
भारत से विदेश की यात्रा पर जाने वाले हवाई यात्रियों को केंद्र सरकार सफर पर निकलने से पहले कोरोना टेस्ट करवाने को कह सकती है. केंद्र इस फैसले को लेने पर तब मजबूर हुई है जब हॉन्गकॉन्ग ने एअर इंडिया की फ्लाइट को 31 अगस्त तक बैन कर दिया. इस फ्लाइट से दिल्ली से हॉन्गकॉन्ग पहुंचे 11 व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे.
अंग्रेजी वेबसाइट इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने हॉन्गकॉन्ग की घटना का अप्रत्यक्ष रूप से जिक्र करते हुए कहा कि कुछ लोग एक जगह से दूसरे जगह गए और कोरोना पॉजिटिव थे, अब वो देश फ्लाइट को सस्पेंड करना चाहता है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हमारी राय है कि जो भी व्यक्ति दूसरे देशों से भारत आएगा उसके पास RT-PCR टेस्ट सर्टिफिकेट होना चाहिए, मैं तो यह भी कहूंगा कि जो लोग भारत से दूसरे देश जा रहे हैं, वो भी फ्लाइट पकड़ने से पहले अपने कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट साथ रख लें.
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बता दें कि अभी अंतरराष्ट्रीय विमान से भारत आने वाले हवाई यात्रियों के लिए सरकार ने 7 दिनों का सरकारी क्वारनटीन और 7 दिनों का होम क्वारनटीन की घोषणा की है. हालांकि इस नियम से उन्हें छूट दी गई है जो विमान के उड़ान भरने के 96 घंटे पहले तक का कोरोना निगेटिव सर्टिफिकेट दिखा सकें.
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हरदीप पुरी ने कहा कि अगर एक बड़ा हवाई जहाज 280 पैसेंजरों को लेकर उड़ान भर रहा है और उनमें से 6 या 8 कोरोना पॉजिटिव हो जाते हैं तो भी आगे के आंकड़ों पर सच्चाई से सोचने की जरूरत है. कई लोगों में लक्षण नहीं दिखते हैं. हम एक कदम आगे बढ़ते हुए ये कर सकते हैं कि वे सफर से पहले ही कोरोना टेस्ट करवा लें.
बता दें कि भारत ने कोरोना संक्रमण शुरू होने के बाद 23 मार्च को सभी अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट को बंद कर दिया है. अभी सिर्फ वंदे भारत मिशन के तहत ही दूसेर देशों से फ्लाइट आ रही है. इसके अलावा हाल ही में भीरत ने अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, जर्मनी, फ्रांस और मालदीव से एयर बब्बल की शुरुआत की है.