
देश में कोरोना संक्रमण के तीसरी लहर की आशंका बनी हुई है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 2 अगस्त के बाद से जिन राज्यों में स्कूल खोले गए हैं, वहां कोरोना संक्रमण के मामले बढ़े हैं. वहीं आजतक की पड़ताल के मुताबिक बिहार और पंजाब को छोड़कर अन्य दूसरे राज्यों में कोरोना मामलों में निगेटिव ग्रोथ देखी गई है.
जुलाई से अगस्त के बीच, 17 साल से कम उम्र के लोगों के सकारात्मक नमूनों की संख्या में समान वृद्धि हुई है. पंजाब में जुलाई में 6.5 फीसदी सैंपल पॉजिटिव थे, वहीं अगस्त में यह संख्या बढ़कर 16.1 फीसदी ज्यादा हो गई. जुलाई से अगस्त तक के बीच 9.6 फीसदी का अंतर देखने को मिला है.
जुलाई में जब स्कूल नहीं खुले तब कोरोना संक्रमण की दर 6.2 फीसदी थी. 16 अगस्त के बाद से जब स्कूल खुले तब यह दर 11.5 फीसदी पर पहुंच गई. जुलाई से अगस्त तक का अंतर 5.3 फीसदी है.
कोरोना के एक और खतरनाक C.1.2 वेरिएंट की दस्तक, वैक्सीन को भी दे सकता है चकमा
इन राज्यों में 2 फीसदी बढ़ी पॉजिटिविटी दर
उत्तराखंड में भी 2 अगस्त से स्कूल खुल गए हैं. जुलाई में यहां बच्चों में पॉजिटिविटी रेट 8.8 फीसदी था, वहीं यह दर 2 फीसदी बढ़कर अगस्त में 10.7 पर पहुंच गई है. छत्तीसगढ़, नगालैंड, गुजरात और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में बीते दो महीनों में 17 साल से कम उम्र के लोगों के सैंपल में 2 फीसदी से अधिक बढ़ोतरी देखी गई है.
महाराष्ट्र समेत कुछ राज्यों आई गिरावट
वहीं महाराष्ट्र, झारखंड, पश्चिम बंगाल जैसे कई राज्यों में 17 साल से कम उम्र के लोगों के संक्रमित होने की दरों में गिरावट दर्ज की गई है. महाराष्ट्र में जहां स्कूल नहीं खुले हैं, वहां जुलाई में 11.2 फीसदी पॉजिटिविटी रेट थी. अगस्त में यह दर गिरकर 10.8 फीसदी पर पहुंच गई. यहां 0.4 फीसदी की गिरावट देखी गई है. झारखंड राज्य में जुलाई में 7.9 प्रतिशत और अगस्त में 7.2 प्रतिशत मामले सामने आए. इसमें 0.9 फीसदी की गिरावट देखी गई.
यह भी पढ़ें-