
देशभर में टीकाकरण की रफ्तार सुस्त हो रही है. जब तीसरी लहर की दस्तक हो और टीकाकरण की रफ्तार धीमी पड़ रही हो तो सरकार के लिए यह चिंता का सबब बन जाती है. राजधानी दिल्ली में भी टीके की किल्लत है जिसको खुद दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन भी स्वीकार रहे हैं. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि वैक्सीन की किल्लत के चलते रफ्तार कम हुई है. जानते हैं दिल्ली के अलावा एनसीआर के दूसरे शहरों का हाल क्या है?
टीकाकरण अभियान का जायजा लेने के लिए आजतक ने नोएडा और ग्रेटर नोएडा के टीकाकरण केंद्रों की पड़ताल की. नोएडा के सेक्टर 41 के निजी स्कूल में टीकाकरण चल रहा है. कोविन एप्लीकेशन द्वारा रजिस्ट्रेशन के बाद मुहैया कराए गए निर्धारित स्लॉट के मुताबिक लोग टीके की पहली और दूसरी खुराक लेने के लिए आ रहे हैं.
टीकाकरण केंद्र पर कोविशील्ड की डोज़ लगाई जा रही है. टीकाकरण अभियान में शामिल कर्मचारी रश्मि का कहना है कि फिलहाल वैक्सीन की बड़ी किल्लत यहां नहीं है और लोग भी टीकाकरण के लिए सामने आ रहे हैं. लेकिन टीका उन्हें ही लगाया जाता है जो एप्लीकेशन पर रजिस्टर करने के बाद स्लॉट ले करके आते हैं. ऑन द स्पॉट रजिस्ट्रेशन वैक्सीनेशन की सुविधा इस केंद्र पर नहीं है.
ऑनलाइन स्लॉट खोजने में हो रही दिक्कत
नोएडा के सेक्टर 41 के एक टीकाकरण केंद्र पर हमारी मुलाकात सौरव और शुभम से हुई. जिन्होंने एप्लीकेशन पर रजिस्टर करके स्लॉट ले लिया था. हालांकि सौरव का कहना है कि ऑनलाइन स्लॉट खोजने में काफी मशक्कत करनी पड़ी. लेकिन उन्हें इस केंद्र पर वैक्सीनेशन मिल गया. शुभम का भी कहना है कि टीकाकरण में दिक्कत नहीं हुई लेकिन रजिस्ट्रेशन के बाद स्लॉट खोजने के लिए उन्हें भी काफी मेहनत करनी पड़ी.
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नोएडा के अलावा ग्रेटर नोएडा के आस पास बहुत सारे गांव हैं. सूरजपुर के एक निजी स्कूल में टीकाकरण केंद्र बनाया गया है और यहां कोवैक्सीन की डोज़ लगाई जा रही है. लेकिन इस केंद्र पर समस्या यह है कि जिसको टीके की पहली खुराक चाहिए वह यहां मौजूद नहीं थी और उसके लिए नोटिस बोर्ड लगाया गया था. वैक्सीनेशन केंद्र के कंप्यूटर पर भी ऑनलाइन स्लॉट लेकर आने वालों के लिए ना तो पहली डोज़ मुहैया थी और ना ही दूसरी. इसी तरह ऑनस्पॉट रजिस्ट्रेशन में भी पहली डोज़ नहीं दी जा रही है लेकिन दूसरी खुराक यहां मिल रही है.
वैक्सीनेशन के इंचार्ज अरुण शर्मा ने बताया कि टीके की किल्लत नहीं है और रोज यहां पर वैक्सीनेशन किया जा रहा है. फिलहाल पहली डोज़ के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करके स्लॉट लेकर आने वालों को ही टिका दिया जा रहा है लेकिन अगर किसी को दूसरा डोज चाहिए तो उसका रजिस्ट्रेशन ऑन द स्पॉट भी किया जा सकता है.
ग्रामीण इलाकों में हो रही है दिक्कत
एनसीआर का ग्रेटर नोएडा इलाका ग्रामीण बहुल है. यहां पर जो दिक्कतें हैं वह बेहद व्यावहारिक हैं. वैक्सीनेशन केंद्र पर गणेश पहला टीका लेने आए थे लेकिन उन्हें टीका देने से मना कर दिया गया. सूरजपुर के पास के एक गांव में रहने वाले गणेश के पास स्मार्टफोन नहीं है और इसलिए वह एप्लीकेशन पर रजिस्टर नहीं कर पाए. लेकिन जब टीका लेने के लिए वह केंद्र पर आया तो उसे रजिस्ट्रेशन ना करवाने और स्लॉट ना होने के चलते मना कर दिया गया.
टीकाकरण केंद्र के इंचार्ज अरुण शर्मा ने बताया कि ऐसे बहुत सारे मामले रोज सामने आते हैं क्योंकि ग्रामीण इलाके होने के नाते कई लोग अशिक्षित हैं जो रजिस्टर नहीं कर पाते. कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनके पास स्मार्ट फोन नहीं है या इसी तरह की दूसरी दिक्कत है.
टीकाकरण केंद्र पर आने वाले पुष्पेंद्र बताते हैं कि लोगों में जागरूकता नहीं है तो बहुत सारे लोग सुविधाएं न होने के चलते टीकाकरण से वंचित हो रहे हैं. अगर सरकार जागरूकता फैलाए और उनलोगों के लिए बेहतर व्यवस्था करें तो टीकाकरण की जो रफ्तार सुस्त पड़ी है उसको तेजी दी जा सकती है.
ऑनस्पॉट रजिस्ट्रेशन से बढ़ेगी रफ्तार
ग्रेटर नोएडा के बिसरख ब्लॉक में भी कुछ ऐसे ही तस्वीरें सामने आई हैं. बालक इंटर कॉलेज में टीकाकरण अभियान तो चल रहा है लेकिन यहां पर भी व्यवस्था ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के बाद स्लॉट लेकर आने वालों के लिए ही है. टीकाकरण केंद्र पर काम कर रहे स्वास्थ्य कर्मियों ने बताया कि बहुत सारे लोग यहां ऐसे आते हैं जो रजिस्ट्रेशन नहीं करा पाते या किसी के पास स्मार्ट फोन नहीं है. ऐसे में या तो वह उनकी मदद करते हैं या उन्हें कहा जाता है कि वह सेवा केंद्रों से रजिस्ट्रेशन करवाकर स्लॉट लेकर आएं.
स्वास्थ्य कर्मियों का कहना है कि अगर सरकार ऑनस्पॉट रजिस्ट्रेशन की सुविधा शुरू कर देती है तो ऐसे में टीकाकरण अभियान को और भी गति मिलेगी क्योंकि तब और ज्यादा लोग वैक्सीन लगवाने आएंगे.