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Corona: देश के 12 राज्यों में लॉकडाउन और नाइट कर्फ्यू, दिल्ली में 7 हजार के पार मामले

वैक्सीन को लेकर केंद्र और राज्यों के बीच टकराव की स्थि‍ति देखने को मिली है. महाराष्ट्र, ओडिशा और झारखंड समेत कुछ राज्यों ने जहां पर्याप्त वैक्सीन न मुहैया कराने के लिए केंद्र सरकार पर सवाल उठाए, वहीं केंद्र सरकार ने भी राज्यों पर अपना दायित्व न निभाने और बहाना बनाने का आरोप लगाया.

रिकॉर्ड तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामले (फाइल फोटोः पीटीआई) रिकॉर्ड तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामले (फाइल फोटोः पीटीआई)
कृष्णकांत
  • नई दिल्ली,
  • 09 अप्रैल 2021,
  • अपडेटेड 8:46 AM IST
  • कई राज्यों में कोरोना वैक्सीन की किल्लत
  • ओडिशा में 700 वैक्सीनेशन सेंटर बंद
  • महाराष्ट्र के कई जिलों में टीकाकरण रोका गया

भारत में गुरुवार को कोरोना केसेज के नए रिकॉर्ड के साथ वैक्सीन को लेकर केंद्र और राज्यों के बीच टकराव की स्थि‍ति देखने को मिली. महाराष्ट्र, ओडिशा और झारखंड समेत कुछ राज्यों ने जहां पर्याप्त वैक्सीन न मुहैया कराने के लिए केंद्र सरकार पर सवाल उठाए, वहीं केंद्र सरकार ने भी राज्यों पर अपना दायित्व न निभाने और बहाना बनाने का आरोप लगाया.

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दरअसल, पिछले कुछ दिनों में महाराष्ट्र, ओडिशा और झारखंड ने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर कहा है कि उनके यहां कोरोना वैक्सीन का लिमिटेड स्टॉक बचा है. इन राज्यों का कहना है कि अगर वैक्सीन का स्टॉक तुरंत न मुहैया कराया गया तो वैक्सीनेशन ठप हो जाएगा. इन तीनों राज्यों के अलावा उत्तर प्रदेश के वाराणसी से भी खबर आई कि बड़ी संख्या में वैक्सीनेशन सेंटर बंद हो गए हैं.

ओडिशा में वैक्सीन की कमी के चलते कुल 1400 वैक्सीनेशन सेंटर में से 700 बंद कर दिए गए हैं. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री नब किशोर दास ने केंद्र को पत्र लिखकर कहा कि हमारे पास सिर्फ दो दिनों का स्टॉक बचा है और इसलिए कई जगह वैक्सीनेशन का काम रोक दिया गया है. राज्य ने केंद्र से तुरंत 25 लाख डोज की मांग की.

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महाराष्ट्र ने केंद्र पर लगाया भेदभाव का आरोप

महाराष्ट्र में भी वैक्सीन के कमी के चलते कई जगह वैक्सीनेशन सेंटर बंद किए गए. मुंबई में 26 टीकाकरण केंद्र बंद हो गए. बीएमसी ने कहा कि अगर वैक्सीन की सप्लाई नहीं हुई तो 22 अन्य सेंटर भी कल से बंद हो जाएंगे. इसके अलावा सतारा, सांगली, पनवेल, गोंदिया, चंद्रपुर में वैक्सीन का स्टॉक पूरी तरह से खत्म हो चुका है. यवतमाल, कोल्हापुर, नवी मुंबई और वासिम में भी शुक्रवार तक वैक्सीन का स्टॉक खत्म हो जाएगा. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे लगातार दूसरे दिन वैक्सीन की कमी को लेकर केंद्र पर हमलावर रहे.

उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार महाराष्ट्र के साथ भेदभाव कर रही है. हफ्ते में महाराष्ट्र को सिर्फ 17 लाख डोज वैक्सीन दी गई, जबकि यूपी को 48 लाख, एमपी को 40 लाख और गुजरात को 30 लाख डोज दी गई. राजेश टोपे ने कहा कि महाराष्ट्र में 57 हजार मौतें हो चुकी हैं, सबसे ज्यादा केस हैं, फिर भी हमारे साथ भेदभाव किया जा रहा है.

इससे पहले केंद्र सरकार ने महाराष्ट्र, दिल्ली और पंजाब को चिट्ठी लिखकर कहा था कि इन तीनों राज्यों में वैक्सीनेशन की रफ्तार धीमी है, इन तीनों राज्यों को वैक्सीनेशन बढ़ाना चाहिए.

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बुधवार को उत्तर प्रदेश के वाराणसी में कुल 66 सेंटर्स में से सिर्फ 25 पर ही टीकाकरण हो रहा था. बाकी सेंटर्स को वैक्सीन की कमी के चलते बंद कर दिया गया. उधर झारखंड ने भी दो दिन पहले केंद्र को पत्र लिखकर वैक्सीन की कमी बात उठाई थी और सप्लाई की अपील की थी. दिल्ली ने भी कहा है कि राजधानी में सिर्फ 4-5 दिन का स्टॉक बचा है. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि केंद्र सरकार के अस्पतालों में ही वैक्सीनेशन की रफ्तार धीमी है.

झारखंड ने भी लगाया भेदभाव का आरोप

झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने आरोप लगाया कि राज्य के साथ केंद्र सौतेला व्यवहार कर रहा है. वैक्सीन की किल्लत को लेकर केंद्र को पहले ही अवगत करा दिया गया था. केंद्र ने 15 दिन पहले ही कहा था कि वैक्सीन भेजी जाएगी लेकिन 23 मार्च से दो बार वैक्सीन मांगने के बावजूद वैक्सीन की खेप नहीं भेजी गई. काफी परेशानी हो रही है. 18 लाख से ज़्यादा वैक्सीन का इस्तेमाल किया जा चुका है. एक से दो दिन में स्टॉक खत्म हो जाएगा. कई जिलों में वैक्सीनेशन  बंद है. अगर केंद्र वैक्सीन नहीं भेजता तो टीकाकरण अभियान बंद करना होगा. हालांकि, झारखंड को आज गुरुवार को 2 लाख डोज वैक्सीन मुहैया कराई गई और शुक्रवार तक यहां 10 लाख डोज पहुंचने की उम्मीद है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि उम्मीद है कल से वैक्सीनेशन की रफ्तार तेज होगी.

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राज्यों के आरोप पर केंद्र का पलटवार

राज्यों के इन आरोपों पर पलटवार करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि ये राज्य अपनी विफलता को छुपाने की कोशि‍श कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि वैक्सीन की कमी का सवाल उठाने वाले राज्य पर्याप्त वैक्सीनेशन नहीं कर रहे हैं. केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने भी महाराष्ट्र सरकार पर हमला बोला. जावड़ेकर ने कहा कि राज्य में वैक्सीन की कोई कमी नहीं है. जरूरत के हिसाब से केंद्र सरकार सबको वैक्सीन देती है. डिस्ट्रीब्यूट करना राज्य सरकार का काम है. महाराष्ट्र सरकार ने 5 लाख डोज वैक्सीन खराब कर दी क्योंकि उनकी कोई प्लानिंग नहीं थी. वे अपनी कमियों के लिए दूसरों को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं.

छत्तीसगढ़ ने मांगा एक हफ्ते का एडवांस स्टॉक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कोरोना टीकाकरण की प्रगति की समीक्षा के लिए आज राज्यों के साथ वर्चुअल बैठक हुई. इस दौरान छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्र से मांग की कि छत्तीसगढ़ की भौगोलिक परिस्थिति को देखते हुए एक हफ्ते की जरूरत का वैक्सीन स्टॉक एडवांस में उपलब्ध कराया जाए. उन्होंने कहा कि इससे दूरस्थ क्षेत्रों में वैक्सीनेशन में आसानी होगी. बघेल ने कोरोना के उपचार में उपयोग की जाने वाली दवाइयों और उपकरणों पर जीएसटी की दर कम करने का आग्रह भी किया. उन्होंने रेमिडेसिविर इंजेक्शन और ऑक्सीजन सिलेंडर्स की आपूर्ति, वायरोलॉजी लैब की स्थापना और 1000 बिस्तरों के आईसीयू के इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए मदद की भी मांग की.

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तबाही के नए पड़ाव पर पहुंचा कोरोना

इस बीच, गुरुवार सुबह जारी स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, देश में 24 घंटे के अंदर रिकॉर्ड 1 लाख 26 हजार से ज्यादा नए केस दर्ज हुए और 685 मौतें हुईं. इसके साथ ही भारत में एक्टि‍व केसों की संख्या 9 लाख से ज्यादा हो गई है. भारत में कोरोना से होने वाली मौतों की कुल संख्या 1 लाख, 66 हजार, 862 हो गई है. अब तक देश में कुल 1 करोड़, 29 लाख से ज्यादा केस दर्ज हो चुके हैं. इस बीच गुरुवार को वैक्सीन की कुल 34.73 लाख डोज लगाई गई. अब तक देश में कुल 9.40 करोड़ डोज का वैक्सीनेशन किया जा चुका है.

देश के 12 राज्यों में लॉकडाउन और नाइट कर्फ्यू

तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए देश के कई राज्यों में पूर्ण या आंशि‍क पाबंदियां लगाई जा रही हैं ताकि संक्रमण फैलने से रोका जा सके. इस क्रम में महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, पंजाब और दिल्ली जैसे राज्यों में राज्यव्यापी नाइट कर्फ्यू लागू किए गए हैं. गुजरात, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, ओडिशा, तमिलनाडु और जम्मू-कश्मीर में आंशि‍क पाबंदियां लागू हैं. देश में दो राज्य- मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में संपूर्ण लॉकडाउन है.

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उत्तर प्रदेश के कई शहरों में आज 8 अप्रैल से नाइट कर्फ्यू का ऐलान किया गया है. राजधानी लखनऊ, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, कानपुर, वाराणसी और प्रयागराज में 8 अप्रैल से नाइट कर्फ्यू लागू होगा. गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के भी 8 जिलों- जम्मू, ऊधमपुर, कठुआ, श्रीनगर, बारामुला, बडगाम, अनंतनाग और कुपवाड़ा में नाइट कर्फ्यू का ऐलान किया गया.

गुजरात में अंतिम संस्कार के लिए लग रही कतार

गुजरात में महामारी के हालात बेकाबू होते जा रहे हैं. नए केस के साथ मृतकों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है. सरकारी अस्पताल और श्मशान गृह में हालात भयावह हैं. सरकारी आंकड़ों में भले ही 10 से 15 लोगों के मौत की बात कही जा रही है, लेकिन श्मशान और कोविड अस्पताल के डेड बॉडी स्टोरेज कुछ और ही कहानी बयां कर रहे हैं. अहमदाबाद में सिविल अस्पताल का डेड बॉडी स्टोरेज लाशों से भरा पड़ा है और हर घंटे लाशों में बढ़ोतरी हो रही है. यहां पर लोगों की भीड़ लगी है. लोग 3-3 घंटों तक शव लेने के लिए खड़े हैं. वहीं सूरत का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें श्मशान गृह में अंतिम संस्कार के लिए लंबी लाइन लगी हुई है. कोरोना की वजह से सबसे ज्यादा हालात सूरत और अहमदाबाद में ही खराब है. सूरत के श्मशान गृह में इतनी भीड़ है कि लोगों को चार से पांच घंटे तक वेटिंग में खड़े रहना पड़ रहा है.

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पूरे गुजरात में गुरुवार को 4021 नए केस दर्ज हुए और 35 मौतें हुईं. सबसे खराब हालत अहमदाबाद और सूरत में है. राज्य में कुल 20473 केस एक्टि‍व हैं. सूरत में अब कोरोना मरीजों के लिए बेड नहीं है और श्मशान गृह में अंतिम संस्कार के लिए वेटिंग चल रही हैं. सूरत जिला प्रशासन की ओर से घोषित आंकड़ों में कोरोना के चलते एक दिन में 8 से 10 लोगों की मौत हो रही है जबकि श्मशान गृहों में रोजाना 30 से 40 शव लाए जा रहे हैं.

दिल्ली में कोरोना 7 हजार के पार, 24 मौतें

राजधानी दिल्ली में गुरुवार को 24 घंटे में 7,437 नए केस आए और 24 मौतें हुईं. 19 नवंबर 2020 के बाद एक दिन में ये संख्या सबसे ज्यादा है जब 7,546 केस आए थे. राजधानी में कोरोना से कुल मौतों का आंकड़ा 11,157 पहुंच गया है. फिलहाल 23,181 केस एक्टि‍व हैं और अब तक कुल 6,98,005 केस दर्ज हो चुके हैं. दिल्ली में इस समय 4,226 कंटेनमेंट जोन हैं.

दिल्ली के प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए बेड की किल्लत दूर करने के लिए दिल्ली सरकार ने आदेश दिया है कि अस्पतालों में कुल ICU और साधारण बेड्स की क्षमता का 50% कोरोना मरीजों के लिए रिजर्व किया जाए. अस्पतालों से कहा गया है कि वे अपनी कुल बेड क्षमता का 25% अस्थायी तौर पर बढ़ा सकते हैं लेकिन बढ़ाए बए बेड्स पर कोरोना मरीज़ों का ही इलाज होगा. दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में गुरुवार को 37 डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इनमें से 5 को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इन सभी डॉक्टरों को वैक्सीन लगाई जा चुकी थी. 

यूपी में 8,490, बिहार में 1911 नए केस

यूपी में गुरुवार को रिकॉर्ड 8,490 नए केस आए. पूरे प्रदेश में सबसे ज्यादा 2368 केय राजधानी लखनऊ में दर्ज हुए. इनमें से 50 फ़ीसदी मामले लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी और कानपुर से हैं. प्रदेश में कुल एक्टि‍व केस 39,338 हो गए हैं. लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) में 18 स्टाफ की कोरोना रिपोर्ट पॉ‍जिटव आई. न्यूरो सर्जरी विभाग में 26 डॉक्टर और कर्मचारी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. 3 फ़ैकल्टी और 5 रेज़िडेंट डाक्टर भी संक्रमित हो गए हैं. बिहार में पिछले 24 घंटे में 1,911 नए केस आए. इनमें से 743 केस अकेले पटना में दर्ज हुए. राज्य में फिलहाल 7504 केस एक्टि‍व हैं.

केरल में 4353 नए केस, मुख्यमंत्री भी कोरोना पॉजिटिव

केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. विजयन ने 3 मार्च को वैक्सीन की पहली डोज ली थी. हालांकि, उनकी हालत सामान्य है. चुनाव के दिन विजयन की बेटी वीना भी कोरोना पॉजिटिव पाई गई थीं. वहीं उनके दामाद बेपोर से सीपीएम उम्मीदवार भी संक्रमित हो गए हैं. गुरुवार को केरल में कोरोना केसेज में भारी उछाल दर्ज किया गया. राज्य में 4,353 नए केस आए और 18 मौतें हुईं.

महाराष्ट्र में 56,286, छत्तीसगढ़ में 10,652 नए केस

आज गुरुवार को महाराष्ट्र में 56,286 नए केस आए और 376 मौतें हुईं. राज्य में एक्टि‍व केसों का आंकड़ा 5,21,317 पहुंच गया है. कर्नाटक में 6570 नए केस आए और 36 मौतें हुईं. इसमें से राजधानी बेंगलुरु में ही 4422 केस दर्ज हुए. मध्य प्रदेश में रिकॉर्ड 4,324 नए केस आए और 27 लोगों की मौत हुई. प्रदेश में एक्टिव मामलों की संख्या बढ़कर 28,060 पहुंच गई है. सबसे ज्यादा केस इंदौर, भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर में हैं. छतीसगढ़ में गुरुवार शाम तक 24 घंटे में 10,652 नए केस दर्ज हुए और 37 लोगों की मौत हुई. उत्तराखंड में 787 केस दर्ज हुए और तीन मौतें हुईं. देहरादून में 239 और हरिद्वार में 277 केस दर्ज हुए हैं. झारखंड में भी आज 1882 नए केस आए और 7 मौतें हुईं.

(दिल्ली से पकंज जैन, लखनऊ से शि‍वेंद्र श्रीवास्तव, पटना से सुजीत झा, भोपाल से रवीश पाल सिंह, अहमदाबाद से गोपी घांघर, मुंबई से साहिल जोशी और कमलेश सुतार, तिरुवनंतपुरम से गोपी उन्नीथन, भुवनेश्वर से सूफियान और रांची से सत्यजीत के इनपुट के साथ.)

 

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