांकि आपातकालीन सेवाएं, किचन बाजार, मिल और उद्योग खुले रहेंगे. क्योंकि अगर मिल, उद्योग बंद किए जाते हैं तो इनसे जुड़े मजदूर अपने घरों की ओर लौटने लगेंगे. सरकारी सूत्रों के मुताबिक इस दौरान बांग्लादेश में घरेलू फ्लाइट, और पैसेंजर ट्रेन बंद रहेंगी. हालांकि अन्तराष्ट्रीय फ्लाइट्स और मालगाड़ियां चलती ही रहेंगी.