
चीन में कोरोना वायरस से हाहाकार मचा है. हर हफ्ते हजारों लोगों की मौत हो रही है. इन सबके बावजूद चीन लगातार आंकड़े छिपाकर यह बताने की कोशिश में जुटा है, उसके यहां हालात सामान्य हैं. आंकड़े छिपाने को लेकर WHO कई बार चीन को फटकार भी लगा चुका है. इन सबके बीच चीन में कोरोना को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. चीन में अब तक 80 प्रतिशत आबादी कोरोना से संक्रमित हो चुकी है, इतना ही नहीं यहां पिछले 1 हफ्ते में 13000 लोगों की मौत हुई है. यह पहला मौका नहीं है, जब चीन को लेकर ऐसे खुलासे हुए हैं, जिनसे पता चलता है कि चीन में कोरोना किस तरह से तबाही मचा रहा है, या आगे हालात कितने भयावह हो सकते हैं. आईए जानते हैं ऐसे ही 10 बड़े खुलासे...
1- चीन ने दिसंबर के पहले हफ्ते में सख्त जीरो कोविड पॉलिसी खत्म की थी. यह कोरोना की पहली लहर से लागू थी. चीन में कोविड पॉलिसी का काफी विरोध हो रहा था, ऐसे में जिनपिंग सरकार ने जीरो कोविड पॉलिसी खत्म करने का फैसला किया. इसके बाद चीन में तेजी से कोरोना के केस बढ़ने लगे.
2- चीन में पिछले 1 महीने में करीब 60 हजार लोगों की मौत अस्पतालों में हुई है. चीन के नेशनल हेल्थ कमीशन मेडिकल अफेयर डिपार्टमेंट के डायरेक्टर जियाओ याहुई (Jiao Yahui) ने कुछ समय पहले ही खुलासा किया था कि देश में 8 दिसंबर से 12 जनवरी तक कुल 59,938 लोगों की मौत अस्पातल में हुई.
3- चीन में पिछले एक हफ्ते (13-19 जनवरी) में 13000 लोगों ने महमारी से अपनी जान गंवाई है. चीन के प्रमुख वैज्ञानिक वू जुन्यो ने दावा किया है कि चीन में हर 10 में से आठ (यानी 80%) लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं. चीन के वैज्ञानिक का यह दावा ऐसे वक्त पर आया, जब चीन लूनर न्यू ईयर मना रहा है. न्यू ईयर की छुट्टियों पर लोग जमकर यात्राएं कर रहे हैं. ऐसे में चीन में एक और लहर का खतरा मंडराने लगा है. डर है कि चीन में कोरोना का संक्रमण ग्रामीण क्षेत्र में भी न फैल जाए.
4- चीन में कोरोना की स्थिति को लेकर दिसंबर में एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई थी. यहां दिसंबर में 20 दिन में 25 करोड़ (250 मिलियन) लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इस बात का खुलासा सरकारी दस्तावेजों के लीक होने के बाद हुआ था. रेडियो फ्री एशिया ने सोशल मीडिया पर चल रहे दस्तावेजों का हवाला देते हुए खुलासा किया गया था, दिसंबर महीने के पहले सप्ताह में 'जीरो-कोविड पॉलिसी' में छूट देने के बाद हालात भयावह हुए हैं और सिर्फ 20 दिन में ही पूरे चीन में करीब 250 मिलियन लोग कोविड-19 से प्रभावित हो गए.
5- समाचार एजेंसी AFP की पिछले दिनों एक रिपोर्ट आई थी. इसके मुताबिक, हेनान प्रांत के स्वास्थ्य आयोग के निदेशक कान क्वानचेंग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि 6 जनवरी, 2023 तक हेनान में कोरोना संक्रमण दर 89.0 प्रतिशत था. यानी हेनान में 99.4 मिलियन आबादी (9.94 करोड़) में से 88.5 मिलियन यानी (8.84 करोड़) आबादी कोरोना से संक्रमित थी.
6- चीन में कोरोना से तबाही के हाल ही में कई वीडियो सामने आए थे. इनमें देखा जा सकता था कि चीन में अस्पतालों में लंबी लंबी लाइन लग रही हैं. कई शहरों के अस्पतालों में इलाज के लिए बेड नहीं बचे. दवाओं की भी भारी कमी है. बीजिंग समेत कई प्रांत से चौंकाने वाले वीडियो सामने आए थे. यहां श्मशानों में लंबी लंबी लाइन थी. लोगों को अंतिम संस्कार करने के लिए इंतजार करना पड़ रहा था.
7- उधर, चीन ने तबाही के बीच अपने बॉर्डर 8 जनवरी से पूरी तरह से खोल दिए हैं. इतना ही नहीं चीन से विदेश से आने वाले यात्रियों के लिए क्वारंटीन नियमों को भी खत्म कर दिया है. चीन ने कोरोना के मौत को लेकर भी नियमों में भी बदलाव किया है. ताकि कोरोना से मौत का आंकड़ा कम रहे. चीन के बॉर्डर खोलने के ऐलान के बाद अमेरिका, भारत और यूरोप के तमाम देशों में चीन से आने वाले यात्रियों को लेकर सख्ती बरतना शुरू कर दिया. इटली में हाल ही में चीन से पहुंचीं दो फ्लाइटों में आधे से ज्यादा यात्री कोरोना संक्रमित पाए गए थे. इसके बाद इटली ने चीन से आने वाले सभी यात्रियों की कोरोना टेस्टिंग करने का फैसला किया है. दरअसल, इटली 2020 जैसी गलती नहीं दोहराना चाहता. तब इटली यूरोप का पहला देश था, जहां कोरोना से सबसे ज्यादा तबाही मचाई थी.
8- चीन के चेंगदू में भी कोरोना ने भारी तबाही मचाई. समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, यहां के सबसे बड़े अस्पताल Huax में स्टाफ का कहना था कि वे कोरोना के मरीजों के इलाज में बहुद व्यस्त हैं. अस्पताल के एंबुलेंस ड्राइवर ने पहचान न बताने की शर्त पर कहा, मैं 30 साल से यह काम कर रहा हूं. लेकिन अब तक इतना व्यस्त कभी नहीं रहा. अस्पतालों के अंदर और बाहर लंबी लंबी लाइन लगी हैं. एंबुलेंस में सवार सभी मरीजों को ऑक्सीजन दी जा रही है. अस्पताल के इमरजेंसी डिपार्टमेंट में तैनात मेडिकल स्टाफ ने बताया था कि ज्यादातर मरीज कोरोना से संक्रमित हैं. अस्पताल में कोरोना की दवाइयां का स्टॉक नहीं है. मरीजों को सिर्फ सामान्य लक्षणों की दवाएं दी जा रही हैं.
9- चीन के बीजिंग, अनसन और शंघाई जैसे बड़े शहरों से तमाम ऐसे वीडियो सामने आए थे, जिनमें तबाही के मंजर को साफ तौर पर देखा जा सकता था. इन शहरों में अस्पतालों में बेड नहीं बचे थे. जमीन पर लेटाकर मरीजों का इलाज किया जा रहा था. इतना ही नहीं श्मशानों में भी लंबी लंबी लाइन थीं. हालत ये थी कि कहीं कहीं श्मशानों में एक एक हफ्ते की वेटिंग चल रही थी.
10- कोरोना से जुड़े मौत के आंकड़े दुनिया के सामने न आएं, चीन इसकी पुरजोर कोशिश में जुटा है. लोगों को उनके परिजनों के शव अस्पताल से तभी दिए जा रहे हैं, जब वे एक फॉर्म पर साइन कर रहे हैं. इसमें लोगों को यह लिखकर देना पड़ रहा है कि उनके परिजनों की मौत कोरोना से नहीं हुई. कोई भी गलत दावा होता है, तो उसके लिए मैं जिम्मेदार हूं.