
कोरोना की रफ्तार एक बार फिर डराने लगी है. संक्रमण दर तेजी से बढ़ रही है. इसके साथ ही एक्टिव मरीजों की संख्या भी तेजी से बढ़ने लगी है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, बीते 24 घंटे में देशभर में कोरोना के 1,805 नए मामले सामने आए हैं. 24 घंटे में पॉजिटिविटी रेट 3.19 फीसदी रही. इस दौरान 6 मरीजों की मौत भी हो गई.
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में अब तक कोरोना के 4.47 करोड़ से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं. एक्टिव मामलों की संख्या भी बढ़कर 10,300 पहुंच गई है.
1. कहां बढ़ रहे मामले?
- महाराष्ट्र में. 24 घंटे में यहां कोरोना के 397 मामले सामने आए हैं. दूसरे नंबर पर गुजरात है जहां 303 मामले आए हैं. उसके बाद केरल है जहां 299 नए संक्रमित मिले हैं.
- इनके अलावा कर्नाटक में 209 और राजधानी दिल्ली में 153 नए मामले सामने आए हैं. बीते 24 घंटे में केरल में 2 मौतें हुईं हैं. जबकि उत्तर प्रदेश, गुजरात, हिमाचल प्रदेश और चंडीगढ़ में एक-एक मरीज की मौत हुई है.
2. यूपी में स्कूल में 37 संक्रमित
- उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में रविवार को 38 मामले सामने आए हैं. इनमें से 37 मामले एक ही स्कूल में मिले हैं.
- न्यूज एजेंसी के मुताबिक, मितौली के कस्तूरबा स्कूल में 37 छात्राएं और स्टाफ के लोग संक्रमित पाए गए हैं. इसके साथ ही जिले में एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 41 हो गई है.
3. दिल्ली में संक्रमण दर 10 फीसदी के करीब
- राजधानी दिल्ली में संक्रमण दर 10 फीसदी के करीब पहुंच गई है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी बुलेटिन में बताया गया है कि राजधानी में पॉजिटिविटी रेट 9.13 फीसदी हो गया है.
- इससे पहले शनिवार को 4.98 फीसदी संक्रमण दर के साथ 139 मामले सामने आए थे. जबकि, शुक्रवार को 152 मामले सामने आए थे और 6.66 फीसदी संक्रमण दर रही थी.
4. दिल्ली के अस्पतालों में मॉक ड्रिल
- कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच राजधानी दिल्ली में रविवार को सरकारी अस्पतालों में मॉक ड्रिल की गई. लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल, सत्यवादी राजा हरिश्चंद्र अस्पताल और संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल में मॉक ड्रिल हुई.
- दिल्ली के एलएलजेपी अस्पताल में रविवार को दो घंटे की मॉक ड्रिल हुई. अधिकारियों ने बताया कि इसमें ये चेक किया गया कि अगर किसी मरीज को अस्पताल लाया जाता है तो उसे रूम तक ले जाने में कितना समय लग सकता है.
- एलएनजेपी के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. सुरेश कुमार ने न्यूज एजेंसी को बताया कि मरीजों को आईसीयू में ले जाने के लिए रेड कॉरिडोर बनाया गया है. अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए 450 बेड रिजर्व रखे गए हैं.
5. महाराष्ट्र में 397 नए संक्रमित
- देश में सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र में सामने आ रहे हैं. रविवार को राज्य में 397 नए मामले सामने आए हैं. अकेले मुंबई में 123 नए मरीज मिले हैं.
- इससे पहले शनिवार को महाराष्ट्र में 437 मामले सामने आए थे. राज्य में अब तक कोरोना के 81 लाख से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं.
6. बुजुर्गों और बीमारों को ज्यादा खतरा
- सर गंगाराम अस्पताल में पीडियाट्रिक इमरजेंसी एंड क्रिटिकल डिपार्टमेंट के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. धीरेन गुप्ता ने बताया कि बीते कुछ हफ्तों से कोरोना के मामले बढ़ने लगे हैं. इससे बुजुर्गों और पहले से किसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे लोगों को ज्यादा खतरा है.
- उन्होंने बताया कि कोरोना के मामलों में तेजी की वजह ओमिक्रॉन का XBB.1.16 वैरिएंट है. इससे संक्रमित होने पर ओमिक्रॉन जैसे ही लक्षण दिख रहे हैं.
7. 10-11 अप्रैल को देशभर में मॉक ड्रिल
- कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर केंद्र सरकार भी अलर्ट पर है. इस बीच देशभर के अस्पतालों में मॉक ड्रिल की तैयारी की जा रही है.
- न्यूज एजेंसी ने बताया कि 10 और 11 अप्रैल को अस्पतालों में मॉक ड्रिल की जाएगी. स्वास्थ्य मंत्रालय और आईसीएमआर ने एडवाइजरी कर कहा है कि इस मॉक ड्रिल में सभी जिलों के सरकारी और निजी अस्पताल शामिल हों.
8. क्यों बढ़ रहे हैं कोरोना के मामले?
- देशभर में कोरोना के बढ़ते मामलों के लिए ओमिक्रॉन के सब-वैरिएंट XBB.1.16 को जिम्मेदार माना जा रहा है.
- XBB.1.16 सबसे पहले जनवरी में मिला था. फरवरी में XBB 1.16 वैरिएंट 140 सैम्पल में मिला था. मार्च में ही 200 से ज्यादा सैम्पल में ये वैरिएंट मिल चुका है.
9. क्या डरने की जरूरत है?
- कोरोना के मामले भले ही बढ़ रहे हों, लेकिन एक्सपर्ट्स का कहना है कि फिलहाल घबराने की जरूरत नहीं है. एम्स के पूर्व डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि XBB.1.16 की वजह से मामले बढ़ रहे हैं.
- डॉ. गुलेरिया का कहना है कि मामले भले ही बढ़ रहे हों लेकिन डरने की जरूरत नहीं है, क्योंकि इससे गंभीर बीमारी नहीं हो रही है और न ही मौतों की संख्या बढ़ रही है.
- उन्होंने बताया कि वायरस समय-समय पर म्यूटेट करता रहता है और इस वजह से इसके नए-नए वैरिएंट सामने आते रहते हैं.