
कोरोना के खिलाफ पूरे देश में टीकाकरण अभियान जारी है. अब तक सात लाख 86 हजार स्वास्थ्यकर्मियों को कोरोना का टीका दिया जा चुका है. इस बीच भारत की ओर से भूटान और मालदीव के बाद अब बांग्लादेश और नेपाल में कोरोना वैक्सीन की खेप भेजी जा रही है. सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया से कोविशिल्ड की खेप सुबह-सुबह ढाका के लिए रवाना हुई.
भारत ने बुधवार को ही कोविशील्ड की 1.50 लाख डोज भूटान और एक लाख डोज मालदीव भेजी थी. वहीं, आज बांग्लादेश को कोविशील्ड की 20 लाख डोज और नेपाल को 10 लाख डोज भेजी जा रही है. इसके बाद जल्द ही श्रीलंका, मॉरीशस और अफगानिस्तान को भी वैक्सीन की सप्लाई की जाएगी.
भारत की यह वैक्सीन डिप्लोमेसी क्षेत्रीय कूटनीति में एक बड़ा गेम चेंजर बन सकती है. बीते दिनों बांग्लादेश के स्वास्थ्य विभाग के सचिव अब्दुल मन्नान ने कहा था कि भारत की ओर से गिफ्ट के तौर पर कोरोना वैक्सीन की 20 लाख डोज 21 जनवरी को बांग्लादेश पहुंच जाएगी.
बांग्लादेश ने आधिकारिक तौर पर भारत से ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका के 30 लाख डोज खरीदे हैं. सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की तरफ से बांग्लादेश को यह वैक्सीन दी जानी है. खरीदे गए वैक्सीन की पहली खेप 25 जनवरी तक बांग्लादेश पहुंचने वाली है. इससे पहले भारत, बांग्लादेश को गिफ्ट के तौर पर वैक्सीन की 20 लाख डोज भेज रही है.
सूत्रों का कहना है कि कोरोना वैक्सीन के वितरण में भारत सरकार बांग्लादेश, भूटान, नेपाल, श्रीलंका और अफगानिस्तान जैसे पड़ोसी देशों को तवज्जो देगी. भारत वैक्सीन के उत्पादन और आपूर्ति के लिए पूरी तरह तैयार है. ब्राजील, मोरक्को, सऊदी अरब, म्यांमार, बांग्लादेश, दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों ने भारत से वैक्सीन की आधिकारिक तौर पर मांग की है.