
कोरोना से निपटने के लिए दूसरे राज्यों की तैयारी कैसी है. रविवार को आजतक के साथ दिनभर अलग-अलग राज्यों के मुख्यमंत्री अपनी-अपनी रणनीति के बारे में बात कर रहे हैं और बता रहे हैं कि उनके प्रदेश में कोरोना से निपटने की क्या व्यवस्था है. बिहार के उपमुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद ने आजतक से बात करते हुए बताया कि बिहार सरकार की कोरोना से लड़ाई के लिए क्या रणनीति है. जाहिर है महाराष्ट्र में कोरोना की स्थिति एक बार फिर से भयावह है. ऐसे में लॉकडाउन की आशंका से एक बार फिर दिहाड़ी मजदूर वापस अपने प्रदेश लौट रहे हैं. ऐसे में बिहार सरकार इनको लेकर काफी सतर्क दिखाई दे रही है.
उपमुख्यमंत्री तार किशोर ने कहा कि बिहार के जो लोग वापस लौट रहे हैं उनकी जांच करने की पूरी व्यवस्था की गई है. जो लोग कोरोना पॉजिटिव पाए जाएंगे, उन्हें क्वारनटीन किया जाएगा. इसके लिए मंडल स्तर पर क्वारनटीन सेंटर की व्यवस्था की जा रही है. कोरोना के प्रथम चरण के दौरान भी बिहार सरकार ने उपयुक्त व्यवस्था की थी.
उन्होंने कहा कि एक बार फिर से उसी स्तर का काम किया जा रहा है. आपदा के समूह की बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं. उस निर्णय के आलोक में जो भी प्रोटोकॉल है उसका पालन करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है.
उपमुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद ने कहा कि पिछली बार कोरोना वायरस पूरे विश्व के लिए नया था. इसके बावजूद हमने डटकर इसका मुकाबला किया. इस बार प्रधानमंत्री मोदी भी काफी सतर्क हैं. उन्होंने सभी मुख्यमंत्रियों के साथ इस विषय को लेकर चर्चा की है. 17 अप्रैल को महामहिम राज्यपाल की अध्यक्षता में सभी दलों के नेताओं के साथ बैठक बुलाई गई है. इस सर्वदलीय बैठक में कोरोना से लड़ने को लेकर चर्चा भी होगी और रूपरेखा भी तैयार की जाएगी. इसके साथ ही अगर किन्हीं नेता के कुछ सुझाव होते हैं तो उस पर अमल भी किए जाएंगे.