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Covid Booster Dose: कब, कैसे और कौन लगवा सकेगा बूस्टर डोज, कितनी होगी कीमत?

देश में प्राइवेट पर 18+ की उम्र के नागरिकों के लिए कोविड वैक्सीन की बूस्टर डोज उपलब्ध कराई जाएगी. प्रिकॉशन डोज 10 अप्रैल (रविवार) से शुरू होगा. वे सभी जो 18 वर्ष से अधिक आयु के हैं और दूसरी खुराक लगने के बाद 9 महीने पूरे कर चुके हैं, वे इस डोज को लगवाने के लिए पात्र माने जाएंगे.

प्राइवेट सेंटर्स पर लगेगी बूस्टर डोज. (फाइल फोटो) प्राइवेट सेंटर्स पर लगेगी बूस्टर डोज. (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 08 अप्रैल 2022,
  • अपडेटेड 11:39 PM IST
  • 10 अप्रैल से 18+ को वैक्सीन की बूस्टर डोज
  • 60+ को पहले से ही दी जा रही है तीसरी खुराक

कोरोना महामारी से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने एक बड़ा कदम उठाते हुए 18 साल की उम्र से अधिक के लोगों को भी प्रिकॉशन यानी बूस्टर डोज लगवाने की अनुमति का फैसला दे दिया है. अब वयस्क लोग 10 अप्रैल से प्राइवेट सेंटर जाकर बूस्टर डोज लगवा सकते हैं. जिन लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज लगे 9 महीने हो चुके हैं, वो इस तीसरी वैक्सीन के लिए पात्र होंगे. 

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अब आपके लिए यह जानना जरूरी हो गया है कि यह बूस्टर डोज कैसे और कहां लगवाएं? इस तीसरी खुराक की कीमत क्या होगी? जानिए सब कुछ...

क्या है प्रिकॉशन यानी बूस्टर डोज

वैक्सीन की एक अतिरिक्त खुराक को ही प्रिकॉशन या बूस्टर डोज कहा जाता है. इसे एहतियाती खुराक भी कहा जा रहा है. यह खुराक लोगों में कोरोना वायरस के खिलाफ बनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में असरकारक सिद्ध होती है.

क्यों है इतनी जरूरी 

कोरोना वायरस के अब तक Delta, Delta Plus, Omicrone, Deltacron, XE Kappka वैरिएंट आ चुके हैं. इनसे निपटने के लिए सरकार की ओर से वैक्सीन की एक समय अंतराल के बाद दो खुराकें लोगों को लगाई जा रही हैं. ICMR के डीजी डॉ. बलराम भार्गव के मुताबिक, वायरस का एक वैरिएंट दूसरे वैरिएंट के खिलाफ प्रोटेक्शन नहीं देता है, इसलिए तीसरी लहर में रि-इन्फेक्शन के मामले देखे गए. मतलब समय के हिसाब से लोगों की रोग प्रतिरोध क्षमता कम होने लगती है, इसलिए तीसरी खुराक इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए जरूरी हो जाती है. वैक्सीनेशन ने गंभीर बीमारी, अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों और मौतों की संख्या को कम किया है.    

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बूस्टर डोज कहां लगेगी

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बताया गया है कि कोरोना वैक्सीन की प्रिकॉशन यानी बूस्टर डोज लगवाने की सुविध प्राइवेट सेंटरों पर उपलब्ध होगी. यानी इस तीसरी डोज को पैसे देकर लगवाना पड़ेगा. हालांकि, वैक्सीन के लिए पात्र आबादी को पहली और दूसरी खुराक मुफ्त टीकाकरण कार्यक्रम के जरिए ही मिलेगी.  वहीं,  हेल्थकेयर वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स और 60 की उम्र से ज्यादा की आबादी के लिए ये प्रिकॉशन डोज पहले ही तरह ही मिलेगा. 

बूस्टर डोज की कीमत कितनी होगी    

सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute of India) की वैक्सीन कोविशील्ड (Covishield) के एक बूस्टर डोज की कीमत 600+ टैक्स होगी. वहीं, Covaxin की कीमत 1,200 रुपये प्रति खुराक रखी गई है. इसमें टैक्स अलग से शामिल है. पात्र लोग अब किसी अस्पताल और क्लीनिक या वैक्सीनेशन सेंटर पर कोविशील्ड की दोनों खुराक खरीदकर लगवा सकते हैं. लेकिन मेडिकल स्टोर पर यह वैक्सीन नहीं मिलेगी.   

कौन-कौन लगवा सकता है बूस्टर डोज 

सरकारी फैसले के मुताबिक, 18 साल की उम्र से अधिक के लोग अब तीसरी खुराक यानी बूस्टर डोज के लिए पात्र होंगे. हालांकि, इस खुराक को वही वयस्क लगवा सकेंगे जिनको दूसरी डोज लगवाए हुए 9 महीने बीते चुके हों. 

बूस्टर डोज लगवाने की प्रक्रिया

अगर आपने कोविशील्ड या कोवैक्सीन में से किसी एक वैक्सीन की दोनों खुराक ले रखी हैं तो आपको पहले दी गई वैक्सीन की ही बूस्टर डोज लगाई जाएगी. वहीं, अगर आपने CoWin ऐप पर पहले से रजिस्ट्रेशन करा रखा है, तो पात्र लोगों को इसी ऐप से बूस्टर डोज के लिए मैसेज आएगा. आप https://selfregistration.cowin.gov.in/ पर जाकर अपना स्लॉट बुक करा सकते हैं. इसमें सबसे पहले अपना रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर डालें और ओटीपी प्राप्त करें. इसके तुरंत बाद आपको पता चल जाएगा कि आप बूस्टर के लिए पात्र हैं या नहीं. मतलब दूसरी डोज लिए हुए आपको 9 महीने का समय हो चुका होगा, तभी आपका रजिस्ट्रेशन होगा.  

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60+ लोगों को पहले से मिल रही बूस्टर डोज

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, अब तक, देश में 15 साल की उम्र से ज्यादा की आबादी में से लगभग 96 फीसदी को कोविड-19 वैक्सीन की कम से कम एक खुराक मिल चुकी है, जबकि इसी उम्र की आबादी में से लगभग 83 फीसदी को दोनों खुराकें मिल चुकी हैं.  इसके अलावा 2.4 करोड़ से अधिक हेल्थकेयर वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स और 60 की उम्र से ज्यादा के लोगों को एहतियाती खुराक भी दी जा चुकी है.  12 से 14 साल उम्र वर्ग के 45 प्रतिशत लोगों को भी पहली डोज दी जा चुकी है. 

 

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