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कोरोना इंफेक्‍शन में ब्लड ग्रुप A, B और RH+ को सबसे ज्‍यादा खतरा: स्टडी

स्‍टडी 2,586 कोविड-19 संक्रमित मरीजों पर की गई थी. जिन्हें 8 अप्रैल, 2020 से 4 अक्टूबर, 2020 तक सर गंगा राम अस्पताल में भर्ती कराया गया था. बी+ पुरुष रोगियों को महिला रोगियों की तुलना में कोविड-19 का खतरा अधिक है. ग्रुप बी और ब्लड ग्रुप एबी को 60 वर्ष आयु वर्ग के रोगियों में संक्रमण के प्रति अधिक संवेदनशील पाया गया.

सांकेतिक फोटो सांकेतिक फोटो
स्नेहा मोरदानी
  • नई दिल्‍ली,
  • 30 नवंबर 2021,
  • अपडेटेड 5:20 PM IST
  • गंगाराम अस्‍पताल ने की स्‍टडी
  • ब्‍लड ग्रुप को लेकर आए चौंकाने वाले नतीजे

Blood Group Study on COVID-19: कोरोना संक्रमित लोगों के ब्‍लड सैंपल की पर एक चौंकाने वाली स्‍टडी सामने आई है.  इस स्‍टडी में सामने आया है कि  ब्लड ग्रुप ए, बी और आरएच+ के लोग कोविड-19 संक्रमण के लिए अतिसंवेदनशील होते हैं. वहीं जबकि ओ, एबी और आरएच - ब्‍लड ग्रुप के लोग कोविड-19 संक्रमण के लिए कम संवेदनशील होते हैं.

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वहीं इस स्‍टडी में ये भी सामने आया है कि रक्त समूहों और रोग की गंभीरता के साथ-साथ मृत्यु दर के लिए संवेदनशीलता के बीच कोई संबंध नहीं है. यह स्‍टडी  "फ्रंटियर्स इन सेल्युलर एंड इंफेक्शन माइक्रोबायोलॉजी"  नवंबर 21 के संस्करण में प्रकाशित हई है. इस स्‍टडी को राजधानी दिल्‍ली में मौजूद सर गंगा राम अस्पताल के डिपार्टमेंट ऑफ रिसर्च  डिपार्टमेंट ऑफ़ ब्लड ट्रांसफ्यूज़न मेडिसन ने किया है. 

गंगाराम अस्‍पताल की डॉ. रश्मि राणा ने बताया कि सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम कोरोनावायरस 2 का एक नया वायरस है. ब्‍लड ग्रुप का कोविड-19 जोखिम या प्रगति पर कोई प्रभाव पड़ता है या नहीं, इसलिए, हमने इस अध्ययन में एबीओ और आरएच ब्लड ग्रुप के साथ कोविड-19 की संवेदनशीलता, इसके निदान और रिकवरी में लगने वाले समय और मृत्यु दर की जांच की. यह  स्‍टडी 2,586 कोविड-19 संक्रमित मरीजों पर की गई थी.  जिन्हें 8 अप्रैल, 2020 से 4 अक्टूबर, 2020 तक सर गंगा राम अस्पताल में भर्ती कराया गया था.

वहीं डॉ. विवेक रंजन ने बताया कि बी+ पुरुष रोगियों को महिला रोगियों की तुलना में कोविड-19 का खतरा अधिक है. ग्रुप बी और ब्लड ग्रुप एबी को 60 वर्ष आयु वर्ग के रोगियों में संक्रमण के प्रति अधिक संवेदनशील पाया गया. डॉ विवेक बोले, हमारे अध्ययन में यह भी पाया गया कि ब्लड ग्रुप ए और आरएच+ के मरीजों में रिकवरी अवधि में कमी पाई गई, जबकि ब्लड ग्रुप ओ और आरएच- में रिकवरी अवधि में वृद्धि मिली. 

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