
दुनियाभर में कोरोना वायरस के खिलाफ जंग जारी है. इस वायरस ने भारत के एविएशन सेक्टर की भी कमर तोड़ दी है. लगभग सभी बड़ी एयरलाइन कंपनियों ने इंटरनेशनल फ्लाइट्स रद्द कर दी है. इस हालात में कंपनियां 150 विमानों के उड़ान भरने पर रोक लगा सकती हैं.
विमानन सलाहकार कंपनी सीएपीए इंडिया ने एक रिपोर्ट में बताया है कि एअर इंडिया को छोड़कर बाकी अन्य कंपनियों को जनवरी-मार्च तिमाही में 50 से 60 करोड़ डॉलर का घाटा होने का अनुमान है. रिपोर्ट के मुताबिक कुछ विमानन कंपनियां अपने परिचालन को अस्थायी तौर पर बंद कर सकती हैं या इसे मांग के आधार पर तय कर सकती हैं. अगर कंपनियां लगातार परिचालन करती हैं तो उन्हें काफी नुकसान होगा.
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मांग में कमी का हवाला देते हुए रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय विमानन कंपनियां शुरुआती स्तर पर करीब 150 विमानों को परिचालन से रोक सकती हैं. आने वाले हफ्तों में इनकी संख्या में और बढ़ सकती हैं. बता दें कि वर्तमान में छह बड़ी घरेलू विमानन कंपनियों के पास करीब 650 विमानों का बेड़ा है.
सरकार देगी 12 हजार करोड़ की मदद!
इस बीच, सरकार एविएशन सेक्टर को 12 हजार करोड़ का मदद कर सकती है. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक फाइनेंस मिनिस्ट्री कई प्रपोजल पर विचार कर रही है. इसमें एविएशन फ्यूल टैक्स से तत्काल राहत समेत कई अन्य उपाय हैं.
गोएयर ने किया ये ऐलान
कोरोना वायरस के प्रभाव को देखते हुए एयरलाइन कंपनी गोएयर ने घोषणा की है कि इस साल जो ग्राहक एक मार्च से 15 अप्रैल के बीच अपनी टिकट बुक करा रहे हैं उन्हें ना तो अपनी यात्रा की तारीख बदलने की और ना ही उसे रद्द करने की जरूरत है. ग्राहक इस टिकट की राशि पर अगले साल 15 अप्रैल 2020 से 15 अप्रैल 2021 के बीच टिकट बुक करा सकेंगे.